कांग्रेस सरकार में यूरिया की कालाबाजारी शुरू :- गोपाल भार्गव


नेता प्रतिपक्ष ने कहा यूरिया वितरण के प्रबंधन में फैल हुई कमलनाथ सरकार

  खबर नेशन / Khabar Nation 

 

भोपाल। कांग्रेस के राज में फिर से प्रदेश में यूरिया की काला बाजारी शुरू हो गयी है। प्रदेश में बंटाधार युग की वापसी हो चुकी है। यूरिया के लिए किसानों को पुलिस के डंडे खाना पड़ रहे हैं। जिलों में यूरिया के लिए झड़प की घटनाएं सामने आ रही है। किसानों को यूरिया वितरण में कमलनाथ सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है। यह बात नेता प्रतिपक्ष श्री गोपाल भार्गव ने प्रदेश भर में किसानों को यूरिया मिलने में आ रही परेशानियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कही।

यूरिया के लिए किसान कर रहे संघर्ष
श्री भार्गव ने कहा कि कांग्रेस और काला बाजारी एक सिक्के के दो पहलू है। जब जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रही, किसानों को यूरिया की कालाबाजारी से जूझना पड़ता है। किसानों को यूरिया के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। किसानों को यूरिया प्रबंधन करने के बजाए सरकार का तंत्र कालाबाजारी के प्रबंधन में लगा है।
खाद की ब्लैक मार्केटिंग करने वालों के हौसले बुलंद
श्री गोपाल भार्गव ने कहा कि भाजपा सरकार में किसानों को कभी भी खाद बीज और यूरिया के लिए असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा लेकिन कांग्रेस सरकार में यूरिया की कालाबाजारी और खाद के बदले किसानों को लाठियां मिल रही है। उन्होंने कहा कि 268 का यूरिया 350 से लेकर 500 रुपए प्रति कट्टा काला बाजारी में बेचा जा रहा है। किसान मजबूरी में बढ़ी दरों पर खाद खरीदने को मजबूर है। किसान परेशान है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिससे खाद की ब्लैक मार्केटिंग करने वालों के हौसले बुलंद है।

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