कनार्टक में कांग्रेस का क्षेत्रीय दल के समक्ष आत्म समर्पण : डॉ. विजयवर्गीय

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने कहा कि कर्नाटक चुनाव में जनता ने जनादेश न तो कांग्रेस को दिया और न जनता दल एस को दिया हैं। फिर कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस और जनता दल एस कट्टर स्पर्धी थे तथा एक दूसरे को पानी पीकर कोसा था। वास्तविक रूप से भारतीय जनता पार्टी का अंक बल 40 से बढ़कर 104 पहुंच गया और जनता ने उसे जनादेश से पुरस्कृत किया। यह बात अलग हैं कि बहुमत में कुछ कमी रह गई और बिल्ली के भाग से छींका टूटा। इनके अनुचित गठबंधन को कुमार स्वामी के नेतृत्व में सरकार बनाने का आमंत्रण मिल गया। लेकिन इस गठबंधन में शामिल होकर वास्तव में कांग्रेस ने एक क्षेत्रीय दल के सामने ही घुटने टेके हैं। आत्म समर्पण किया हैं। ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का हर्षित होना बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना से अधिक कुछ नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस के राजनैतिक इतिहास से वाकिफ होते तो इस तरह तर्कहीन टिप्पणियां नहीं करते। जहाॅ तक लोकतंत्र में तानाशाही का सवाल हैं 1947 से ही इसकी समीक्षा की जाना चाहिए। पचास के दशक में तत्कालीन प्रधानमंत्री पं. नेहरू दुनिया की लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गई वामपंथी केरल सरकार को बर्खास्त कर संविधान की धज्जियां उड़ाना आरंभ कर दिया हैं। तब से आज तक कांग्रेस ने कमोवेश पचासी बार राज्य सरकारों को बर्खास्तकर तानाशाही का सबूत दिया। दल बदल करने में कांग्रेस का कोई सानी नहीं रहा। गैर कांग्रेसी सरकारों को निगलने में परहेज नहीं किया। आज राहुल गांधी किस आधार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को निशाने पर ले रहे हैं और पाकिस्तान के गीत गाकर हास्य का पात्र बन रहे हैं।

डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस मुक्त भारत से तात्पर्य शुचितापूर्ण विकासोन्मुख ऐसा शासन देना हैं जिसमें सबका साथ-सबका विकास समाहित हो। आज जब विश्व में भारतीय लोकतंत्र की सभी प्रशंसा कर रहे हैं और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का नई आर्थिक शक्ति के रूप में उदित होने की बात दुनिया की तमाम रेटिंग एजेंसीज द्वारा की जाती हैं। राहुल गांधी भारत की तुलना पाकिस्तान से करके अपनी नकारात्मक, रूग्ण मानसिकता का सबूत दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से भारत की तुलनाकर राहुल गांधी देश की सवा अरब जनता के सम्मान को आहत कर रहे हैं। राहुल गांधी को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उभरते नये भारत पर गर्व कर एक आजाद देश के नागरिक की तरह सिर ऊंचा करना चाहिए। देश रहेगा और लोकतंत्र सरसब्ज होगा तभी राजनीतिक दल रहेंगे। (खबरनेशन / Khabarnation)

Share:


Related Articles


Leave a Comment