प्रदेश में लगातार कम हो रही गरीबी

कैरियर Aug 08, 2023

गरीब कल्याण की योजनाओं ने कमजोर वर्ग को बनाया आत्मनिर्भर व सशक्तः विष्णुदत्त शर्मा
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- मध्यप्रदेश में सरकारी प्रयासों से गरीबी में आई 15.94 प्रतिशत की कमी
मध्यप्रदेश को मिली इस उपलब्धि पर प्रदेश अध्यक्ष ने जताया मुख्यमंत्री का आभार

खबर नेशन/ Khabar Nation

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की इंदिरा गांधी की सरकार ने नारा दिया था कि देश से गरीबी हटाएंगे,  लेकिन देश से गरीबी तो नहीं हटी बल्कि लोग गरीबी के तले दबते चले गए। मध्यप्रदेश में 1 करोड 36 लाख लोग गरीबी रेखा से बाहर आ गए हैं, जिसके लिए मैं मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान का आभार जताता हूं और बधाई देता हूं। 2014 में जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनी, तो उन्होंने कहा था कि मेरी सरकार गरीबों को समर्पित सरकार है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार का यह संकल्प अब सिद्धि की ओर बढ़ रहा है। आज मध्यप्रदेश के नीति आयोग ने बहुआयामी गरीबी पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की है। इसके बारे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया है कि मध्यप्रदेश में गरीबी में 15.94 प्रतिशत की कमी आई है। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में गरीबों की आबादी में 20.58 प्रतिशत की गिरावट आई है। गरीबों के जीवन में यह आमूलचूल सुधार सरकार की जनहितैषी योजनाओं के बल पर हुआ है।

कांग्रेस के गरीबी हटाओ के नारे खोखले हुए साबित

प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि प्रदेश की शिवराज सरकार द्वारा गरीब कल्याण के लिए शुरू की गई योजनाओं को देखकर खुशी होती है कि आज हर घर में खुशहाली है। लोग आत्मनिर्भर बन रहे हैं। रोटी, कपड़ा, मकान, रोजगार, शिक्षा  और स्वास्थ्य सुविधाएं न होना भी गरीबी है, लेकिन इस कमी को दूर करने का काम शिवराज सरकार ने किया है। लाड़ली लक्ष्मी योजना लागू करने के बाद से प्रदेश में लिंगानुपात में सुधार हुआ है। पुलिस भर्ती में महिलाओं को आरक्षण दिया है। महिलाओं को सशक्त बनाने लाडली बहाना योजना लाई गई है और प्रत्येक माह लाड़ली बहनों के खाते में एक हजार रुपये डाले जाते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकारों के दौरान देश में गरीबी बढऩे का मुख्य कारण भ्रष्टाचार था। कांग्रेस के ही एक प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि हम दिल्ली से एक रुपया भेजते हैं, तो गांव तक सिर्फ 15 पैसे पहुंचते हैं। बाकी राशि भ्रष्टाचार और दलालों की भेंट चढ़ जाती है। इसके बावजूद कांग्रेस के बेशर्म नेता यह कहते थे कि देश में गरीबी इसलिए बढ़ रही है क्योंकि गरीब दोनों समय भोजन करने लगे हैं। श्री शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की सरकारों के नारे कितने खोखले थे, इसका अंदाज इन तथ्यों से लगाया जा सकता है कि इंदिरा गांधी जी के समय 1974 में महंगाई की दर 28 प्रतिशत थी। 2013 में यह 11 प्रतिशत पर आ गई। जबकि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के फलस्वरूप महंगाई की दर 8.1 प्रतिशत पर आ गई है।

