भोपाल की संस्कृति और धरोहर नष्ट करने का षडयंत्र सफल नहीं होने देगी भाजपा
प्रदेश भाजपा की बैठक में लिया गया सरकार की कोशिशों के विरोध का फैसला
भोपाल। प्रदेश की कांग्रेस सरकार राजधानी भोपाल को दो नगर निगमों में विभाजित करके यहां की संस्कृति और धरोहर को नष्ट करना चाहती है। भारतीय जनता पार्टी सरकार की इस कोशिश का पुरजोर विरोध करेगी और शहर के बंटवारे के इस षडयंत्र को किसी कीमत पर सफल नहीं होने देगी। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में गुरुवार को आयोजित पार्टी पदाधिकारियों, नेताओं और जनप्रतिनिधियों की बैठक में वक्ताओं ने कही।
भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों, नेताओं की बैठक गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद श्री राकेश सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस बैठक में कांग्रेस सरकार द्वारा भोपाल नगर निगम के विभाजन की कोशिश पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में सरकार के इस प्रस्ताव के खिलाफ पार्टी की कार्ययोजना तैयार की गई। यह तय किया गया कि भारतीय जनता पार्टी इस प्रस्ताव के विरोध में जनजागरण अभियान चलाएगी। प्रत्येक वार्ड और विधानसभा क्षेत्रों में सरकार के इस प्रस्ताव के विरोध में आपत्तियां दर्ज कराई जाएंगी। शहर के प्रबुद्धजनों और बुद्धिजीवियों को सरकार के इस प्रस्ताव की जानकारी देकर उनसे आपत्तियां दर्ज कराई जाएंगी। बैठक में तय किया गया कि इस संबंध में विभिन्न मोहल्लों, कॉलोनियों के रहवासी संघों, रिटायर्ड अधिकारियों, सरकारी कर्मचारियों, व्यापारी संगठनों से चर्चा कर उन्हें भी सरकार के षडयंत्र के बारे में जानकारी देकर इसके खतरों के प्रति आगाह किया जाएगा। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी प्रदेश सरकार द्वारा नगरीय निकाय चुनाव में किए गए संशोधन के खिलाफ पूरे प्रदेश में हस्ताक्षर अभियान चलायेगी। यह अभियान प्रत्येक नगर पंचायत, नगरपालिका और नगर निगम क्षेत्रों में 19 से 21 अक्टूबर तक चलेगा। इस अभियान के दौरान प्रदेश भर से एकत्रित हस्ताक्षर सरकार द्वारा किए गए संशोधन के खिलाफ ज्ञापन के साथ राज्यपाल महोदय को सौंपें जायेंगे।
बैठक में भोपाल महापौर श्री आलोक शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री विजेश लुणावत, श्री रामेश्वर शर्मा, संभागीय संगठन मंत्री श्री आशुतोष तिवारी, पूर्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, श्री विश्वास सारंग, प्रदेश मंत्री श्रीमती कृष्णा गौर, जिलाध्यक्ष श्री विकास विरानी, नगर निगम अध्यक्ष श्री सुरजीत सिंह चौहान आदि उपस्थित थे।