500 फोन सर्विलांस पर
मध्यप्रदेश सरकार करा रही है राजनेताओं, अफसरों और पत्रकारों के फोन टेप
खबर नेशन / Khabar Nation
मध्यप्रदेश में उपचुनाव के दौरान भी सरकार राजनेताओं, अफसरों और पत्रकारों के फोन टेप करा रही है । इसी के साथ ही सोश्यल मीडिया फेसबुक, वाट्स एप एवं ट्विटर हैंडल पर भी नज़र रखी जा रही है । इस काम में पुलिसिया टीम के अलावा भाजपा संगठन की आई टी सेल भी शिद्दत के साथ नजर रख रही है ।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ऐसे लगभग पांच सौ व्यक्तियों के ऊपर निगरानी रखी जा रही है ।
सरकार के निशाने पर भारतीय जनता पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता , कांग्रेस में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के अतिनिकटतम सहयोगी और राजनेता के साथ साथ अधिकारी और पत्रकारों के नाम शामिल हैं ।
गौरतलब है कि इन दिनों मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होने जा रहे हैं । चुनावी परिस्थितियां कशमकश पूर्ण हैं और चुनाव परिणाम की अनिश्चितता बनी हुई है । विरोधी दल की चुनावी रणनीति और भविष्य की आशंका से बाहर निकलने के लिए नज़र रखना जरूरी हो गया है । इधर भाजपा में भी अंदरूनी हालात बेहतर नहीं है और एक अघोषित तनातनी का वातावरण शीर्षस्थ राजनेताओं के बीच बना हुआ है । इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में सरकार की के पक्ष में चुनावी परिणाम को लेकर हालत तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में बताए जा रहे हैं । कांग्रेस की सभाओं में भीड़ को लेकर जनमत तलाशने की कोशिश की जा रही है । बताया जा रहा है कि आम जनता में भाजपा प्रत्याशियों के पुराने व्यवहार को लेकर नाराजगी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है । स्थानीय स्तर पर कई क्षेत्रों में भाजपा कार्यकर्ता पुराने अंदाज में दिल से नहीं जुट पाया है । उक्त रिपोर्ट की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खासे परेशान भी बताए जा रहे हैं।
सरकार के इस अनाधिकृत प्रयास की जानकारी कांग्रेस को भी लग चुकी है । जिसको लेकर सावधानियां बरतनी शुरू कर दी गई हैं।