भविष्य की और एक नया कदम "मिट्टी से बने घर"

Khabar Nation

इन्दौर

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधीन संचालित क्षेत्रीय एवं ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज प्रशिक्षण केन्द्र द्वारा शासन के निर्देशानुसार पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक नवीन पहल की गई है जिसके तहत सीमेन्ट के उपयोग को कम से कमतर करते हुए 60 से 70 प्रतिशत रेतवाली मिट्टी का उपयोग कर CSEB (Compressed Established Earth Block) का निर्माण किया गया ।

                प्रशिक्षण केन्द्र द्वारा तैयार किए गए सीएसईबी का उपयोग कर 280 वर्ग फीट क्षेत्रफल का प्रोटोटाइप आवास भी संस्थान परिसर में निर्मित किया गया है, जो पर्यावरण के प्रति जागरूक लोगों के अवलोकन हेतु खुला हुआ है। सीएसईबी तकनीक का उपयोग कर गाँवों और शहरों में पर्यावरण हितैषी आवासों के निर्माण करने के लिए आम जन द्वारा भी किया जा सकता है। बढ़ते हुए तापमान के दृष्टिगत भी यह आवास काफी उपयोगी है। बिना किसी कृत्रिम उपकरण के भी तापमान का अंतर यहाँ सहज महसूस किया जा सकता है।

                क्षेत्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज प्रशिक्षण संस्थान राऊ द्वारा समस्त पंचायत के प्रतिनिधियों इंजीनियर, निर्माण एजेन्सियाँ, स्वयंसेवी संस्थानों एवं इच्छुक नागरिकों से अनुरोध किया गया है, यदि वे अपना घर भविष्य में बनाने की योजना बना रहे है तो एक बार सीएसईबी से बने प्रोटोटाइप का अवलोकन अवश्य करें।

 

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