ग्यारह मामलों में संज्ञान

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोेग, भोपाल (म.प्र.)
 KHABAR NATION 
भोपाल

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी एवं सदस्य श्री राजीव कुमार टण्डन ने विगत दिवसों के विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के ’ग्यारह मामलों में संज्ञान’ लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।
नसबंदी आॅपरेशन के दौरान महिला की हुई मृत्यु
भोपाल शहर के काटजू अस्पताल में
 बीते मंगलवार को नसबंदी आॅपरेशन के दौरान एक महिला की मृत्यु होने की घटना सामने आई है। परिजनों ने डाॅक्टर पर आरोप लगाया है कि आॅपरेशन थियेटर में उनकी लापरवाही के कारण महिला की मृत्यु हुई है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त/संचालक स्वास्थ्य सेवाएं (म.प्र.) संचालनालय, भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्रवाई का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।
 
आकाशीय बिजली की चपेट में आने से झुलसा किसान
बैतूल जिले के ग्राम चंदेरा खुर्द में
 मवेशी चरा रहा एक किसान की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से झूलस ने की घटना सामने आई है। घटना के बाद परिजनों ने किसान को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मे ले जाया गया। जहां किसान को सुनाई देना बंद हो गया है और दाहिने हाथ तथा दाहिने पैर की जांघ का हिस्सा झुलस गया है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, बैतूल से मामले की जांच कराकर घायल व्यक्ति के ईलाज/आर्थिक मुआवजा राशि के सम्बन्ध में शासन की योजना/नियमानुसार कार्रवाई के सम्बन्ध में प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

नदी में डूबने से दो युवकों की मृत्यु

विदिशा जिले के गंजबासौदा में बेतवा नदी पर नहाने गये दो युवकों की डूबने के कारण मृत्यु होने की घटना सामने आई है। एक युवक का नहाते समय पैर फिसल गया और वह नदी में डूबने लगा, उसे बचाने के लिये जब दूसरा युवक भी नदी में कुदा तो वह भी डूब गया। और दोनों युवकों की मृत्यु हो गई। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, विदिशा से मामले की जांच कराकर दोनों मृतकों के वैध उत्तराधिकारियों को शासन की योजना/नियमानुसार देय आर्थिक सहायता राशि के सम्बन्ध में की गई कार्रवाई का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

टीन शेड न होने से अधजला रह गया शव
विदिशा जिले के मुक्तिधाम में
 टीन शेड न होने के कारण बारिश के दौरान एक शव अधजला रह गया। मुक्तिधाम में रोजाना चार से पांच व्यक्तियों के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया की जाती है, लेकिन वहां टीन शेड न लगे होने के कारण बारिश होने के बाद शव अधजले रहे जाते है। मुक्तिधाम के कुछ शेड टूटे हुये है, इस कारण परिजनों को शव को जलाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, विदिशा से मामले की जांच कराकर वर्षकाल के पूर्व ही आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कराये जाने के सम्बन्ध में की गई कार्रवाई का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

बिजली गिरने से मासूम की मृत्यु
दमोह जिले के चंदेरा मडिया थाना हिंडोरिया एवं तेजगढ़ थाना अंतर्गत समदई ग्राम पंचायत के पटेरिया माल में
 एक मासूम बच्चे और एक लड़की की आकाशिय बिजली गिरने से मृत्यु होने की घटना सामने आई है। जानकारी के अनुसार क्षेत्र में बारिश के दौरान आकाशिय बिजली गिरने से दोनों की मृत्यु हो गई है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, दमोह से मामले की जांच कराकर मृतकों के वैध उत्तराधिकारियों को शासन की योजना/नियमानुसार देय आर्थिक सहायता राशि के सम्बन्ध में की गई कार्रवाई का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।

पुलिस अधीक्षक आॅफिस परिसर में महिला ने किया आत्मदाह का प्रयास
जबलपुर जिले में एक महिला द्वारा पुलिस अधीक्षक के आॅफिस में 
आत्मदाह करने का प्रयास करने का मामला सामने आया है। डेढ़ साल पहले पीड़ित महिला ने ससुराल वालों के खिलाफ उसे प्रताड़ित करने और दहेज की मांग को लेकर शिकायत दर्ज की थी। लेकिन अब तक उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं होने से महिला को कई तरह की परेशान का सामना करना पड़ रहा है। और ससुराल पक्ष उसे लगातार प्रताड़ित कर रहे है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक, जबलपुर से मामले की जांच कराकर की गई कार्रवाई के सम्बन्ध में प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

