मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग की पहल पर सेवानिवृत्त होमगार्ड सैनिक को ग्रेच्युटी मिली

KHABAR NATION

भोपाल

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग की सक्रियता से सेवानिवृत्त होमगार्ड सैनिक नरबहादुर थापा को उसकी संचित निधि की राशि रूपये 2,94,840.00 आयोग की पहल पर नियमों में शिथिलता से पीड़ित सेवानिवृत्त होमगार्ड सैनिक को उसकी ग्रेच्युटी मिल गई। राशि का भुगतान कराकर मानवीयता का उदारण पेश किया।
8 फरवरी, 2023 में दैनिक समाचार पत्र में प्रकाशित खबर “पुलिस वाला भीख मांग रहा है।“ सेवानिवृत्त होमगार्ड सैनिक नरबहादुर थापा को सेवानिवृत्त की संचित निधि राशि नहीं मिलने पर भीख मांगने की स्थिति निर्मित हुई है। मानव अधिकार आयोग ने खबर पर संज्ञान लेते हुये डिस्ट्रिक्ट कमाण्डेन्ट होमगार्ड, जिला भोपाल को नोटिस भेज कर उक्त प्रकरण में प्रतिवेदन मांगा गया।
मानव अधिकार आयोग ने इस प्रकरण में सेवानिवृत्त सैनिक होमगार्ड नरबहादुर थापा के आवेदन पर उनके दस्तावेजों के आधार पर प्रकरण में अनुशंसा की जाकर उसके सेवाकाल की अवधि की संचित निधि राशि प्रदाय किये जाने के लिये आदेश जारी कर शासन के संज्ञान में लाया गया।
मानव अधिकार आयोग के निर्णय को मान्य किया गया और होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा मुख्यालय, मध्यप्रदेश, जबलपुर द्वारा 23 फरवरी, 2024 को सेवानिवृत्त होमगार्ड सैनिक नरबहादुर थापा को उनकी ग्रेच्यूटी संचित निधि की राशि प्राप्त हो गई है।
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के प्रयास से मिली आर्थिक सहायता राशि
मानव अधिकार आयोग के प्रयास से आवेदक त्रिभुवन नाथ मिश्रा आत्मज स्व. राजनारायण मिश्रा, ग्राम दमडिया, बानापुरा, तहसील सिवनी-मालवा, जिला-नर्मदापुरम,  म.प्र. के पीड़ित पुत्र शौर्य मिश्रा को 1,00,000-/ (एक लाख रूपये) की आर्थिक सहायता राशि का भुगतान किया जा चुका है। मामला नर्मदापुरम जिले का है। आयोग के प्रकरण क्रमांक 7171/नर्मदापुरम/2022 के अनुसार आवेदक-श्री त्रिभुवन नाथ मिश्रा की शिकायत के संबंध में आयोग के प्रयास से आवेदक को पुलिस अधीक्षक जिला-नर्मदापुरम द्वारा 1,00,000/- (एक लाख रूपये) की आर्थिक सहायता राशि का भुगतान किया गया।   

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