करोड़ों की प्रॉपर्टी रचने के लिए रचा षड्यंत्र
लापरवाही बरतने पर एसआई लाइन अटैच
खबर नेशन/Khabar Nation
इंदौर। करोड़ों की प्रापर्टी हड़पने के लिए जहां रिश्तों के साथ विश्वासघात करते हुए पुलिस थाने में झूठी जानकारी देकर प्रकरण दर्ज करवाया बल्कि युवक को जेल भी पहुंचवा दिया। युवक की पत्नी ने इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत की तो सीएसपी की रिपोर्ट पर सराफा थाने में पदस्थ एसआई नरेंद्र जैसवार को एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र ने लाइन अटैच कर दिया है। क्योंकि परिणीता शिकायत की थी कि उस पर और अपने पति पर जो मुक़दमा दर्ज हुआ है वह गलत है।
परिणीता ने बताया कि दिलीप बोराड़े से प्रापर्टी विवाद चल रहा था,इसलिए उसने झूठी जानकारी देकर हमारे खिलाफ झूठी जानकारी देकर हमारे खिलाफ प्रकरण दर्ज करवा दिया। हद तो ये हो गयी कि सराफा थाना के सब इंस्पेक्टर ने जांच में लापरवाही बरती बल्कि विशाल बोराड़े के कहने पर पति जितेंद्र को झूठा फंसाकर जेल पहुंचा दिया। टीआई दिनेश भंवर के मुताबिक, जैसवार धोखाधड़ी के केस की जांच कर रहे थे।
उन्होंने सीएसपी को बताए बगैर मुलजिम को पकड़कर जेल भेज दिया था। सीएसपी ने एसएसपी को रिपोर्ट सौंपी और थाने से हटा दिया। इस मामले में आरोपी विशाल बोराड़े ने प्रापर्टी हड़पने का लिए जितेंद्र बोराड़े के पूरे परिवार पर षड्यंत्र रचा। आठ दिसम्बर 2017 को पंजीकृत अपराध क्रमांक 158 के अंतर्गत मुक़दमा दर्ज हुआ। संपत्ति में ज़्यादा हिस्सा हड़पने के लिए विशाल बोराड़े ने षड्यंत्र रचा बल्कि वह परिणीता के पूरे परिवार को जेल भेजने की साजिश रच रहा था। लेकिन पति के जेल जाने के बाद परिणीता ने हिम्मत नहीं हारी,उसने गृहमंत्री से लेकर आईजी,एसएसपी से मुलाक़ात कर सच्चाई बताई और विशाल के षड्यंत्र का पर्दाफाश कर दिया। बताते हैं विशाल भाजपा की आईटी सेल से भी जुड़ा हुआ है।
गौरतलब रहे इन दिनों एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र धोखाधड़ी के पुराने मामलों की समीक्षा कर रही हैं। हालांकि पुलिस इस मामले में तब हरकत में आई जब गृहमंत्री की तरफ से जवाब तलब किया गया।