मुस्लिम राम मंदिर बनने पर  खुश है, तो कांग्रेस को दुःख क्यों ?

एक विचार Jan 23, 2024

प्रसंग – श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर :-

भाजपा प्रवक्ता गोविंद मालू के कांग्रेस से तीखे सवालों का सिलसिला जारी

विहिप ने अगुवाई की तो, कांग्रेस को किसने रोका था राम मंदिर बनवाने से

मंदिर की जगह स्मारक,अस्पताल,शौचालय का सुझाव कांग्रेसी ही दे रहे थे

 Khabar Nation

1. अयोध्या के तौकीर अहमद कहते हैं "हम नमाजी हैं और समाजी भी"। बाबरी मस्जिद के पक्षकार इक़बाल अंसारी कहते हैं  "मै अयोध्या में श्री राम का मंदिर बनने से प्रसन्न हूं।कोर्ट के निर्णय के बाद अयोध्या एकदम बदल सी गई है"।इस समृद्धि के भागी हम सभी यानी हिन्दु मुसलमान सब बनेंगे ।

लेकिन, कांग्रेस क्यों नहीं बदलती? वोट बैंक के लिए वह धर्मों के बीच वैमनस्यता पैदा नहीं कर रही ?

2.  कांग्रेस के मीडिया विभाग द्वारा कुतर्क व कुप्रचार किया जा रहा हैं।

रामलला का मंदिर ३ कि.मी. दूर नहीं  वंही बन रहा है, जंहा १९४९ में प्राकट्य हुआ था, २२ जनवरी को वे वंही विराजेंगे। ३कि.मी. तो पुरानी अयोध्या की परिधि भी नहीं थी।

किशोर कुणाल के नक्शे में भी इसी स्थान का उल्लेख है।मुकदमा २.७७ एकड़ जमीन के लिए चला, मंदिर-गर्भगृह वंही बन रहा है।

सुन्नी सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के दुष्प्रचार को कांग्रेस स्वर दे रही है, अब तुष्टिकरण की राजनीति क्या कांग्रेस नहीं कर रही है?

3.  महंत अवैद्यनाथ राम जन्म भूमि मुक्ति यज्ञ समिति के अध्यक्ष बने, महामंत्री डा.दाउदयाल खन्ना बने जो कांग्रेस सरकार में केबिनेट मंत्री थे। विहिप के ओंकार भावे संयुक्त महामंत्री बने। राम मंदिर  निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र कौन हैं ? क्या वे एम.पी.के पूर्व मुख्यमंत्री वरिष्ठ कांग्रेसी द्वारिकाप्रसाद मिश्र के सुपुत्र नहीं ? 

तो कांग्रेस, भाजपा और संघ पर अनर्गल आरोप क्यों लगा रही? कभी निर्माण को लेकर, कभी गर्भ गृह को लेकर।

रामकाज में जो आया वह राम का। कांग्रेस को किसने रोका था राम मंदिर बनवाने से? उन्होंने तो रामलला को टेंट में रहने को मजबूर कर दिया था ?

4.  कांग्रेस क्यों शंकराचार्य जी का राजनैतिक दुरूपयोग कर रही किसी भी शंकराचार्य ने राम मंदिर, रामलला का विरोध नहीं किया वे अपने मठ में इस अवसर पर दीपक लगायेंगे उत्सव मनाएंगे कांग्रेस तो ऐसा बता रही गोया, शंकराचार्य बाबरी मस्जिद के समर्थक हों, रामलला विद्रोही हों। क्या कांग्रेस अपराध नहीं कर रही ? शंकराचार्यों का कोई विरोध नहीं कोंग्रेस दुष्प्रचार कर रही है, श्रंगेरी पीठ और द्वारका धाम शारदा मठ के शंकराचार्य ने लिखित में और बोलकर प्राण प्रतिष्ठा को आशीर्वाद प्रदान किया है। पुरी के शंकराचार्य ने भी कहा हमारा रामजन्म भूमि को लेकर कोई विरोध नहीं ।

5. श्री राम जन्म भूमि पर स्कूल, शौचालय व स्मारक बनाने का सुझाव देने वाले कांग्रेसी नहीं थे क्या ? क्या भारत सम्पूर्ण आर्यावर्त सनातन के आराध्य श्री राम के जन्म स्थान का इस तरह के सुझाव देकर उपहास नहीं उडाया गया ? क्या कांग्रेस पार्टी ऐसे नेताओं के सुझाव को ठुकरा नहीं सकती थी ? इस तरह भारत का अपमान उन्होने नहीं किया ?

6. क्या कांग्रेस की विधर्मियों रामद्रोहियों के साथ दुरभि-संधी नहीं थी ?  1 फरवरी 1986 को न्यायालय के आदेश  से ताला खुलता है और 6 फरवरी को बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी गठित हो जाती है। जिसके लिए एक कांग्रेसी नेता वकील पैरवी के लिए अदालत में खडे होते है।

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