सरकार बनाने जा रही है संजीव दुबे को दिल का टुकड़ा
खबर नेशन /Khabar Nation
मध्यप्रदेश के दो कांग्रेस विधायकों और वन मंत्री उमंग सिंघार पर शराब ठेकेदारों से लाखों रुपए मांगने का आरोप लगाने वाले सहायक आयुक्त संजीव दुबे को अब सरकार अपने दिल का टुकड़ा बनाने की तैयारी कर रही है । गौरतलब है कि कुछ माह पूर्व जब मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और वन मंत्री उमंग सिंघार के बीच राजनीतिक अदावत सड़कों पर उतर आई थी तब एक टेलीफोन वार्ता की आडियो क्लीपिंग ने राजनैतिक और प्रशासनिक हलकों में सनसनी मचा दी थी ।उसी रात को मप्र जनसंपर्क कार्यालय ने एक ट्वीट किया- सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो के प्रकरण में राज्य शासन के द्वारा धार में पदस्थ सहायक आयुक्त आबकारी विभाग संजीव दुबे को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया था।
सोशल मीडिया पर धार के आबकारी आयुक्त संजीव दुबे और व्हीशल ब्लोअर डॉ. आनंद राय का एक ऑडियो तेजी से वायरल हुआ था ।
इसमें दोनों की बातचीत में आबकारी आयुक्त ने जिले के दो कांग्रेस विधायक और एक मंत्री द्वारा शराब ठेकेदारों से लाखों रुपए मांगने का आरोप लगाया है। उसी रात को मप्र जनसंपर्क कार्यालय ने एक ट्वीट किया- सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो के प्रकरण में राज्य शासन के द्वारा धार में पदस्थ सहायक आयुक्त आबकारी विभाग संजीव दुबे को तत्काल प्रभाव से हटाया गया है।साथ ही संपूर्ण घटना के जांच के अादेश भी दिए गए हैं।
डॉ. आनंद राय से बात करते हुए आबकारी आयुक्त दुबे ने कहा कि 15 लाख राजवर्धन मांगता है, 20 लाख उमंग सिंघार मांगता है और अब डॉ. हीरालाल अलावा 10 लाख रुपए मांग रहे हैं। यदि इतनी कमाई होती ताे अडाणी और अंबानी भी दारू का ही धंधा करते। इतना रुपया ठेकेदार नहीं दे सकता। यदि वो दे देगा तो मर जाएगा। दरअसल दोनों की बातचीत मनावर विधायक डॉ. अलावा द्वारा हाल ही में शराब की गाड़ी पकड़ने के संबंध में थी। इधर सोशल मीडिया पर दोनों की बातचीत वायरल होने के बाद राजनीतिक गलियारों में कांग्रेस विधायकों को लेकर चर्चाएं हो रही है। लोगों ने कुछ महीने पहले धामनोद में शराब ठेकेदार और विधायक पांचीलाल मेड़ा के बीच हुए विवाद को लेकर कहा मेड़ा ने भी रु. मांगे ही होंगे।
ऑडियो फर्जी है, साइबर सेल को जांच के लिए भी दूंगा
मामले में आबकारी आयुक्त संजीव दुबे का कहना था कि वह मेरी आवाज नहीं है। वह ऑडियो फर्जी है। मैं ऑडियो साइबर सेल को जांच के लिए भी दूंगा।
मैं कुछ नहीं कहना चाहता
डॉ. आनंद राय ने कहा था कि जो ऑडियाे वायरल हुआ है उस पर मैं कुछ नहीं कहना चाहता हूं। हां इतना जरूर है कि वन मंत्री उमंग सिंघार के विधानसभा क्षेत्र के जामदा-भूतिया में जो शराब की फैक्टरी पकड़ाई थी, वहां शराब माफियाओं को किसका संरक्षण है यह सभी जानते हैं। वहां के अपराधियों को उनका खुला संरक्षण है। इसका मैंने राहुल गांधी को ट्विट किया है।
मुझे शराब ठेकेदार से पैसे लेने होते तो गाड़ी ही क्यों पकड़वाता
मनावर विधायक डाॅ. हीरालाल अलावा ने कहा यदि मुझे शराब के ठेकेदार से पैसे ही लेने होते तो गाड़ी क्यों पकड़वाता। संजीव दुबे जिले में अवैध शराब के धंधे को रोकने में पूरी तरह से नाकाम रहे हैं। इनके ट्रांसफर के लिए मैंने सीएम को पत्र लिखा था। मेरी विधानसभा में चप्पे-चप्पे पर दारू बिक रही है। दुबे 5 साल में एक गाड़ी पकड़ पाए हैं। जो काम आबकारी विभाग को करना चाहिए वह विधायक कर रहा है। मेरे नाम पर बीच में कोई कुछ कर रहा हो तो मुझे नहीं पता। ये कौन ठेकेदार बांट रहा है। क्या दुबे ठेकेदारों से बंटवा रहे हैं। मैंने ऑडियो को लेकर सीएम कमलनाथ से भी बात की है। आगे भी कार्रवाई करूंगा।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई आबकारी आयुक्त संजीव दुबे और डॉ. आनंद राय की बातचीत की खबर नेशन किसी भी तरह से पुष्टि नहीं करता है।
सूत्रों के अनुसार अब इस मामले में सरकार धीरे से संजीव दुबे को महत्त्वपूर्ण पोस्टिंग देने जा रही है । गौरतलब है कि आबकारी आयुक्त मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से भी मिल चुके हैं । संजीव दुबे की यह मुलाकात मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बालसखा और निर्माण कार्यों से जुड़े देश के एक बड़े बिल्डर दिलीप सूर्यवंशी ने करवाई है । गौरतलब है कि सूर्यवंशी पर शिवराज सरकार में अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए भारी भरकम सरकारी ठेके हथियाने के आरोप लगाये जा चुके हैं । इसी के साथ ही भाजपा को भारी भरकम राजनैतिक चंदा देने वालों की सूची में दिलीप सूर्यवंशी का नाम सम्मानजनक स्थान पर शामिल हैं ।