पहली से 12वीं कक्षा तक जनरल प्रमोशन की मांग
इंदौर।कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।जिससे विद्यार्थियों में असमंजस की स्थिति पैदा हो गयी है। परिस्थितियों को मद्देनजर रखते हुए युवा समाजसेवी और सामाजिक संस्था अल-मेमन फाउंडेशन के अध्यक्ष हाजी अमान मेमन ने मांग की है कि पहली से बारहवीं के विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन दिया जाए। उन्होंने कहा है कोरोना वायरस के माहौल के चलते छात्र-छात्राओं की पढ़ाई नहीं हो पाने से तनाव में हैं। सभी विद्यार्थी मानसिक रूप से भविष्य को लेकर परेशान हैं।इसलिए उनको पास कर अगली कक्षा में प्रमोट किया जाना चाहिए,ताकि मानसिक रूप से राहत मिल सके। हाजी अमान मेमन ने राज्य शिक्षा केंद्र संचालक को पत्र लिखा है। इसमें लिखा कि शिक्षा के अधिकार कानून के तहत पहली से चौथी और छठी-सातवीं के छात्रों को फेल करने का प्रावधान नहीं है। ऐसे में उन्हें पूर्व परिणामों के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट किया जा सकता है।वहीं 5 से 12 वीं के विद्यार्थियों को भी आपात स्थिति को देखते हुए जनरल प्रमोशन दिया जाए।उन्होंने बताया कोरोना की राष्ट्रीय आपदा के चलते स्कूल कोचिंग बन्द करने से पढ़ाई में व्यवधान हो गया है।होस्टल में रहने वाले और बाहर जाकर पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राएं अपने घर पहुंच चुके हैं। परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन के लिए मनोवैज्ञानिक रूप से पढ़ाई का दबाब बनने से तनाव बढ़ रहा है।इस स्थिति को सरकार को समझना चाहिए। क्योंकि समय पर परीक्षा न होने से अगला सत्र भी प्रभावित होगा।स्कूल संचालक भी पसोपेश में हैं कि नए सत्र पर ध्यान दें कि परीक्षा लें। हाजी अमान मेमन ने बताया कि 31 मार्च तक सभी शासकीय और निजी स्कूलों को बंद किया है। इस कारण इन कक्षाओं की परीक्षाएं नहीं कराई जा सकी हैं। इस पर पहली से 12वीं कक्षा तक के छात्रों के इसी शैक्षणिक सत्र के दौरान कराए गए मासिक, त्रैमासिक और अर्द्धवार्षिक मूल्यांकन के आधार पर वार्षिक परीक्षाफल तैयार कर अगली कक्षा में प्रमोट करना चाहिए। ताकि भविष्य खराब न हो और समय पर नए सत्र की पढ़ाई की शुरुआत हो सके।