स्टाइलिश छज्जों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी, इसलिए ऊंचाई से गिरने की घटनाएं बढ़ रही हैं

खबर नेशन / Khabar Nation  

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष मनोहर ममतानी एवं माननीय सदस्य राजीव कुमार टंडन ने ’छह मामलों में स्वतः संज्ञान’ लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।
मप्र मानव अधिकार आयोग ने भोपाल शहर में महानगरीय स्टाइल में बनने वाले इण्डो वेस्टर्न मल्टी स्टोरी हाउस में सुरक्षा मानकों की गंभीर अनदेखी किये जाने के कारण जान-माल की असुरक्षा का ध्यान रखे बगैर असुरक्षित तरीके से हो रहे निर्माण कार्यों के चलते बच्चों व बड़ों के ऊंचाई से गिरने के मामले बढ़ने संबंधी एक विस्तृत मीडिया रिपोर्ट पर संज्ञान लिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक निर्माण लागत बचाने और आधुनिकता के नाम पर सुरक्षित मानव जीवन और नागरिकों की जान से लगातार खिलवाड़ किया जा रहा है। मामले में आयोग ने प्रमुख सचिव, नगरीय विकास एवं आवास विभाग, मप्र शासन, मंत्रालय, भोपाल तथा आयुक्त, नगरीय विकास एवं आवास संचालनालय, भोपाल से ऐसे सभी प्रकरणों की जांच कराकर नागरिकों को जोखिमपूर्ण परिस्थितियों से निवारित करने के लिये की गई कार्यवाही के संबंध में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।

62 साल की मां ने की शिकायत - खाना नहीं देता, घर में भी घुसने नहीं देता बेटा
मप्र मानव अधिकार आयोग ने इंदौर शहर के द्वारकापुरी थानाक्षेत्र निवासी एक बुजुर्ग मां द्वारा द्वारकापुरी थाने में अपने बड़े बेटे के खिलाफ खाना नहीं देने और घर में घुसने भी नहीं देने, खाना मांगने पर मारने के धमकी देने के मामले में संज्ञान लिया है। 62 वर्षीया मां श्रीमति संतोष बेन पटेल का कहना है कि बड़ा बेटा हेमेन्द्र उसे तरह-तरह से परेशान करता है। पुलिस ने हेमेन्द्र के खिलाफ मप्र मेंटेनेंश एण्ड वेलफेयर आॅफ सीनियर सिटीजन एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। हेमेन्द्र फरार है, पुलिस उसकी तलाश कर हरी है। मामले में आयोग ने पुलिस कमिश्नर, इंदौर तथा कलेक्टर इंदौर से वृद्ध महिला के संबंध में अपेक्षित कार्यवाही कराकर तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।

श्रमिक से बेरहमी से पिटाई करने वाले की नहीं हुई गिरफ्तारी
मप्र मानव अधिकार आयोग ने रायसेन जिले के औद्योगिक प्रक्षेत्र मंडीदीप में आयशर कम्पनी का जाॅब बनाने वाली कंसल इंजीनियरिंग के मैनेजर और उसके बाऊंसर द्वारा कंसल कम्पनी में काम करने वाले विकास राजपूत के साथ बेरहमी से नग्नावस्था में मारपीट करने और उसे जान से मारने का प्रयास करने के मामले में संज्ञान लिया है। पीड़ित जैसे-तैसे जान बचाकर भागा और सतलापुर थाने में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने अबतक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की है। मामले में आयोग ने पुलिस अधीक्षक, रायसेन से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही व सुसंगत दस्तावेजों सहित तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।

झोलाछाप बने रहे ग्रामीणों के जीवन में अभिशाप
मप्र मानव अधिकार आयोग ने रीवा जिले के तराई अंचल गढ़ी क्षेत्र में प्रशासन की नाक के नीचे झोलाछाप लोगों द्वारा खुलेआम इलाज करने, इनके चंगुल में फंसकर ग्रामीणों द्वारा अपना जानमाल लुटाने के बावजूद जिला व स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं करने के मामले में संज्ञान लिया है। क्षेत्र के कई ग्रामीण इनके पास अपनी गंभीर बीमारी का इलाज कराने पहुंच जाते हैं और अंततः मरीजों की जान भी चली जाती है। ये झोलाछाप मामला बिगड़ने पर मरीज को स्वयं के व्यय पर अपना रिश्तेदार बताकर किसी शासकीय अस्पताल या नर्सिंग होम में भर्ती कराकर अपना काम निकाल लेते हैं। मामले में आयोग ने पुलिस अधीक्षक तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, रीवा से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।

बेटी के प्रेम विवाह करने पर मां को मिली सजा
मप्र मानव अधिकार आयोग ने बैतूल जिले के कोतवाली थानाक्षेत्र में एक विधवा महिला उर्मिला बाई की समाज के लोगों ने केवल इसलिए पिटाई कर दी, क्योंकि उसकी बेटी ने अंतरजातीय विवाह कर लिया था। इससे समाज के भगत और सामाजिक लोगों ने उर्मिला बाई को इतना पीटा कि उसे जिला अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। दरअसल मामला भू-विवाद का है। बेटी के अंतरजातीय विवाह कर लेने की आड़ में कुछ दबंग पीड़िता उर्मिला की जमीन पर अपना हक जताकर उसे उसकी मालिकाना भूमि से बेदखल करना चाहते हैं। मामले में आयोग ने पुलिस अधीक्षक बैतूल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।

तीन दिन से गायब युवक का शव कुएं में मिला, पुलिस की लापरवाही पर गुस्साए परिजनों ने लगाया जाम
मप्र मानव अधिकार आयोग ने गुना जिले के बजरंगगढ़ थाना क्षेत्रांतर्गत ग्राम सतनपुर निवासी तीन दिनों के गायब एक युवक नीलम सिंह यादव की लाश कुएं में मिलने से परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। मृत युवक के परिजनों और यादव समाज के लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर हनुमान चैराहे पर आकर चक्काजाम कर दिया। परिजनों को आशंका है कि उनके गांव का ही एक किसान परिवार हिरण का शिकार करने के लिये करंट के तार बिछाकर रखता था। संभवतः इन्हीं तारों की चपेट में आकर नीलम सिंह की मौत हुई है। घटना के बाद यादव समाज ने पहले एसपी को ज्ञापन दिया। बाद में आक्रोशित परिजनों ने हनुमान चैराहे पर चक्काजाम लगा दिया और संदेही आरोपियों के घर बुलडोजर चलाने की मांग की। परिजनों की ओर से यह भी कहा जा रहा है कि नीलम सिंह की मौत लापता होने के तुरंत बाद हो गई थी। आरोपियों द्वारा उसका शव छिपाया जा रहा था। मामले में आयोग ने पुलिस अधीक्षक, गुना से घटना के संबंध में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है। 


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