प्रदेश में लगातार कम हो रही गरीबी

श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि प्रदेश में गरीबी का स्तर लगातार कम हुआ है। एमपीआई के आकड़े जब हम देखते हैं तो हमें अपार खुशी होती है। एमपीआई 2023 के अनुसार, मध्यप्रदेश में पांच वर्षों की अवधि में “बहुआयामी गरीब“ व्यक्तियों की संख्या में 15.94 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। यह 36.57 प्रतिशत से घटकर 20.63 प्रतिशत हो गई है। प्रतिशत हेडकाउंट में सबसे अधिक सुधार अलीराजपुर (31.05 प्रतिशत), बड़वानी (28.08 प्रतिशत), खंडवा  (27.38 प्रतिशत), बालाघाट (26.48 प्रतिशत) और टीकमगढ़ (26.33 प्रतिशत) में देखा गया है। मध्यप्रदेश में गरीबी की तीव्रता भी 47.25 प्रतिशत से घटकर 43.70 प्रतिशत हो गई है। भारत 2030 से काफी पहले एसडीजी लक्ष्य 1.2 (बहुआयामी गरीबी को कम से कम आधा कम करना) प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। देश की शून्य गरीबी की उपलब्धि की समयसीमा से पहले मध्यप्रदेश द्वारा इस को पूरा कर लेने की संभावना है। मध्यप्रदेश की ग्रामीण बहुआयामी गरीब आबादी में एक महत्वपूर्ण 20.58 प्रतिशत (45.9 प्रतिशत से 25.32 प्रतिशत) की गिरावट देखी गई है।

स्वच्छता में हुआ अमूलचूल सुधार

प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश ने स्वच्छता में सबसे महत्वपूर्ण सुधार किया है, प्रदेश के प्रत्येक संकेतक में वंचित एवं बहुआयामी गरीबों के स्वच्छता के अभाव में 19.81 प्रतिशत की कमी देखी गई हैं। खाना पकाने के ईंधन के अभाव में 16.28 प्रतिशत की कमी, आवास अभाव में 15.12 प्रतिशत, पोषण अभाव में 13.6 प्रतिशत की कमी, मातृ स्वास्थ्य अभाव में 9.54 प्रतिशत की कमी, पेयजल अभाव में 8.84 प्रतिशत की कमी देखी गई है। कुल जनसंख्या का प्रतिशत जो प्रत्येक संकेतक में वंचित और बहुआयामी  गरीब हैं, उनके स्कूली शिक्षा के अभाव के वर्षों में 6.06 प्रतिशत की कमी देखी गई है, बैंक खाते के अभाव में 5.98 प्रतिशत की कमी आई है, संपत्ति के अभाव में 5.68 प्रतिशत की गिरावट, बिजली के अभाव में 5.6 प्रतिशत की गिरावट, स्कूल उपस्थिति में 2.48 प्रतिशत की वृद्धि, एवं बाल और वयस्क मृत्यु दर में 1.26 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। यह आकड़े हमें अपार खुशी प्रदान करते हैं।

गरीब कल्याण के संकल्प को लेकर आगे बढ़ रही प्रदेश सरकार

प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने सबसे पहले देश में जनधन खाते खोले। इसका परिणाम यह हुआ कि सरकार द्वारा शुरू की गई गरीब कल्याण की योजनाओं की राशि सीधे तौर पर हितग्राहियों के खातों में पहुंचने लगी। न भ्रष्टाचार रहा, न दलालों की कोई भूमिका रही। मोदी सरकार ने पीएम आवास, आयुष्मान भारत जैसी जो योजनाएं शुरू की, उनसे देश के गरीबों के जीवन में तेजी से बदलाव आया। यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकारों का गरीब कल्याण का संकल्प अब साकार हो रहा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश आज अगर गरीब कल्याण के क्षेत्र में एक अग्रणी राज्य बनकर उभरा है, तो उसकी वजह यह है कि मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की सरकार ने स्थानीय स्तर पर तो इसके लिए प्रयास किए ही हैं, साथ ही प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई गरीब कल्याण योजनाओं को भी प्रदेश में उत्साहपूर्वक लागू किया है।

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गौरव चतुर्वेदी

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