प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की जनता से झूठ बोला

आज भी मध्यप्रदेश के कई गांवों में भाजपा शासन के 15 साल बाद भी बिजली नहीं पहुंची

नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री झूठ बोलना छोड़े इससे उनकी नहीं देश की बदनामी होती हैं

भोपाल। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की जनता से हर गांव में बिजली पहुंची,का जो झूठा दावा किया हैं, उसकी पोल मध्यप्रदेश में ही खुल गई, यहां लगभग 50 गांव ऐसे हैं जहां बिजली नहीं पहुंची। सिंह ने कहा कि यह संयोग ही था कि 29 मई को नई दिल्ली में जनाक्रोश रैली में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि देश की जनता प्रधानमंत्री के भाषण में सच ढूंढ़ती हैं और कल ही प्रधानमंत्री ने यह दावा किया कि एक हजार दिन में देश के सभी गांवों में जो बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा था, वह 987 दिन में ही पूर्ण कर लिया। जबकि असलियत इसके विपरीत हैं। सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री झूठ बोलना छोड़े इससे उनकी नहीं बल्कि देश की बदनामी होती हैं।

नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा कि अलीराजपुर के झंडाना, अंबा, घमेली सहित पांच गांव ऐसे हैं जहां बिजली नहीं पहुंची। इसी तरह रायसेन जिले के सांची क्षेत्र में आधा दर्जन गांव हैं जिनमें जैतगढ़, बिली, पोंड, रामगढ़, खानापुरा, गोपालपुर, शामिल हैं, इन गांवों में बिजली नहीं हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यहीं नहीं प्रधानमंत्री जब यह दावा कर रहे थे, देश के हर गांव तक बिजली पहुंची उसी समय उनकी सरकार के रूरल इलेक्ट्रीफिकेशन कॉर्पोरेशन के चीफ प्रोग्राम मैंनेजर ने एक अधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में यह बताया कि आज भी देश के सात करोड़ घरों में बिजली पहुंचाना बाकि हैं। सिंह ने कहा कि देश के 70 सालों के इतिहास में पिछले चार साल में पहली बार ऐसा प्रधानमंत्री मिला हैं जो अपनी जनता से झूठ बोलता हैं। जिन्होंने बड़ी उम्मीदों से उन्हें देश का प्रधानमंत्री बनाया था।

नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा कि यह पहली बार नहीं हैं कि प्रधानमंत्री ने अनेकों बार झूठ बोला हैं और उन उपलब्धियों को अपने नाम करने का प्रयास किया हैं जिसमें उनका और उनकी वर्तमान सरकार का कोई योगदान ही नहीं हैं। वो चाहे असम राज्य में बना सबसे बड़ा पुल हो या फिर जम्मू-कश्मीर में बनी सुरंग हो। सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री को जनता की उम्मीदों पर कुठाराघात करने की बजाय अपने किए गए वायदों को निभाना चाहिए और विश्व में सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के प्रधानमंत्री होने के नाते उन्हें फेंकना और झूठ बोलना छोड़ देना चाहिए, क्योंकि इससे उनकी नहीं बल्कि देश की बदनामी होती हैं। (खबरनेशन / Khabarnation)
 

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