मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज ने गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा को बनाया चिनॉय सेठ
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज अपने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से दो-दो हाथ करने के मूड में
खुलेआम धमकाने का शिवराज सिंह चौहान का नया अंदाज
खबर नेशन / Khabar Nation
70 के दशक की मशहूर फिल्म वक्त का एक डॉयलॉग है कि " चिनॉय सेठ जिनके घर शीशे के होते हैं वो दूसरों के घर पर पत्थर नहीं फैंका करते । कुछ इसी अंदाज में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा से इसी अंदाज में बात कर रहे हैं । अगर शिवराज के इस नये अंदाज को देखा जाए जो पहली बार उपयोग में लाया गया है तो वह गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से दो दो हाथ करने के मूड में हैं । शिवराज सिंह चौहान ने पहली बार अपना नया अंदाज दिखाते हुए किसी को खुलेआम धमकाया है हांलांकि शिवराज सहज भाषा में ही अपनी बात कहते रहे और यह धमकी या सलाह मात्र एक मिनट की ही रही।
गौरतलब है कि नरोत्तम मिश्रा मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री बनने की चाहत रखते हैं और काफी लंबे समय से वे शिवराज सिंह चौहान से नाराज़ चल रहे हैं । हाल ही में मध्यप्रदेश में शिवराज से असंतुष्ट नेताओं ने आपस में अलग-अलग एक दूसरे से मुलाकात की। इन बैठकों से यह संदेश देने का भी प्रयास किया गया कि मध्यप्रदेश में शीघ्र ही नेतृत्व परिवर्तन किए जाने की संभावना है । हांलांकि बाद में सभी असंतुष्ट नेताओं ने इस बात को सिरे से खारिज किया कि नेतृत्व परिवर्तन की कोई संभावना नहीं है। इस बात को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं दी ।
हाल ही में दो दिन पूर्व सीहोर के एक रिसोर्ट में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी कैबिनेट के साथ सदल बल पहुंच गए। वहां उन्होंने अपने मंत्रियों की ब्रेन स्टॉर्मिंग की । इस दौरान बैठक में शिवराज के संबोधन के अंश इस प्रकार रहे ।
...... सार्वजनिक संपत्ति का सुप्रबंधन कैसे हो कई बार कई चीजें हमसे अनदेखी रह जाती हैं...... पिछली बार हमनें चर्चा की थी कि इधर उधर हमारी संपत्ति है बाहर है उसको हम कैसे हमनें लोक संपत्ति विभाग बनाया था काम शुरू कर दिया......एक दो उदाहरण बता रहा हूं कई जगह जैसे सीहोर के पास शुगर मिल थी तीन चार हजार एकड़ जमीन ..... एक उदाहरण के तौर पर बता रहा हूं हम कभी गंभीरता से सोचते नहीं लोग लड़ते लड़ाते रहते हैं तो ऐसी डबरा के पास एक बहुत बड़ी ज़मीन है मैं ये इसलिए कह रहा हूं कि इसका सुप्रबंधन कैसे हो सदुपयोग कैसे हो उसके बारे में हमको सोचना चाहिए.....तो हमारी जो शासकीय संपत्ति है उसका सुप्रबंध हो उसका ठीक उपयोग हो ।
उक्त अंश समाचार के साथ संलग्न वीडियो लिंक
https://youtu.be/e46uir0ybL0
में देखे जा सकते हैं । जो वीडियो में 3:30 से 4:31 वे मिनट पर सुना जा सकता है ।
गौरतलब है कि सीहोर और डबरा का उदाहरण देकर डबरा के नाम पर गृहमंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा को चुप रहने के लिए धमकी भरा सुझाव दिया गया है । गौरतलब है कि नरोत्तम मिश्रा डबरा से हैं और शिवराज जिस जमीन की बात कर रहे हैं वह डबरा की शुगर मिल की है। डबरा शहर से सटी शुगर मिल की सैकड़ों एकड़ जमीन पर अवैध कब्जे हो गये हैं और जिनका मनचाहा उपयोग किया गया है । एक बड़े भाग पर तो अवैध कालोनी भी काट दी गई है।
अवैध कब्जा धारियों को स्थानीय और ताकतवर मंत्री होने के कारण डॉ नरोत्तम मिश्रा का संरक्षण प्राप्त है । शुगर मिल की भूमि पर एक लक्ष्मीनारायण का मंदिर बना है । जिसके ट्रस्ट में नरोत्तम मिश्रा के नजदीकी लोग शामिल हैं ।
अगर उक्त वीडियो में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कहे गए शब्दों के अनुसार उक्त भूमि के सुप्रबंधन और सदुपयोग के शासकीय प्रयास किए गए तो डॉ नरोत्तम मिश्रा के कई नजदीकी लोगों को खामियाजा भुगतना पड़ सकता है ।