रामायण सर्किट में जनकपुर (नेपाल) को सम्मिलित करने से सांस्कृतिक संबंधों में सर्वकालिक जीवन्तता
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश मंत्री कृष्णा गौर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मर्यादा पुरूषोत्तम की जन्मस्थली अयोध्या के रामायण सर्किट में सीता माताकी जन्मस्थली जनकपुर (नेपाल) को सम्मिलित करके सांस्कृतिक संबंधों की जीवन्तता को निरन्तरता प्रदान की हैं। इससे तीर्थाटन पर्यटन के अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर पन्द्रह की जगह सोलह पुनीत स्थल उभरेंगे।
गौर ने कहा कि भारत सरकार ने रामायण सर्किट में अयोध्या, नंदीग्राम, श्रृंगवेरपुर, चित्रकूट,सीतामढ़ी, बक्सर, दरभंगा (बिहार), चित्रकूट (म.प्र.), महेन्द्र गिरी (उड़ीसा), जगदलपुर (छत्तीसगढ़), नासिक और नागपुर (महाराष्ट्र), भद्रचलम (तेलंगाना), हॅंपी (कर्नाटक) और रामेश्वरम (तमिलनाडू) को सम्मिलित किया हैं। रामायण सर्किट में भगवान राम के लोकरंजक स्वरूप की लीलाएं समाहित होगी। इससे लोकजीवन में आदर्श आचार विचार और राज्य व्यवस्था का आदर्शोंन्मुख यथार्थ स्वरूप की कल्पना की जा सकेगी। (खबरनेशन / Khabarnation)