राज्य सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं ने सँवारा अनगिनत बच्चों का बचपन

भोपाल। जन्म से गंभीर बीमारियों से जूझ रहे बच्चों के लिये मुख्यमंत्री बाल ह्रदय योजना, मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना, राज्य बीमारी सहायता योजना अंधेरे में उजाले का शुभ संदेश लाई हैं। प्रदेश के अनगिनत बच्चों को इन योजनाओं का लाभ मिल रहा हैं।

रोशनी क्लीनिक से सपना के घर आई रोशनी : खण्डवा जिले के ग्राम बलवाड़ा निवासी अजय और सपना का विवाह वर्ष 2011 में हुआ था। छह वर्षों तक बच्चे का जन्म न होने से घर में निराशा का माहौल छा गया। इसी बीच गाँव की आशा और स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने सपना और उनके पति को जिला चिकित्सालय में रोशनी क्लीनिक जाने की सलाह दी। राज्य बीमारी सहायता निधि से ग्रेटर कैलाश, इंदौर में इस दम्पत्ति के उपचार के लिये 55 हजार रुपये की राशि स्वीकृत की गई। उपचार के कुछ ही महीनों बाद सपना ने स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। आज उनका घर खुशियों से लबरेज हैं।

छ: वर्ष बाद नंदिनी ने बोला 'मा'' : खण्डवा जिले के ग्राम सड़ियापानी के मजदूर कलीराम के घर पुत्री के जन्म से खुशियाँ तो आयीं, पर उस समय काफूर हो गईं, जब उसके बड़े होने पर पता चला कि बेटी बोल और सुन नहीं सकती। चिकित्सकों ने ऑपरेशन का खर्च 6-7 लाख रुपये बताया, जो कलीराम की हैंसियत के बाहर की बात थी। ऐसे में एक दिन गाँव में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के शिविर में कलीराम ने अपनी बेटी नंदिनी का स्वास्थ्य परीक्षण करवाया। चिकित्सकों ने मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना में नंदिनी के इलाज के लिये साढ़े 6 लाख रूपये का प्रकरण बनाकर जिला अस्पताल, खण्डवा भिजवाया। इंदौर के अरबिंदो अस्पताल में सरकारी खर्च पर ऑपरेशन के बाद आज नंदिनी अच्छी तरह बोल सकती हैं, सुन सकती हैं। नंदिनी ने 6 साल बाद पहली बार जब 'माँ'' बोला, तो कलीराम और उनकी पत्नी आत्म-मुग्ध हो गये।

दिव्यांग बेटी छात्रावास में रहेगी : ग्वालियर के दुर्गेश कुशवाह अपनी 3 वर्षीय मानसिक और शारीरिक रूप से दिव्यांग बेटी को लेकर कलेक्टर की जन-सुनवाई में पहुँचे। उन्होंने बताया कि आर्थिक स्थिति कमजोर होने से बच्ची का पालन-पोषण अच्छी तरह नहीं कर पा रहे हैं। कलेक्टर ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी बेटी छात्रावास में रहेगी और उसके पालन-पोषण तथा इलाज का पूरा खर्च शासन वहन करेगा। दुर्गेश और उनकी पत्नी खुश हैं कि उनकी बच्ची छात्रावास में बढ़िया परवरिश हो रही हैं। (खबरनेशन / Khabarnation)
 

Share:


Related Articles


Leave a Comment