वरिष्ठ भाजपा नेता की बहन के रेपिस्ट को बचाने भाजपा के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा सक्रिय क्यों ?

 

सीनियर आई पी एस ऋचा श्रीवास्तव ने दिए आरोपियों की गिरफ्तारी रोकने के निर्देश

पूर्व सांसद  सदस्य राज्यसभा रघुनंदन शर्मा ने मंत्री उषा ठाकुर को पत्र लिखकर पीड़िता को महिला बाल विकास विभाग की  समिति से हटाने की सिफारिश की ।

आखिर आरोपियों से क्या है रघुनंदन शर्मा की रिश्तेदारी

गौरव चतुर्वेदी / खबर नेशन / Khabar Nation


भारतीय जनता पार्टी की महिला नेत्री के रेपिस्ट और उसके सह आरोपियों को बचाने भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा  सदस्य रघुनंदन शर्मा सक्रिय हो उठे हैं । गौरतलब है कि पीड़िता मध्य प्रदेश के एक वरिष्ठ भाजपा नेता की धर्म बहन है । 
गौरतलब है कि मंदसौर जिले के भाजपा उपाध्यक्ष हितेश शुक्ला एवं परिजनों के खिलाफ महिला थाना में पीड़िता के साथ मारपीट करने का प्रकरण दर्ज किया गया है ।  मारपीट की घटना उस समय घटित हुई जब पीड़िता हितेश शुक्ला के परिजनों के घर उनके साले देशबंधु आर्य द्वारा उसे विवाह का लालच देकर कई वर्षों तक दैहिक शोषण किए जाने को लेकर न्याय किए जाने संबंधी था । इस मामले में देशबंधु आर्य के खिलाफ दैहिक शोषण का प्रकरण भी दर्ज किया गया है ।

 इस मामले को लेकर हाल ही में नया मोड़ तब आया जब रघुनंदन शर्मा ने रेपिस्ट और अन्य मामलों में सहयोगी रहे रेपिस्ट के परिजनों को बचाने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को पत्र लिखा । इसी के साथ ही रघुनंदन शर्मा ने  मंत्री उषा ठाकुर को पत्र लिखकर पीड़िता को महिला बाल विकास विभाग की समिति  से हटाने की सिफारिश भी कर डाली । 
खबर नेशन  के पास उपलब्ध दस्तावेजों के अनुसार मध्य प्रदेश की सीनियर आईपीएस  प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (महिला शाखा) ने मंदसौर पुलिस को पत्र लिखकर निर्देशित किया है कि आरोपियों की गिरफ्तारी तब तक ना की जाए जब तक किसी वरिष्ठ अधिकारी के द्वारा जांच किए जाने पर पर्याप्त साक्ष्य उपलब्ध ना हो। 
 बताया जा रहा है कि हितेश शुक्ला  वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा का सगा भांजा है। इस बहाने रघुनंदन शर्मा रेपिस्ट को बचाने का प्रयास भी कर रहे हैं । जबकि कानूनन रेप जैसे मामलों में आरोपी की गिरफ्तारी प्रथम दृष्टया अनिवार्य है। 
संपूर्ण प्रकरण में पुलिस रघुनंदन शर्मा के दबाव में आज दिनांक तक जांच भी पूरी नहीं कर पाई है । इस मामले में किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी न किया जाना मध्यप्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली की पोल खोल रहा है । इधर मध्यप्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान सार्वजनिक मंचों से महिला अपराध में कठोरतम कार्यवाही करने का निर्देश देते रहते हैं । उसके विपरीत  भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री रघुनंदन शर्मा अपने प्रभाव का उपयोग करके पीड़िता को न्याय दिलवाने की बजाए पीड़िता को मानसिक और सामाजिक रुप से दबाव बनाने का प्रयास कर प्रताड़ित करने की कोशिश कर रहे हैं।

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