मुख्यमंत्री शिवराज के क्षेत्र में सड़कें हुई जानलेवा कलेक्टर के आदेशों की बार- बार उड़ा रहे धज्जियां

सुधार की जगह विभाग फुर्सत में

लोक निर्माण विभाग के सचिव ने कहा मरम्मत का तेजी से करें काम, अधिकारियों ने कहा बजट बिना नहीं काम
देवेन्द्र वैश /खबर नेशन/Khabar Nation
होशंगाबाद।मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के क्षेत्र होशंगाबाद में जिलेभर की सड़कें बारिश के बाद जर्जर हालत में है। जगह जगह गहरे गड्ढे हो गए हैं।  लोगों का सड़कों पर चलना मुश्किल हो रहा है। लगातार सड़क हादसे खराब सड़कों के कारण हो रहे हैं। लेकिन लोक निर्माण विभाग जानलेवा सड़कों के सुधार की जगह ध्यान नहीं दे रहा है। लोग सड़कों पर वाहन चलाने से डरने लगे लेकिन विभाग के अधिकारियों को इससे कोई मतलब नहीं। मरम्मत की बात पूछने पर अधिकारियों का कहना है कि हमारे विभाग के पास तो कोई काम ही नहीं है। कितनी मरम्मत कहां-कहां होनी है इसका आंकड़ा भी नहीं है। बिना बजट पुराने नए डाटा बनाने का काम नहीं हो रहा है। इस कारण हमारे बाबू से लेकर अधिकारी पूरी तरह फुर्सत में हैं। जब बजट मिलेगा तब क्या करना है देखा जाएगा। जबकि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की इन बातों को लेकर विभाग के सचिव पी बी बारस्कर ने होशंगाबाद आकर नाराजगी भी जताई है। गुरुवार को सचिव श्री बारस्कर ने विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक लोक निर्माण विभाग में ली। उन्होंने जिले भर की सड़कों, पुल पुलियों की मरम्मत का कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए। वही बजट ना होने पर किस प्रकार काम करना है यह तरीका भी सिखाया। सचिन ने विभाग के चीफ इंजीनियर, एसडीओ से कई महत्वपूर्ण जानकारियां और डाटा मांगे, लेकिन अधिकारियों के पास खुद के विभाग की अपडेट जानकारी तक नहीं थी। गत वर्ष कितनी सड़कों की मरम्मत का कार्य कितने पैसोंं से कराया यह जानकारी अधिकारी अपने वरिष्ठ को नहींं दे सके।  सचिव ने सभी अधिकारियों को जनता से जुड़े सभी काम में गति लानेेे के निर्देश दिए। उनके जाते ही विभाग के अधिकारियों के सुर बदल गए। अधिकारियों ने कहा कि बजट नहीं तो काम नहीं।

कलेक्टर के निर्देश भी बेअसर
जिले के महत्वपूर्ण पुल पुलिया सहित सड़कों की जर्जर हालत के सुधार के निर्देश पिछले 1 माह से हर साप्ताहिक समीक्षा बैठक में कलेक्टर द्वारा दिए जा रहे हैं। लेकिन अधिकारी कलेक्टर के आदेश की बार-बार धज्जियां उड़ा रहे हैं। सड़कों के गड्ढे का भराव काम भी अधिकारी नहीं कर पा रहे हैं। कलेक्टर के सभी आदेश लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों पर बेअसर साबित हो रहे हैं।

कहां क्या स्थिति
 - एसएनजी से लेकर कलेक्टोरेट तक सड़क  उखाड़ गई है। जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं धूल और उखड़ी गिट्टी के कारण लोगों का चलना दूबर हो गया। रोड का टेंडर होने की बात लंबे समय से की जा रही है। लेकिन निर्माण तो दूर मरम्मत तक नहीं की जा रही।
- मीनाक्षी चौक से आईटीआई रोड डबल फाटक तक बड़े-बड़े गड्ढे हैं। वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। कई स्थानों पर मिट्टी से गड्ढों का भराव किया गया था। जो अब और ज्यादा परेशानियों का कारण बन गए हैं।
- लोक निर्माण विभाग सहित विभिन्न एजेंसियों की शहर की सड़कों के हाल खराब है। लेकिन सुधार पर कोई भी एजेंसी ध्यान नहीं दे रही है।
- तवा पुल का सुधार कार्य पिछले 5 सालों से जरूरत के हिसाब से हो रहा है। लेकिन सुधार के एक महीने बाद स्थिति वहीं पहुंच जाती है। कई जगह तो गड्ढे इतने बड़े हो गए हैं कि नीचे नदी की धार तक दिखती है। एमपीआरडीसी ने पिछले साल 16 लाख रुपए खर्च करके डामर बिछाया था, जो बारिश से पहले ही उखड़ गया।
- एन एच 69 स्थित नर्मदा पुल जानलेवा गड्ढे लोगों के लिए कॉल बन रहे हैं। पिछले साल 40 लाख रुपए के मस्कट फाल्ट मास्कट अस्फाल्ट बिछाया था जो उखड़ गई। कुल 1. 50 करोड़ की मरम्मत 18 महीने भी नहीं चल पाई।

हम तो फुर्सत में हैं
- सड़क पुल पुलिया की मरम्मत के लिए बजट नहीं है। काम नहीं है इस कारण हमारे विभाग कर्मचारी, अधिकारी फुर्सत में है। बजट हो तो काम किया जाए। कुछ पुल पुलिया हमारी नहीं है विभिन्न एजेंसियां उनकी देखरेख करती हैं।
- के एन प्रजापति, एक्जुकेटिव इंजीनियर लोक निर्माण विभाग होशंगाबाद

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