भाजपा महिला नेत्री दंपति ने मोदी के नाम पर कर डाली चार सौ बीसी

 

 

आरोपियों को बचाने उतारे राष्ट्रीय स्तर के दिग्गज नेता

 

अनुशासनात्मक कार्रवाई की बजाय एक और पद से नवाजा 

 

गौरव चतुर्वेदी/ खबर नेशन/Khabar Nation

 

भारतीय जनता पार्टी की एक महिला नेत्री और उसके पति ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्लैगशिप योजना को लेकर ठगी कर डाली । जब इस मामले की जानकारी भाजपा के राष्ट्रीय स्तर के आला नेताओं के सामने आई तो उक्त महिला नेत्री को पद से हटाने की बजाय एक और पद देकर नवाज दिया गया ।

 

मामला इस प्रकार है भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चे की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राजस्थान भाजपा की प्रवक्ता पूजा कपिल मिश्रा एवं उनके पति जागृत प्रभात मिश्रा उर्फ नीरज मिश्रा ने प्रधानमंत्री की फ्लैगशिप योजना प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के मिलते-जुलते नाम को लेकर कंपनियां रजिस्टर्ड करा डाली। दोनों यही नहीं रुके बल्कि मध्यप्रदेश में मध्य प्रदेश राज्य सहकारी जन औषधि विपणन संघ के नाम से दवाओं का व्यापार शुरू कर बैठे।

 

 इस मामले की जानकारी प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना को संचालन करने वाली पीएसयू फार्मास्यूटिकलस एंड मेडिकल डिवाइस ब्यूरो ऑफ़ इंडिया (पूर्व नाम बीपीपीआई ) को लगी तो उन्होंने रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क का दुरुपयोग किए जाने को लेकर आरोपियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करते हुए मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बाग सेवनिया थाने में जागृत प्रभात मिश्रा के खिलाफ प्रकरण क्रमांक 67/ 20 दर्ज करवा दिया । इस प्रकरण में भारतीय दंड विधान की धारा 420 और आईटी एक्ट की धारा 67एवं68 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया । 2020 में दर्ज प्रकरण में भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश के स्थानीय नेताओं और मंत्रियों के दबाव में भोपाल के बाग सेवनिया थाने ने दोषी जागृत प्रभात मिश्रा की गिरफ्तार करने की वजाय प्रकरण में खात्मे की तैयारी कर डाली । जिसे न्यायालय ने रिजेक्ट कर दिया।  दोषी जागृत प्रभात मिश्रा ने उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत की कोशिश भी की । इसे भी हाईकोर्ट ने रिजेक्ट कर दिया । इसके बावजूद जागृत प्रभात मिश्रा को 3 साल बीत जाने के बाद भी गिरफ्तार तो नहीं किया गया बल्कि मामले की जांच को ही दबा दिया गया। जागृत प्रभात मिश्रा और पूजा कपिल मिश्रा मैं आठ कंपनियां बना रखी हैं। जिनके नाम कलर फ्रेम मीडिया प्राइवेट लिमिटेड, वसुंधरा पॉलिटेक प्राइवेट लिमिटेड, जन औषधि फार्मेसी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, जन औषधि फार्मेसी प्राइवेट लिमिटेड, बंधु इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड ,जन औषधि हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड, जन औषधि डायग्नोस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड और जन औषधि संघ है।

 

बताया जा रहा है जागृत प्रभात मिश्रा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई न होने की वजह पूजा कपिल मिश्रा है। जो भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चे की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष है । हाल ही में उन्हें राजस्थान भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश प्रवक्ता बनाया गया है । सूत्रों के अनुसार पूजा कपिल मिश्रा को राजस्थान भाजपा का प्रदेश प्रवक्ता तब बनाया गया । जब उनके एवं उनके पति के खिलाफ इस मामले को लेकर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से शिकायत की गई।  शिकायत के बाद केंद्रीय नेतृत्व ने पूजा कपिल मिश्रा को फटकारा भी था । इसी दौरान पूजा कपिल मिश्रा द्वारा राजस्थान की अलवर जिले से विधानसभा की दावेदारी भी की जा रही थी। शिकायत के बाद पार्टी में कुछ ताकतवर केंद्रीय नेताओं ने लॉबिंन कर पार्टी नेतृत्व को कार्यवाही करने से रुकवा दिया।  टिकट ना दिए जाने के कंपनसेशन में पूजा कपिल मिश्रा को प्रदेश प्रवक्ता पद से नवाज दिया गया।  

 

इस मामले को लेकर जब भोपाल के बाग सेवनिया थाने के प्रभारी अमित सोनी से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि मैं हाल ही में थाने पर पदस्थ हुआ हूं । चुनावी कार्य के पूर्ण होते ही प्रकरण को दिखाता हूं और जो भी अग्रिम कार्रवाई होगी उसे पूरा करूंगा । 

 

जब इस मामले को लेकर पूजा कपिल मिश्रा से दूरभाष पर बात की तो उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र अलग मुद्दा है । हमारी जन औषधि संघ कंपनी अलग है। दोनों का एक दूसरे से कोई संबंध नहीं है । वह अपना काम कर रहे हैं । हमारी कंपनी डिफरेंट है ।जब उनसे पूछा गया की बीपीपीआई ने उनकी कंपनियों से संबद्ध संस्था के खिलाफ ट्रेडमार्क के दुरुपयोग को लेकर जागृत प्रभात मिश्रा के विरुद्ध प्रकरण दर्ज करा रखा है । तो उन्होंने कहा यह उनका मुद्दा है मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगी। कोर्ट में प्रकरण चल रहा है। राजनीतिक दबाव में थाने में कार्रवाई न होने को लेकर उन्होंने कहा कि क्यों होगी ? यह कोई क्राइम थोड़ी ही है। जागृत प्रभात मिश्रा ना मेरे नाम का उपयोग कर रहे हैं और ना मैं अपने राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करती हूं। इस मामले को लेकर जागृत प्रभात मिश्रा ने जो सफर किया है ।वह कोई नहीं कर सकता । मैं अपना राजनीतिक कम कर रही हूं। कुछ लोग मेरे नाम को खींचकर सियासी ड्रामा कर रहे हैं ।

 

पूजा कपिल मिश्रा से बात होने के कुछ देर बाद जागृत प्रभात मिश्रा का फोन इस संवाददाता को आया और उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि पूजा कपिल मिश्रा का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है । जब उनसे यह कहा गया की पूजा कपिल मिश्रा आपकी कंपनियों में डायरेक्टर हैं और सभी कंपनियों के नाम जन औषधि के नाम से मिलते जुलते हैं तो उन्होंने कहा कि मेरी जितनी भी कंपनियां जन औषधि के नाम पर रजिस्टर्ड है उन सबका ट्रेडमार्क और कॉपीराइट मेरे पास है । मूलतः जो बाग सेवनिया थाने में एफआईआर दर्ज की गई है वह मध्यप्रदेश राज्य सहकारी जन औषधि विपणन संघ के खिलाफ है ।मेरी कंपनी के खिलाफ नहीं है । इसलिए पूजा कपिल मिश्रा का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। जागृत प्रभात मिश्रा बात-बात में इस बात का दबाव बनाते रहे कि इस समाचार से पूजा कपिल मिश्रा का जिक्र हटाया जाए।

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