सीएए के समर्थन में उठ रही जनता की आवाज दबा रही कमलनाथ सरकार : गोपाल भार्गव
नेता प्रतिपक्ष ने खिरकिया और होशंगाबाद में प्रबुद्धजन संगोष्ठियों को संबोधित किया
खबर नेशन / Khabar Nation
भोपाल। मध्यप्रदेश में भोपाल, उज्जैन, देवास, मंदसौर जैसे कई जिलों में हजारों की संख्या में लोग नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में शांतिपूर्ण रैली निकाल रहे हैं, लेकिन कांग्रेस सरकार के दबाव में प्रशासन इन रैलियों के लिये अनुमति नहीं दे रहा है। जबकि सीएए के विरोध में निकलने वाली रैलियों की अगुवाई संवैधानिक पद पर बैठे मुख्यमंत्री, मंत्री करते हैं और यही प्रशासन धारा 144 को शिथिल करके रैलियों की अनुमति देता है। सरकार सीएए के समर्थन में उठने वाली हर आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। यह बात नेता प्रतिपक्ष श्री गोपाल भार्गव ने गुरूवार को हरदा जिले के खिरकिया और होशंगाबाद में प्रबुद्धजन संगोष्ठियों को संबोधित करते हुए कही।
कांग्रेस का काम लटकाना, अटकाना और जनता को भटकाना
नेता प्रतिपक्ष श्री भार्गव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री श्री अमित शाह ने वर्षों से लंबित मामलों को जनआकांक्षाओं के अनुरूप पूरा करने का काम किया है। अनुच्छेद 370, राम मंदिर ऐसे मामले हैं, जिन्हें कांग्रेस ने 70 सालों तक अटकाए रखा। कांग्रेस का एकमात्र काम लटकाना, अटकाना और जनता को भटकाना है। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि हमारे पास श्री नरेन्द्र मोदी और श्री अमित शाह जैसे नेता हैं, जिन्होंने दमदार फैसले लिए हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष व गृह मंत्री श्री अमित शाह ने स्पष्ट कहा है कि सारी की सारी विपक्षी पार्टियां भी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो जाएं, तब भी भाजपा नागरिकता संशोधन कानून पर एक इंच भी पीछे नहीं हटेगी। श्री भार्गव ने कहा कि हमें भी अपने नेतृत्व के साथ डंटकर खड़े रहना है और जनता को समझाना है कि यह कानून भारत आए उन शरणार्थियों के लिए है, जो पीड़ित और शोषित हैं।
ननकाना साहिब की घटना पाक में अल्पसंख्यकों पर हो रहे जुल्म का सबूत
श्री गोपाल भार्गव ने कहा कि कुछ दिनों पहले हमारी आस्था के केन्द्र गुरु नानकदेव जी के पाकिस्तान में स्थित जन्मस्थान ननकाना साहिब में जिस तरह की घटना हुई है, वह पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न का जीता जागता सबूत है। उपद्रवियों ने जिस तरह ननकाना साहिब को तोड़ने की कोशिश की और वहां के सिख परिवार की लड़कियों का धर्म परिवर्तन किया, यह पाकिस्तान के रवैये को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि सीएए के विरोधियों को पाकिस्तान में हिंदू, सिख तथा अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार का और क्या सबूत चाहिए? उन्होंने कहा कि इस घटना से सीएए की जरूरत को पूरा विश्व समझ चुका है, लेकिन कांग्रेस को यह बात समझ में नहीं आ रही है।
दलितों का अपमान कर रहे कमलनाथ
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत में अपनी इज्जत और जान बचाकर आए हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई और पारसी शरणार्थियों में 70 प्रतिशत से अधिक दलित वर्ग से आते हैं। देश के दलित यह देख रहे हैं कि कांग्रेस और सारे विपक्षी दल किस तरह दलितों के खिलाफ काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में भी मुख्यमंत्री कमलनाथ सीएए को लागू न करने की बात कहकर दलितों का अपमान कर रहे हैं।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए हरदा विधायक श्री कमल पटेल ने सीएए को लेकर चल रहे जनजागरण अभियान में हर नागरिक की भागीदारी को सुनिश्चित करने की बात कही। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष श्री अमरसिंह मीणा, श्री जगदीश सोलंकी, नगरपालिका अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र जैन, श्री दीपक शर्मा, श्री रामनारायण राजपूत, श्री सुधीर सोनी सहित पार्टी कार्यकर्ता एवं प्रबुद्धजन मौजूद थे। होशंगाबाद में पूर्व विस अध्यक्ष व विधायक श्री सीताशरण शर्मा, श्री विजयपाल सिंह, श्री ठाकुरदास नागवंशी, जिलाध्यक्ष श्री हरिशंकर जायसवाल सहित पदाधिकारी एवं प्रबुद्धजन उपस्थित थे।