तीन बच्चों के तालाब में डूबने से मृत्यु
छतरपुर जिले के चंदला थानाक्षेत्र की रमझाला पंचायत स्थित रावपुर गांव में 
बीते सोमवार को गांव के बाहर स्थित तालाब में डूबनेे से दो सगे भाइयों सहित तीन बच्चों की मृत्यु होने की घटना सामने आई है। घर से खेलने निकले तीनों बच्चे जब शाम को घर वापस नहीं लौटे तो, परिजनों ने उनकी तलाश करते-करते गांव के पास वाले तालाब में पहुंचे। जहां तीनों बच्चों के शव तालाब में मिले। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, छतरपुर से मामले की जांच कराकर मृतकों के वैध उत्तराधिकारियों को शासन की योजना/नियमानुसार देय आर्थिक सहायता राशि के सम्बन्ध में की गई कार्रवाई का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।

बांध में डूबने से बच्चे की मृत्यु
पन्ना जिले के थाना शाहनगर अंतर्गत ग्राम देवरा के बांध में 
डूबने से एक बच्चे की मृत्यु होने की घटना सामने आई है। बांध में नहाने के दौरान गहरे पानी में जाने से बच्चा डूब गया और उसकी मृत्यु हो गई। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, पन्ना से मामले की जांच कराकर मृतक के वैध उत्तराधिकारियों को शासन की योजना/नियमानुसार देय आर्थिक मुआवजा राशि के सम्बन्ध में की गई कार्रवाई का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।

डैम में डूबने से एक युवक की मृत्यु
भिंड जिले के गोहद क्षेत्र के बैसली डैम में 
एक युवक की पानी में डूबने से मृत्यु होने की घटना सामने आई है। युवक अपने घर से दोस्तों के साथ डैम पर नहाने गया था, जहां गहरे पानी में जाने से युवक की मृत्यु हो गई। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, पन्ना से मामले की जांच कराकर मृतक के वैध उत्तराधिकारियों को शासन की योजना/नियमानुसार देय आर्थिक मुआवजा राशि के सम्बन्ध में की गई कार्रवाई का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।

राजीनामा नहीं करने पीड़ित के पिता को जान से मारने की कोशिश की
भिंड जिले में
 एक बेटी के पिता पर छेड़छाड़ की शिकायत पर समझौता नहीं करने पर आरोपियों के भाई द्वारा पिता पर शराब छिड़कर आग लगाकर जान से मारने की कोशिश करने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार किशोरी से छेडछाड़ करने की शिकायत करने पर आरोपियों पर केस दर्ज हुआ था और तीनों आरोपी जेल में बंद है। इसे लेकर एक आरोपी के ममरे भाई पीड़ित पक्ष पर राजीनामा बनाने का दबाव बना रहा है। पीड़ित पिता एवं बेटी द्वारा राजीनामा नहीं करने पर उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक, भिन्ड से घटना की जांच कराकर अब तक की गई कार्रवाई का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

जर्जर पुलों का नहीं हो रहा मेंटेनेंस
मंडला जिले के अधिकांश क्षेत्रों में
 यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिये पुलों का निर्माण कराया गया था। लेकिन इन पुलों की स्थिती जर्जर हालत में होने का मामला सामने आया है। पुलों का मेंटेनेंस नहीं होने के कारण पुल जर्जर हो गये है। इन पुलों से रोजाना सैकड़ो दो-चार पहिया वाहन और नागरिक आवाजाही करते है। पुलों का मेंटेनेंस नहीं होने के कारण कभी-भी बड़ा हादसा हो सकता है और पुल क्षतिग्रस्त हो सकते है। इस संबंध में क्षेत्रों के रहवासियों द्वारा संबंधित विभागों के अधिकारियों से शिकायत भी की है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, मंडला से मामले की जांच कराकर सम्बन्धित विभागों की जिम्मेदारी नियत कर क्षतिग्रस्त अथवा मरम्मत के लिये आवश्यकता के जर्जर पुलों को सुरक्षित एवं मानव के लिये उपयोग बनाये जाने के सम्बन्ध में की गई कार्रवाई का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है। 

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