ऐसे ही शराब माफिया खत्म होते हैं, तो घर-घर शराब पहुंचा दें कमलनाथः शिवराज सिंह
Khabar Nation / खबर नेशन
भोपाल। शराब की उप दुकानें खोलने के पक्ष में मुख्यमंत्री कमलनाथ ऐसे कुतर्क दे रहे हैं, जो गले नहीं उतर रहे हैं। अगर उप दुकानें खोलने से शराब माफिया खत्म होता है, तो घर-घर शराब पहुंचा दीजिये। शराब की होम डिलेवरी करा दीजिये कमलनाथ जी। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री शिवराजसिंह चौहान ने मीडिया से चर्चा करते हुए कही।
ऐसे गैर जिम्मेदार रवैये की उम्मीद ना थी
पूर्व मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मेरे पत्र का कमलनाथ जी ने जो जवाब दिया है, वह मेरे साथ-साथ पूरे प्रदेश को आहत करने वाला है। एक जिम्मेदार सरकार से इस तरह के गैर जिम्मेदार रवैये की उम्मीद नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री रहते हुए जनता के हित को ध्यान रखकर प्रदेश में शराब की नई दुकानें नहीं खुलने दी। इस संबंध में सारे तथ्य और प्रमाण आपके सामने हैं। श्री चौहान ने कहा कि मेरे लिये प्रदेश का हित सर्वोपरि था, माफियाओं का नहीं। कमलनाथ जी, अगर आप प्रदेश के हितों की चिंता करते हैं, तो आपको अपने नेतृत्व में नशामुक्ति अभियान चलाना चाहिए।
बापू की 150 वीं जयंती पर विनाशकारी फैसला मत लीजिए
श्री चौहान ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को संबोधित करते हुए कहा कि आप शराब दुकानों के पक्ष में कुतर्क करने की बजाय मध्यप्रदेश को आदर्श प्रदेश बनाने पर ध्यान दीजिये। यही आपके हित में है और प्रदेश के हित में भी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को कुतर्क करने की बजाय प्रदेश की जनता को सार्थक जवाब देना चाहिए। मैं यह जानना चाहता हूं कि शराब की जो उप दुकानें खोली जाएंगी, उनमें क्या गन्ने का जूस, दूध, पनीर, मक्खन बिकेगा? उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी संपूर्ण मद्य निषेध के पक्ष में थे, इसलिए मुख्यमंत्री जी से मेरा आग्रह है कि बापू की 150 वीं जयंती पर यह विनाशकारी फैसला मत लीजिये। प्रदेश के हित में अपने कदम वापस ले लीजिए।