AICC तो दूर कमलनाथ की अनुशंसा तक नहीं

 

नियम मुताबिक मध्यप्रदेश कांग्रेस कार्यसमिति में हुई 1500 नियुक्तियां अवैध

खबर नेशन / Khabar Nation

भले ही विश्व की सबसे बड़ी पोलिटिकल पार्टी होने का दावा भारतीय जनता पार्टी के नाम हो पर विश्व में सबसे बड़ी प्रदेश कार्यसमिति बनाने का रिकार्ड मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के नाम होगा । विगत सवा साल में मध्यप्रदेश कांग्रेस ने लगभग 1500 पद कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बांट दिए हैं । 
नियम मुताबिक नियुक्तियां अवैध
कांग्रेस के नियमों के मुताबिक इन नियुक्तियों की अनुशंसा ए आई सी सी ( ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी) से नहीं ली गई है । गौरतलब है कि इन नियुक्तियों की जानकारी कांग्रेस द्वारा बनाए गए मध्यप्रदेश के प्रभारियों को रही लेकिन वे मूकदर्शक बने रहे ।

मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी में अवैध नियुक्तियों की वजह

मध्यप्रदेश में कांग्रेस के बड़े नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के अपने समर्थक विधायकों के साथ भाजपा में शामिल होने और कांग्रेस की कमलनाथ सरकार को अपदस्थ करने के बाद यह नियुक्तियां की जाती रही। यह नियुक्तियां मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा उपचुनावों के दौरान की गई। वार्ड स्तर पर हैसियत न रखने वाले कई कार्यकर्ताओं को पद दे दिए गए । कांग्रेस कार्यालय के सूत्रों के अनुसार टुकड़ो टुकड़ो में की गई इन नियुक्तियों की वैध सूची भी मध्यप्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मौजूद नहीं है।
विधानसभा उपचुनाव के दौरान विधानसभा प्रभारियों और सह प्रभारियों की अनुशंसा पर इन वार्ड कार्यकर्ताओं को प्रदेश का नेता बना दिया।
बाबरिया घोषित कर गए थे नियुक्तियों को अवैध

मध्यप्रदेश में विधानसभा उपचुनावों के दौरान इन नियुक्तियों को लेकर अपनी सहमति दे चुके मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया बाद में इसे अवैध घोषित कर गए । उसके बाद मध्यप्रदेश में नई प्रदेश कार्यसमिति नहीं बनाई गई है । आज भी नियुक्ति पत्र के आधार पर लेटर हेड और विजिटिंग कार्ड छपवाकर प्रदेश कार्यसमिति के पदाधिकारी अपने अपने क्षेत्रों में नेतागिरी कर रहे हैं।

मिगलानी-कक्कड़ भी नियुक्तियां कराने में पीछे नहीं

मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी में विधायकों और विधानसभा उपचुनाव प्रभारियों की अनुशंसा पर नियुक्तियों में देरी होते देख मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ के गैर राजनीतिक कार्यो को पूर्ण करने वाले आर के मिगलानी और प्रवीण कक्कड़ ने भी इन नियुक्तियों में अहम भूमिका निभाई। बताया जाता है कि राजनैतिक गुटबाजी के चलते मध्यप्रदेश कांग्रेस कार्यालय से नियुक्तियों में देरी की जाती थी । जिसके चलते मिगलानी और कक्कड़ इन नियुक्तियों में भूमिका निभाते थे ।

नियुक्तियों में अहम भूमिका निभाने वाले शेखर और राजीव सिंह को ही संख्या का पता नहीं

विधायकों और उपचुनावों में बनाए गए प्रभारियों की अनुशंसा पर नियुक्तियों में अहम भूमिका निभाने वाले मध्यप्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं संगठन प्रभारी चंद्र प्रभाष शेखर औरकार्यालय महामंत्री राजीव सिंह को भी इनकी वास्तविक संख्या का पता नहीं है । श्री शेखर ने बताया कि वे अभी इंदौर में हैं भोपाल पहुंचने पर ही एक्यूरेट संख्या बता सकते हैं । कुछ ऐसा ही जबाव राजीव सिंह ने भी दिया ।

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