34 स्कूलों के उपर से निकल रही 11 केवी व 33 केवी लाइन

भोपाल, ‘‘सात मामलों में संज्ञान’’

मप्र मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी ने सात मामलों में संज्ञान’ लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।

72 साल पुराने जर्जर आवासों में रहने को मजबूर हैं लोग

 

खबर नेशन / Khabar Nation  

भोपाल शहर की गुरूनानक काॅलोनी में 72 साल पुराने बने भवनों में अब भी लोग जान  जोखिम में रखकर रहने को मजबूर हैं। इन मकानों की हालत ऐसी है कि किसी मकान की छत गिरी पड़ी है तो कहीं दीवार और छज्जे। इसके बावजूद लोग इनमें रह रहे हैं। यहां के रहवासी लंबे समय से इन समस्याओं के बारे में जिम्मेदार अधिकारियों को अवगत कराते रहे हैं, लेकिन उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। यहां के रहवासी परमानंद बताते हैं कि उन्होंने इतनी शिकायतें की है कि कागजों का एक बोरा इकट्ठा हो चुका है। कई कलेक्टर बदल चुके हैं पर हमारी समस्याएं जस की तस हैं। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

सीएचसी जाने के लिये मरीज कीचड़ और पानी से गुजरने को मजबूर, रैंप के सामने ही भरा है पानी


भोपाल शहर के कोलार रोड़ से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की ओर जाती सड़क में पानी भरने क साथ ही दलदल हो गया है। ऐसी सड़क से अस्पताल का स्टाॅफ, मरीज व उनके परिजन आने-जाने को मजबूर हैं। दो पहिया वाहन चालकों के फिसलकर गिरने का खतरा भी बना रहता है। यहां आलम यह है कि अस्प्ताल भवन में दिव्यांगजनों के प्रवेश के लिये बनाये गये रैंप के सामने ही पानी भरा हुआ है। इन हालात में दिव्यांगजनों को भी अस्प्ताल के अंदर पहुंचना मुश्किल है। मरीजों का कहना है कि अस्पताल में व्यवस्थाएं सुधारी जानी चाहिए। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कमिश्नर नगर निगम भोपाल एवं सीएमएचओ भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
 

34 स्कूलों के उपर से निकल रही 11 केवी 33 केवी लाइन


राजगढ़ जिले में जिला पंचायत सीईओ द्वारा कराये गये एक सर्वे में यह तथ्य सामने आया है कि जिले के 34 स्कूल परिसरों के उपर से 11 व 33 केवी की हाइटेंशन लाईन गुजर रही है। इससे यहां पढ़ने वाले बच्चों के सिर पर हमेशा खतरा बना रहता है। इन 34 स्कूलों में से किसी स्कूल परिसर में ट्रांसफार्मर लगा है, तो किसी स्कूल में बिजली के पोल लगे हैं। किसी स्कूल के उपर बिजली के तार निकल रहे हैं तो, कहीं जंक्शन बाॅक्स लगा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं अधीक्षण यंत्री, मप्र मध्यक्षेत्र वि.वि.कं.लि. राजगढ से प्रकरण की जांच कराकर इन विद्यालयों में पढ़ रहे विद्यार्थियों एवं अन्य की जीवन सुरक्षा हेतु कार्यवाही सुनिश्चित कर एक माह में जवाब मांगा है।

नाश्ता देर से आया तो पार्षद ने निगम कर्मचारी को पीटा


रतलाम शहर की होमगार्ड काॅलोनी में हुये एक भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान नाश्ता देर से पहुंचना एक पार्षद को इतना नागवार गुजरा कि उसने निगम कर्मचारी को ही पीट दिया। पार्षद की गुंड़ागर्दी के खिलाफ पूरा नगर निगम काम बंद कर आरोपी पर केस दर्ज कराने को लेकर अजाक थाने में एकत्रित हो गया। मारपीट की शिकायत लेकर पीड़ित और निगम के अन्य कर्मचारी नगर निगम कमिश्नर के पास पहुंचे तो निगम कमिश्नर ने उल्टा निगमकर्मियों को खरी-खोटी सुना दीं। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने एसपी रतलाम से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

कुएं में उतरे तीन मजदूरों के उपर गिरी मिट्टी, एक मृत


सीहोर जिले के अहमदपुर थानाक्षेत्र के ग्राम अजमतनगर में बीते रोज कुंआ गहरा करने उतरे तीन मजदूरों के ऊपर कुएं की मिट्टी धसककर गिर जाने से दम घुटने के कारण एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि दो अन्य मजदूरों को भारी मशक्कत के बाद बाहर निकाल लिया है। जानकारी के अनुसार कुएं के अंदर तीन मजदूर काम कर रहे थे, अचानक मिट्टी धसक गईं, तो तीनों मजदूर उसकी चपेट में आकर दब गये। पुलिस ने रेसक्यू आॅपरेशन चलाया, जिससे दो मजदूरों को तो बचा लिया गया, लेकिन एक मजूदर की दर्दनाक मौत हो गयी। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं एसपी, सीहोर से प्रकरण की जांच कराकर मृतक के वैध वारिसों को देय मुआवजा राशि के संबंध में की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

आदिवासी का हक मारने वाले दबंग सचिव पर पांच माह बाद भी नहीं हुई कोई कार्यवाही


अशोकनगर जिले के मुंगावली ब्लाॅक की ग्राम पंचायत नरखेड़ा में पंचायत के पूर्व सचिव द्वारा दबंगतापूर्वक आदिवासी सचिव को रबर मोहर बनाकर दबंगता से पंचायत चलाने का मामला करीब पांच पाह पूर्व सामने आया था। इस पर क्षेत्रीय विधायक एवं पीएचई राज्यमंत्री द्वारा कलेक्टर को आरोपी सचिव पर तत्काल कार्यवाही करने को कहा था। जिसके बाद केवल जिस यात्री प्रतीक्षालय पर दबंग सचिव ने सरपंच के साथ अपना नाम और मोबाइल नंबर लिखवा रखा था, उसको तो पुतवा दिया गया लेकिन आरोपी सचिव पर कोई दंडात्मक कार्यवाही नहीं की गई। जबकि आरोपी सचिव द्वारा दूसरी पंचायत में पदस्थ होने के बाद भी नरखेड़ा पंचायत में खुद को सरपंच बताकर कार्य किया जा रहा था। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं सीईओ जिला पंचायत, अशोकनगर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

नाबालिग भांजी भटक रही निराश्रित पेंशन के लिये


पन्ना जिले की अजयनगर तहसील में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक नाबालिग (10 वर्षीया) बालिका, जिसके सिर से माता-पिता का साया उठ चुका है, वह निरााश्रित पेंशन पाने के लिये दर-दर की ठोकरें खाती फिर रही है। नाबालिग बच्ची अनन्या बीते मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंची और उसने बताया कि पहने मां और फिर पिता का भी साया उसके सिर से उठ चुका है। कुछ दिनों तक वह वृद्ध दादा के साथ रही, फिर अपनी ननिहाल दमोह चली गई। दादा के घर लौटी तो लोगों ने उसे निराश्रित पेंशन दिलाई। चार माह तक उसे पेंशन मिली भी, पर जाने अब क्यों नहीं मिल रही ? मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, पन्ना से प्रकरण की जांच कराकर पीड़ित बालिका की देखभाल, संरक्षण, शिक्षा निराश्रित पेंशन दिलाने के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में एक माह में जवाब मांगा है।


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