कृमिनाशक दवा पीने के बाद दो साल के बालक की मौत


परिवार ने लगाए आरोप
कलेक्टर ने तुरंत ही तीन सदस्यीय दल से कराई जांच
अर्पित उपाध्याय / खबर नेशन / Khabar Nation
विदिशा। सोमवार की सुबह मोहनगिरी क्षेत्र की एक आंगनवाड़ी केन्द्र से दवा लेने और उसके सेवन के बाद दो वर्षीय बालक की मौत हो गई। जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप की स्थिति है। परिजनों ने कृमिनाशक दवा की वजह से मौत होने का आरोप लगाया है। वहीं इस मामले में कलेक्टर ने तीन सदस्यीय दल गठित कर मामले की जांच कराई है।
जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह मोहनगिरी क्षेत्र में रहने वाले सुनील चिढ़ार के दो वर्षीय बेटे देव के लिए  उसकी बड़ी बहन आंगनवाड़ी केन्द्र 18/36 से मौके पर मौजूद सहायिका रेखा नरवरिया से कृमिनाशक दवा लेकर गई थी। घर पर उसके सेवन के बाद कुछ ही देर में देव की तबीयत बिगड़ गई। परिजन उसे लेकर निजी अस्पताल पहुंचे। वहां डाक्टरों ने जिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी। परिजनों के अनुसार जिला अस्पताल में उनके बच्चे को नहीं देखा गया और वापिस भेज दिया गया। जब मृत बच्चे को लेकर वे अपने घर पहुंचे तब मौत की खबर से पूरे मोहल्ले में हड़कंप मच गया। हंगामा होने की खबर लगने के बाद पुलिस मौके पर आई। 100 डायल की मदद से बच्चे को फिर जिला अस्पताल लाया गया। जहां जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया।
तीन सदस्यों के दल ने की जांच
इस पूरे हंगामे के बीच मामला कलेक्टर डा. पंकज जैन के संज्ञान में आया। उन्होंने तुरंत ही मामले की जांच के लिए एक दल गठित किया और जांच के लिए भेजा। इस दल में महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ब्रजेश शिवहरे, डा. दिनेश शर्मा और डिप्टी कलेक्टर अमृत गर्ग पांडे शामिल थे। जांच दल ने आंगनवाड़ी में मौजूद दवाओं आदि का निरीक्षण किया। इसके अलावा जो दवा देव को दी गई थी, उसकी भी जांच की गई। वहां मौजूद कोई भी दवा एक्सपायरी डेट की न होने की बात जांच दल ने कही।
इधर देर शाम को मोहनगिरी क्षेत्र में परिजनों और मोहल्ला वालों ने इस घटना पर आक्रोश जताते हुए चक्काजाम करने की कोशिश की है। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर समझाइश दी।
इनका कहना है
बालक की मौत के बाद तीन सदस्यीय दल ने यहां जांच की है। कोई भी दवा एक्सपायरी डेट की नहीं मिली। अन्य मामलों की जांच की जा रही है।
- अमृता गर्ग पांडे, डिप्टी कलेक्टर

कृमिनाशक दवा एक्सपायरी डेट की नहीं थी। दवा लेने और मौत के बीच 10 मिनिट का अंतर था। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में मौत की वजह गले में रोटी का टुकड़ा फंसे होना बताया जा रहा है।
- संजय सिंह, परियोजना अधिकारी

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