आजीविका मिशन से सरोज बनी "सरोज दीदी"
भोपाल। धार जिले के ग्राम गुणावद की सरोज पति मेहरबान अब गाँव की सरोज दीदी बन गई हैं। गाँव की महिलाएँ सरोज से सफलता के गुर सीख रही हैं। वर्ष 2013 तक मजदूरी की कमाई से जीवन-यापन करने वाली सरोज गाँव के गंगा आजीविका स्व-सहायता समूह से जुड़ने के बाद निरंतर आगे बढ़ रही हैं। सिलाई का प्रशिक्षण प्राप्त कर लिया हैं। पति मेहरबान को कटलरी का सामान दिलवा कर गाँव के हाट-बाजारों में व्यवसाय शुरू करवा दिया हैं। पति-पत्नि दोनों मिलकर अब हर माह 12-15 हजार रुपये आसानी से कमा रहे हैं।
सरोज ने बैंक से पहले 25 हजार और फिर 55 हजार रूपये ऋण लेकर अपना काम काफी बढ़ा लिया हैं। अपने परिवार और रिश्तेदारों को भी अपनी आर्थिक गतिविधियों में जोड़ लिया हैं। सरोज की सफलता ने उसे सामाजिक प्रतिष्ठा और सम्मान दिलाया हैं। (खबरनेशन / Khabarnation)
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