कोरोना संक्रमित रह चुके मंत्री के सामने बिना मास्क बच्चों का रहा जमावड़ा

कम व अतिकम बजन के बच्चों की जान से खिलवाड़
 मंत्री के सामने वाहवाही लूटने महिला बाल विकास ने बिना मास्क बच्चों को भीड़ में किया शामिल
देवेन्द्र वैश / खबर नेशन / Khabar Nation
होशंगाबाद। कोरोना संक्रमण के डर से जहां आम आदमी घर से निकलने में कतरा रहा है वही महिला बाल विकास के अधिकारियों ने मंत्री की वाहवाही लूटने के लिए कम व अति कम वजन के बच्चोंं की जान आफत में डाल दी। गुरुवार को पोषण महोत्सव कार्यक्रम में सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया की उपस्थिति में कोरोना संक्रमण को लेकर बड़ी लापरवाही अधिकारियों द्वारा बरती गई। जिले के कम व अतिकम वजन के 17 बच्चों को दूध पैकेट और लाडली लक्ष्मी प्रमाण पत्र वितरण के लिए कोरोना गाइडलाइन का पालन किए बिना स्टेज पर लाया गया। इस दौरान सभी ने लगाए मास्क पहना था पर जिन्हें स्वस्थ बनाए जाने के लिए आयोजन किया गया उन्ही नन्हों को मास्क नहीं लगाया गया। सहकारिता मंत्री, जनप्रतिनिधि और आला अधिकारियों के बीच बड़ी लापरवाही हुई और सभी देखते रहे। हालांकि कार्यक्रम के बाद सहकारिताा मंत्री ने लापरवाही पर अफसोस व्यक्त किया और जिले के अधिकारियों को इस मामले पर कार्रवाई करने को कहा। इस मामले में विभाग के अधिकारी कुछ भी कहने से मना करते रहे। जबकि को रोना गाइडलाइन के अनुसार नियमों को तोड़ने वाले अधिकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

गाइडलाइन का किया पालन
जिला महिला बाल विकास अधिकारी श्री डेहरिया ने लापरवाही सामने आने के बाद कहां की बच्चों को को कोरोना गाइडलाइन के अनुसार स्टेज पर लाया गया था। उन्हें पोषण आहार वितरित किया जाना था जिसके कारण उन्हें लाया गया था। नियमों का उल्लंघन नहीं किया गया। इधर देखे तो बाहर से आए कुछ बच्चों के पालकों ने बताया कि यदि यहां से बच्चों को कोरोना संक्रमण या हमें कुछ होता है तो उसकी जवाबदारी कोई नहीं लेगा। हमें कार्यक्रम में आने के लिए कहां गया था तो आना पड़ा।

हम सभी का दायित्व, कोई भी बच्चा कुपोषित न रहें - मंत्री भदौरिया
सरकार द्वारा समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक जन हितैषी योजनाओं का लाभ पहुँचाया जा रहा है। हम सभी का दायित्व है कि कोई भी बच्चा कुपोषित न रहें। यह बात सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया ने जिला स्तरीय पोषण कार्यक्रम में कही। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने जिला पोषण प्रबंधन रणनीति का विमोचन किया। पोषण प्रबंधन रणनीति के माध्यम से कम वजन, स्टंटिन्ग, अतिगंभीर कुपोषण, एनीमिया एवं किशोरियों एवं महिलाओं में खून की कमी जैसी समस्याओं में कमी लाने हेतु वर्ष 2022 तक लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस रणीनीतिक प्रयास से शिशु मृत्यु दर एवं मातृ मृत्यु दर में प्रभावी कमी लाने के लिए विभिन्न विभागो के अभिसरण से रणनीति तैयारी की गई है। मंत्री भदौरिया ने पोषण उत्सव के सुअवसर पर कुपोषित बच्चों को सुगंधित दूध का वितरण किया तथा लाड़ली लक्ष्मी योजनांतर्गत बालिकाओं को प्रमाण पत्र का वितरण किया। विधायक सीतासरन शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा बच्चो को कुपोषण से मुक्त करने के साथ-साथ कुपोषण से जागरूकता हेतु शिक्षित करने का कार्य भी तत्परता से किया जा रहा है। सिवनीमालवा विधायक प्रेमशंकर वर्मा ने कहा कि हम सभी का लक्ष्य है कि कोई भी बच्चा कुपोषित न रहे। विधायक विजयपाल सिंह ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चो को दूध का तथा लाड़ली लक्ष्मी योजनांतर्गत छात्रवृत्ति का वितरण बच्चो के सुरक्षित भविष्य हेतु एक सार्थक पहल है।जिला स्तरीय पोषण महोत्सव कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लाइव उद्बोधन को सुना गया तथा प्रदेश को एनीमिया एवं कुपोषण से मुक्त होकर सुपाषित प्रदेश बनाने का संकल्प लिया गया।इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष कुशल पटेल, जनपद अध्यक्ष संगीता सौलंकी, जिला भाजपा अध्यक्ष माधव अग्रवाल, दिनेश शर्मा, कलेक्टर धनंजय सिंह, पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह गौर सहित महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी / कर्मचारी तथा  हितग्राही उपस्थित रहे। 

अति गंभीर कुपोषित बच्चों को मिलेगा पोषण आहार 
 कलेक्टर धनंजय सिंह ने बताया कि जिला स्तरीय पोषण महोत्सव कार्यक्रम के माध्यम से कम वजन तथा अति गंभीर कुपोषित 6812 बच्चों को पोषण आहार के साथ-साथ सुगंधित दूध भी प्रदाय किया जा रहा है। साथ ही जिले की 6 वीं कक्षा में अध्ययनरत 2256 बालिकाओं को 2 हजार रूपए एवं कक्षा 9 वीं अध्ययनरत 743 बालिकाओं को 4 हजार रूपए के मान से इस तरह कुल 2999 बालिकाओं को ऑन लाइन पैमंट के माध्यम से 74 लाख 84 हजार रूपए की छात्रवृत्ति का वितरण ई पेमेन्ट के माध्यम से किया जा रहा है।

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