विश्व पर्यटन दिवस 2025: एक तिथि नहीं, एक दर्शन
• धर्मेन्द्र सिंह भाव लोधी Khabar Nation भोपाल विश्व पर्यटन दिवस केवल कैलेंडर की एक तिथि नहीं, बल्कि एक ऐसा दर्शन है जो हमें याद दिलाता है कि पर्यटन समाज, संस्कृति और अर्थव्यवस्था को जोड़ने वाला...
भारत की जीवंत आत्मा के उपासक पंडित दीनदयाल उपाध्याय
धर्मेन्द्र सिंह लोधी Khabar Nation भोपाल भारत वर्ष की महान और गौरवशाली संस्कृति को समय-समय पर अनेक महापुरूषों ने अपने चिंतन एवं दर्शन से समृद्ध किया है। ऐसे ही एक महान और आदर्श व्यक्तित्व हैं,...
आपातकाल: स्वर्णिम लोकतंत्र का काला अध्याय· धर्मेन्द्र सिंह लोधी
Khabar Nation भोपाल भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और संविधान लोकतंत्र का रक्षक, क्योंकि संविधान लोकतांत्रिक मूल्यों, मौलिक अधिकारों और नागरिक स्वतंत्रता की आधारशिला है, किंतु 25 जून 1975 से 31 मार्च 1977 तक का कालखंड ऐसा...
वीर क्रांतिकारी राजा भभूतसिंह : सतपुड़ा की गोद से जन्मी आज़ादी की ज्वाला
एक ऐसा योद्धा जिसकी गाथा लोकगीतों में आज भी जीवित है दुर्गेश रायकवार Khabar Nation भोपाल मध्य भारत की धरती, विशेषकर मालवा...
सैताम मिल के गाते हैं, गौंड मवासी कहाते हैं, फांसीखड्ड- सांकलढोह क्रांति गीत गाते हैं
फिरंगियों से भी लड़ी, भभूतसिंह की पचमढ़ी, स्वर्ग सी सुंदर है ये, पचमढ़ी प्रिय पचमढ़ी अमर राष्ट्र नायक वीर राजा भभूत सिंह समाज की चिर स्मृति में सदैव अमिट अनुराग उइके Khabar Nation
नारी शक्ति की आधुनिक प्रतिमूर्ति: डॉ. अनामिका जैन
Khabar Nation इन्दौर लोकमाता देवी अहिल्या बाई होल्कर भारतीय इतिहास की वह विलक्षण विभूति हैं जिन्होंने महिला शिक्षा, प्रशासन, सेवा और धर्म के क्षेत्र में महिला नेतृत्व की एक आदर्श परंपरा की नींव रखी। आज जब...
दूरदर्शी मां अहिल्या ने शुरु की विधवा पेंशन, नारी सशक्तिकरण की सशक्त हस्ताक्षर
लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर विशेष यूं ही नही बनी रानी से मां और फिर देवी अहिल्या बाई होल्कर भावना अपराजिता शुक्ला Khabar Nation
महिला सशक्तिकरण की नई कहानी लिख रहा है मध्यप्रदेश: आत्मनिर्भरता की दिशा में मजबूत कदम
बिन्दु सुनील Khabar Nation भोपाल : मंगलवार, मई 27, 2025, 12:29 IST एक समय था जब महिलाएं सुरक्षा, शिक्षा और रोजगार को लेकर असमंजस में थीं, लेकिन आज...
इंदौर शहर राम भरोसे - अधिवक्ता विकास डागा
शहरहित व आने वाली पीढ़ी के हित हेतु विजन जरूरी वकालत पेशा नहीं, मेरा धर्म आम जनमानस को न्याय दिलाना मेरी पहली प्राथमिकता- अधिवक्ता विकास डागा चंद केस में पुलिस कम शिक्षित, पुलिस की लापरवाही कार्यप्रणाली की वजह से अपराधी...
जैसे शिक्षक होंगे...वैसे छात्र!
जैसे शिक्षक होंगे...वैसे छात्र ! इंदौर, नगर प्रतिनिधि। शिक्षक, छात्रों के आदर्श होते हैं। वो उनसे सीखते हैं। शिक्षकों को सरल, मेहनती और अनुशासन वाला होना चाहिए। अपनापन होना चाहिए। यह बात देवी अहल्या विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर राकेश सिंघई ने शिक्षकों को संबोधित करते...