मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने लिया चार मामलों में संज्ञान
खबर नेशन / Khabar Nation
आयोग के माननीय कार्यवाहक अध्यक्ष मनोहर ममतानी एवं माननीय सदस्य राजीव कुमार टंडन ने संज्ञान लेकर संबंधित विभागाधिकारियों से समय-सीमा में जवाब मांगा है।
मप्र मानव अधिकार आयोग ने राजगढ़ जिले के ब्यावरा नगर में कई शासकीय संस्था असुरक्षित घोषित हो चुके भवनों में लगने की खबर पर संज्ञान लिया है। खबर के अनुसार ऐसे असुरक्षित और जर्जर भवनों में स्कूल, छात्रावास व आश्रम संस्था भी संचालित हैं, जबकि नगर पालिका प्रशासन के तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा उक्त बिल्डिंग को जर्जर होने के चलते असुरक्षा की दृष्टि से इसका उपयोग नहीं करने को कहा गया है। किंतु विभाग द्वारा स्कूल को कहीं और शिफ्ट नहीं किए जाने पर इस जीर्णशीर्ण भवन में स्कूल लगाना पड़ रहा है। जर्जर भवन से सटे अतिरिक्त कक्ष में बच्चे बैठने को मजबूर हैं। मामले में आयोग ने कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी, राजगढ. से प्रकरण की जांच कराकर तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
मप्र मानव अधिकार आयोग ने गुना जिला मुख्यालय के सबसे नजदीकी ग्राम सकतपुर में मुख्य मार्ग की पुलिया करीब एक वर्ष से अत्यन्त क्षतिग्रस्त अवस्था में होने की खबर पर संज्ञान लिया है। इसके वजह से आम नागरिकों के अलावा स्कूली बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हादसे की आशंका भी बनी हुई है। मामले में आयोग ने कलेक्टर, गुना से प्रकरण की जांच कराकर तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
मप्र मानव अधिकार आयोग ने सीधी जिले में स्कूली वाहनों के संचालन में सुरक्षा मापदंडों की खुलेआम अनदेखी की जा रही है। स्कूली वाहनों के लिए जो सुरक्षा मापदंड निर्धारित किए गए हैं उनका पालन होता नहीं दिख रहा है। जिले की 90 प्रतिशत निजी स्कूलें राजनैतिक संरक्षण में संचालित हो रही है। मामले में आयोग ने कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक, सीधी से प्रकरण की जांच कराकर एक माह में जवाब मांगा है।
मप्र मानव अधिकार आयोग ने जबलपुर जिले में अस्पताल के बिस्तरों पर सो रहे कुत्तों का एक वीडियो वायरल होने की खबर पर संज्ञान लिया है। जबलपुर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, शहपुरा के इस वीडियों में साफ दिख रहा है कि वार्ड के दो पलंगो पर कुत्ते बड़े मौज से आराम फरमा रहे हैं। यह वीडियो बीते रविवार की रात इलाज के लिए अपनी पत्नी को लेकर आए सिद्धार्थ नामक व्यक्ति ने बनाया है। सीएमएचओ जबलपुर ने शहपुरा के बीएमएचओ को कारण बताओ नोटिस जारीकर 24 घंटे में जवाब मांगा है। वीडियो बनाने वाले सिद्धार्थ ने बताया कि गर्भवती पत्नी को स्वास्थ्य केंद्र ले गए, तो वहां सिर्फ एक नर्स मिली। कोई डाॅक्टर नहीं था। अस्पताल केे बिस्तरों पर कुत्ते सो रहे थे, यह देखकर उन्होंने वीडियो बना लिया। मामले में आयोग ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जबलपुर से जवाब मांगा है।
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गौरव चतुर्वेदी
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