गोपाल की बैण्ड पार्टी में 30 लोगों को मिला रोजगार
भोपाल। गोपाल बहुत पढ़ा-लिखा नहीं हैं, मगर मेहनतकश और हुनरमंद हैं। खरगोन नगर के मोतीपुरा के 8वीं पास गोपाल जब 15 वर्ष का था तब से शादी और मांगलिक कार्यों में 20 रूपए की मजदूरी पर ढोल और ताशे बजाया करता था। कभी-कभी तो वो 10 रूपए के किराए पर ढोल लेकर शादियों में खुशियां बांटता था। समय के साथ उसके परिवार और गोपाल की जरूरतें बढ़ने लगीं। इस बात को लेकर परेशान रहने वाले गोपाल के जीवन में खुशी की खबर उस समय आई, जब उसे मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना के बारे में पता चला। गोपाल ने तुरंत आवेदन कर दिया।
वर्ष 2014 से गोपाल के जीवन में अच्छे दिनों की शुरूआत हुई। इसी वर्ष योजनांतर्गत बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने एक लाख रूपए का ऋण स्वीकृत किया। इस पर विभाग की ओर से 30 हजार रूपए का अनुदान मिला। एक लाख रूपए लेकर गोपाल ने बैंड पार्टी बनाई। इसके लिए सेक्सोफोन, अफोनियम, आर्गन, ताशा, तंबू, ड्रेस कोड, रथ-बग्गी तैयार कर ली। गोपाल पूरे उत्साह के साथ शादी, पार्टी और मांगलिक कार्यों के आर्डर लेने लगा हैं। आज गोपाल के साथ 30 और साथी हैं, जो खरगोन नगर के अलावा आसपास के कई कस्बों में मांगलिक कार्यों में खुशियां बांटने का काम करते हैं। बैंक से स्वीकृत ऋण भी चुका दिया हैं।
गोपाल की आर्थिक स्थिति अब अच्छी हो गई हैं। आज वह अपने सार्थियों को प्रति माह 6 से 8 हजार रूपए तक का मेहनताना देता हैं। सबसे बड़ी खुशी की बात यह हैं कि गोपाल करीब-करीब 20 परिवारों को रोजगार दे पा रहा हैं। गोपाल के पुत्र-पुत्री निजी स्कूल में इंग्लिश मीडियम में शिक्षा ले रहे हैं और गोपाल का समाज में अच्छा सम्मान हैं। गोपाल के सही में अच्छे दिन आए हैं। (खबरनेशन / Khabarnation)