पर्यावरण संरक्षण की पाठशाला बनी ग्राम बिहटा की शाला

खबर नेशन/Khabar Nation  

भोपाल: सतना जिले में उचेहरा जनपद के बिहटा गाँव की शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला स्वच्छ पर्यावरण संरक्षण की पाठशाला बन गई है। यहाँ अच्छी सड़क, साफ-सुथरे परिसर में हरियाली के लिए लगाए गए औषधीय पेड़-पौधे आकर्षण का केन्द्र बन गये हैं। ये सब शिक्षकों और विद्यार्थियों की जागरूकता से संभव हुआ है।

पहले इस स्कूल की गिनती स्तरहीन स्कूलों में होती थी। अभिभावक इस स्कूल में अपने बच्चों का दाखिला कराने से कतराते थे। स्कूल के छात्र-छात्राओं तथा शिक्षकों ने मिलकर अपने स्कूल की तस्वीर बदलने की ठानी। नतीजतन ग्राम बिहटा के इस स्कूल का स्वरूप पूरी तरह बदल गया।

अब स्कूल बहुत साफ-सुथरा रहता है। परिसर के किनारों पर लगे औषधीय पेड़-पौधों से वातावरण हरा-भरा होने के साथ-साथ प्रदूषण मुक्त हो गया है। इन पेड़-पौधों में स्कूल में ही तैयार किया गया जैविक खाद इस्तेमाल किया जाता है। विद्यार्थी पेड़-पौधों की नीचे बैठकर ठंड़ी हवा में पढ़ाई भी करते हैं। जो भी यहां पहली बार आता है, स्कूल के स्वच्छ माहौल और औषधीय पेड़-पौधों की हरियाली में रम जाता है।

(सफलता की कहानी)

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