अनुसूचित जाति, जनजाति कांग्रेस के लिए महज वोट बैंक हैः ऊंटवाल

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री व सांसद मनोहर ऊंटवाल ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस ने अनुसूचित जाति, जनजाति को महज वोट बैंक की तरह इस्तेमाल तो किया लेकिन उन्हें उनका हक नहीं दिया। संविधान शिल्पी डॉ. भीमराव अंबेडकर को कांग्रेस ने लोकसभा में पहुँचने नहीं दिया। जब भंडारा उपचुनाव में डॉ. अंबेडकर लोकसभा चुनाव प्रत्याशी घोषित हुए स्वयं पं. नेहरू ने उनकी खिलाफत कर उन्हें पराजित कर दिया।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने समाज को बांटने में अंग्रेजों की नीति अपनाई और हमेशा विभाजनकारी एजेंडा को आगे बढ़ाकर समाज के सामाजिक सदभाव में खटास पैदा की। ऊंटवाल ने कहा कि मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के मौके पर कांग्रेस को फिर दलितों की याद आयी हैं और दलित कल्याण के एजेंडा पर नेता ढोल पीट रहे हैं, लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के समय दलित एजेंडा के नाम पर कांग्रेस ने जो षडयंत्र किया था उसे जनता भूली नहीं हैं। भोपाल में सार्वजनिक किए गए कांग्रेस के दलित एजेंडा ने अनुसूचित जाति समाज से कहा गया था कि हिन्दुत्व के अंचल में रहकर दलितों का कोई भविष्य नहीं हैं। कांग्रेस के दलित एजेंडा का दलितों ने ही विरोध करके उन्हें आईना दिखा दिया था। अनुसूचित जनजाति का कांग्रेस ने विश्वास खो दिया हैं।

ऊंटवाल ने अनुसूचित जाति समुदाय से आग्रह किया हैं कि वे कांग्रेस के विभाजनकारी षडयंत्रों का शिकार न बनें। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा डॉ. अंबेडकर का सम्मान किया। अटलजी ने ही उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किए जाने का प्रस्ताव किया और संसद में उनका चित्र लगाया। भाजपा सरकार ने डॉ. अंबेडकर के पंचतीर्थ की स्थापना पर उन्हें सम्मान देने का कार्य किया हैं। कांग्रेस का दलित प्रेम सियासी दिखावा और समुदाय के प्रति चुनावी दांव हैं। (खबरनेशन / Khabarnation)
 

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