राजा के यात्रा में बरस रहा भक्ति का अमृत

अनुष्ठान के साक्षी होंगे देश के प्रख्यात संत

राहुल भी आ सकते है बरमान घाट पर

 

- गौरव/गीत।

खबर नेशन /Khabar Nation

भक्तों का वर देने वाली, पुण्य सलिला मां नर्मदा प्रदेशी की जीवनदात्री है। रेवा के पुण्य तट पर पैदल परिक्रमा कर रहे दिग्विजय सिंह की महायात्रा अंतिम चरण में है। प्रदेश ही नहीं, देश की राजनीति के इस दिग्गज नेता ने इस पूरी यात्रा में खुद को राजनीति से दूर रखा, इतना ही नहीं सियासी चेहरों से भी उन्होंने दूरी बनाए रखी। अब जबकि उनका यह अनुष्ठान पूर्णता की ओर है, प्रदेश के सत्ताधारी खौफ में हैं।

बरमान घाट में जुटेंगे देशभर से संत

मां नर्मदा के पावन तटों से होते हुए 3600 किमी की महायात्रा में अब तक राजाजी ने 1700 किमी की दूरी तय कर ली है। आगामी मार्च माह में राजाजी की पुण्य यात्रा का बरमान घाट में समापन हो रहा है। अपनी पत्नी अमृता के साथ उन्होंने यह यात्रा संकल्पित होकर पूरी की है, यात्रा के समापन पर संतों का समागम पावन तट पर होगा, साथ ही होंगे राजनीति के वे चेहरे जो सत्तापक्षा और विपक्ष में आरूण हैं। कांग्रेस के सरताज राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का भी आगमन हो सकता है।

ग्रामीणों की समस्याओं पर चिंतन

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की यह महायात्रा 30 सितम्बर 2017 को शुरू हुई थी, करीब 125 दिनों की इस महायात्रा में अब तक उन्होंने लाखों लाखों से मुलाकात की, विरोधी से लेकर उनके चित-परिचतों ने उनसे मुलाकात की, इस दौरान उन्होंने एक ध्येय रखते हुए सिर्फ ग्रामीणों की समस्याओं पर ही चिंतन जारी रखते हुए सभी मुद्दों पर खामोशी रखी।

समर्थक कर रहे भव्य आयोजन की तैयारी

इस परिक्रमा यात्रा के दौरान राजाजी के साथ निरंतर मैं उनके साथ हूं, इस दौरान मैने जो अनुभव किया वह अकल्पनीय और नि:शब्द है। दरअसल यात्रा से पहले जो कयास लगाए जा रहे थे, उससे परे राजाजी ने वो कर दिखाया जो बडे-बड़े विद्वानों की समझ से भी परे है। श्री सिंह ने इस यात्रा को पूरी तरह से भक्ति की राह में एकाग्र करते हुए व्यक्तिगत यात्रा साबित कर दी, अब ऐसे में उनके समर्थक बरमान घाट पर भव्य तैयारी में जुटे हैं। पावन घाट पर संतों का समागम होने जा रहा है, जिसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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