फर्जी दस्तावेजों से आरटीओ में हो गए लाइसेंस नवीनीकरण, 17 पर एफआईआर


देवेन्द्र वैश/खबर नेशन/Khabar Nation
- ऑफिस में कमीशन का खेल, बड़ी लापरवाही उजागर
- फर्जी लाइसेंस बनवाने वाले एजेंट का नाम ही नही एफआईआर में
होशंगाबाद। जिला परिवहन विभाग में एजेंटों के माध्यम से कमीशन पर काम कराने का खेल जमकर चल रहा है। ज्यादा पैसे देकर फर्जी दस्तावेजों से लाइसेंस, नवीनीकरण, वाहन फिटनेस, परमिट, गाड़ी ट्रांसफर आदि के काम खूब हो रहे हैं। इसकी जानकारी विभाग के बड़े अधिकारियों को भी है लेकिन वे भी पूरी तरह रोक लगाने में  कामयाब नहीं है। एक हफ्ते पहले ऐसे ही फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से लाइसेंस नवीनीकरण का मामला जिला परिवहन अधिकारी मनोज तेंगुरिया ने पकड़ा था। जिसमें जांच के बाद परिवहन विभाग ने 17 लोगों पर धारा 420 की एफआईआर दो दिन पहले दर्ज कराई है। इस मामले में फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत करके लाइसेंस नवीनीकरण कराने वाले एजेंट गुड्डू रघुवंशी, नवीनीकरण शाखा में बैठने वाले एजेंट योगेश शर्मा और शाखा बाबू राहुल शर्मा पर विभाग की कृपा दृष्टि अभी तक बनी हुई है। पूरे मामले में इनकी संलिप्तता उजागर होने के बावजूद इसके खिलाफ नामदर्ज एफआईआर नहीं हुई है। एजेंट गुड्डू रघुवंशी को भोपाल निवासी अशफाक ने फर्जी दस्तावेज देकर काम कराने का ठेका दिया था। उस पर जरूर एफ आई आर हुई है। फर्जी दस्तावेज लगाकर लाइसेंस नवीनीकरण कराने वाले सभी 17 लोग दूसरे जिले केे निवासी हैं। यह लोग बड़ेे षड्यंत्र के कारण खुद के जिले को छोड़कर होशंगाबाद से लाइसेंस नवीनीकरण करा रहे थे। जो कहीं ना कहीं बड़े आपराधिक षड्यंत्र होने की तरफ इशारा कर रहा है।

ऐसे पकड़ में आया मामला
जिला परिवहन अधिकारी मनोज तेंगुरिया ने बताया कि एजेंट गुड्डू रघुवंशी के माध्यम से फर्जी दस्तावेज लगाकर लाइसेंस नवीनीकरण के आवेदन अक्टूबर मां की अलग-अलग तारीख को प्रस्तुत किए गए थे। नवीनीकरण प्रक्रिया के दौरान जब पुराने कार्ड का मिलान कंप्यूटर पर नहीं हुआ तो पूरा मामला संदिग्ध लगा। इन लोगों के मुख्य लाइसेंस जिन आरटीओ में बने थे वहां सूचना देकर जानकारी मांगी तो पता चला की किसी भी प्रकार के लाइसेंस वहां नहीं बने। इसके बाद पुराने लाइसेंस कार्ड और दस्तावेजों की जांच की तो सभी में गड़बड़ी मिली। कूट रचित करके पुराने कार्ड बनाए गए थे। इसी आधार पर लाइसेंस नवीनीकरण कराया जा रहा था। संबंधित शाखा के बाबू से पूरी जानकारी ली तो पता चला कि गुड्डू रघुवंशी द्वारा 17 लोगों के आवेदन दिए गए थे। जिसमें 8 लोगों के लाइसेंस बन गए थे। इन्हें निरस्त कर दिया गया है। सभी लोगों पर एफ आई आर दर्ज कराई गई है।

अंदर की खबर- 200 लोगों के बनना था फर्जी लाइसेंस
पूरे मामले में परिवहन विभाग से जुड़े लोगों ने बताया कि करीब 2 महीनों से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लाइसेंस नवीनीकरण बनाने की चर्चा चल रही है। इसमें कई एजेंटों के पास भोपाल से जुड़े लोगों ने 200 से ज्यादा एकमुश्त लाइसेंस नवीनीकरण कराने का ऑफर दिया था। जिसमें एक लाइसेंस नवीनीकरण के लिए 10 से लेकर 15000 रुपए तक देने की बात कही गई थी। जबकि सामान्यतः 700 रुपए के शुल्क में लाइसेंस का नवीनीकरण हो जाता है। इस मामले में जिस एजेंट गुड्डू रघुवंशी द्वारा लाइसेंस नवीनीकरण कराने के दस्तावेज दिए गए हैं उसमें शाखा में बैठने वाले  एजेंट योगेश शर्मा और कर्मचारी राहुल शर्मा की संलिप्तता सामने आई है। यही कारण था कि 17 में से 8 लोगों के लाइसेंस नवीनीकरण कराए भी जा चुके हैं। कहीं ना कहीं ज्यादा पैसों के कमीशन में संदिग्ध लोगों के लाइसेंस बना दिए गए। इधर विभाग के लोगों की माने तो यदि 1 साल से ऊपर का डाटा और लाइसेंस नवीनीकरण करवाने वालों के दस्तावेज जांचें जाएं तो कई और फर्जी लोग सामने आ सकते हैं। लेकिन विभाग के अधिकारी अपने खास एजेंटों और कर्मचारी को बचाने के लिए इस प्रकार की कार्रवाई करने के मूड में नहीं है। 

हर काम में एजेंटों का बोलबाला
परिवहन विभाग में एजेंटों का बोलबाला है। यही कारण है कि बिना एजेंट के परिवहन विभाग में काम होना मुश्किल है। हर काम के पैसे लोगों को एजेंट या व्यक्तिगत खुद संबंधित शाखा के बाबू को देने पड़ते हैं तभी उनके काम को पाते हैं। परिवहन विभाग कि हर शाखा में एजेंट सक्रिय रहते हैं। इसके अलावा कुछ बाहरी लोग बिना किसी आदेश के सक्रिय रुप से विभाग का काम कर रहे हैं। जो किसी पद पर नहीं है। इन लोगों को विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने व्यक्तिगत तौर पर काम करने के लिए अधिकृत कर दिया है, जो बिना पैसा लिए किसी भी प्रकार का काम नहीं होने देते। एजेंट भी अधिकारी कर्मचारी के स्थान पर इन लोगों को कमीशन देकर काम कर आते हैं।

इन पर दर्ज हुआ मामला
1.मोहोम्मद ख़ालिद सिवनी, 2.कमालदीन सिवनी, 3.शाहिद भिण्ड, 4.शौकीन देवास, 5.अलामदिन भिण्ड, 6.हलीम भिण्ड 7.साज़िद देवास, 8.कादिर सिवनी, 9.सरफुद्दीन भिण्ड,10.शाहिद भिण्ड, 11.इरशाद भिण्ड,12.मुस्तकीम धार,13.सुकर भिण्ड,14.नयूम सिवनी,15. सरफ़राज़ देवास,16.प्रभु देवास, 17.अशफ़ाक भोपाल।

जांच के बाद होगी कार्रवाई
- परिवहन विभाग ने कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर 17 लोगों द्वारा लाइसेंस नवीनीकरण कराने का मामला दर्ज कराया है। जांच के बाद कई लोगों पर कार्रवाई और की जाएगी।
- संतोष सिंह चौहान, थाना प्रभारी कोतवाली होशंगाबाद

देवेंद्र वैश

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