प्रधानमंत्री आवास योजना का मकान चोरी

 

आवेदक ने थाने में फरियाद की खोजकर वापस दिला दो 

गड़बड़ी की शिकायत, मकान राशि दूसरे के नाम जारी
अभिषेक श्रोती / होशंगाबाद / खबर नेशन / Khabar Nation
होशंगाबाद। लोगों के घरों में से सामान चोरी होने की शिकायतें तो रोज सामने आती है, लेकिन पूरा की पूरा मकान ही चोरी हो जाए तो मामला अपने आप में बड़ा बन जाता है। ऐसा ही मामला होशंगाबाद में सामने आया है। यहां दो भाइयों ने थाने पहुंचकर लिखित शिकायत की है कि हमारा मकान चोरी हो गया है, खोज कर हमें वापस दिला दें। पूरा मामला प्रधानमंत्री आवास योजना में हुई गड़बड़ी से जुड़ा हुआ है। गौरतलब है कि बंगाली कॉलोनी निवासी दो भाइयों राजू सिंह बाबरा और भाई बच्चन सिंह बाबरा ने शिकायती आवेदन में बताया है कि नगरपालिका में आवास योजना का आवेदन 2018 में जमा किया था। लेकिन हमें आज तक उसकी राशि नहीं मिली। जब बार-बार नगर पालिका से राशि मांगी तो हमें भटकाया गया। कहां गया कि जल्द ही राशि खाते में आएगी। लेकिन 5 दिन पहले नगर पालिका के कर्मचारी नए मकान का सर्वे करने पहुंचे और हमारे आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज मांगे। उन्होंने बताया कि आपका मकान बन चुका है और उसका सर्वे किया जा रहा है। जब हमने दस्तावेज निकाले गए तो पता चला की मकान की राशि भी हमें मिली है और मकान भी बन गया है। किसी और के नए मकान की फोटो नगर पालिका के दस्तावेजों में शामिल है। जबकि हमारा घर आज भी टूटा और कच्चा है। किन लोगों ने हमारे नाम से राशि निकाली और मकान बनाया यह जानकारी भी नगर पालिका नहीं दे रही है। वह कह रहे हैं की तुम्हारा मकान बन चुका है। पूरी राशि दी जा चुकी है। यदि मकान बन गया है तो हमें मिल नहीं रहा है। इसी कारण मकान चोरी की शिकायत दर्ज कराई है।  

3 साल पहले मिली थी स्वीकृति
शिकायतकर्ता राजू सिंह बाबरा एवं भाई बच्चन सिंह बावरा बंगाली कॉलोनी वार्ड क्रमांक 22 में रहते हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत नगर पालिका परिषद में आवेदन किया था। जिसके तहत हम दोनों भाइयों के मकान की स्वीकृति एवं मकान का निर्माण वर्ष 2017-2018 में ही बना बताया गया है। जबकि मुझे ना तो मकान मिला और न ही पैसे मेरे खाते में आए हैं। हम समय समय पर नगरपालिका गए तो अश्वासन दिया गया कि आज नहीं अगली बार आप लोगों के खाते में पैसे आएंगे। जो आज तक नहीं मिले।

जांच के बाद ही पता चलेगी गलती
 प्रथम चरण में प्रधानमंत्री आवास के 845 प्रकरण  थे। उस दौरान हितग्राहियों से अभिलेख कम ज्यादा लिए गए। सभी अभिलेख प्राप्त करने की निर्देश हितग्राहियों के पास जाकर लेने थे। इसी सर्वे के द्वारा उक्त परिवारों के आधार कार्ड सहित अन्य जानकारी मांगी गई। तब यह मामला सामने आया है। इस मामले पर जांच की जाएगी। जिसके बाद ही पता चलेगा की गड़बड़ी कहा हुई है। 
- आर सी शुक्ला, सहायक यंत्री नपा होशंगाबाद

गड़बड़ी के कई मामले, कार्रवाई नहीं
पूरे मामले को लेकर विधायक प्रतिनिधि प्रकाश शिवहरे ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना में पूर्व नगरपालिका के कार्यकाल में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। पूर्व में नपा के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों पर 20 से 50 हजार रिश्वत लेने के गंभीर आरोप लग चुके हैं। करीब 186 हितग्राहियों की फाइल नपा के पास से गायब होने के मामले में एफआईआर हो चुकी है। इस मामले में एक छोटे कर्मचारी पर ही कार्रवाई हुई है। जबकि अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को बचा लिया गया। योजना में 845 हितग्राहियों के अपूर्ण दस्तावेज मिले हैं। जिनमें पूरा एक गिरोह शामिल होकर आवास योजना में भ्रष्टाचार करता था। इस मामले में अभी कार्रवाई नहीं हुई है।

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