मुआवजा न देना पड़े, इसलिए पटवारियों को हड़ताल के लिए उकसा रहे कांग्रेसी: डाॅ. भदौरिया

 


भोपाल। बाढ़ और अतिवृष्टि से पीड़ित प्रदेश के किसानों को मुआवजा या राहत देने की प्रदेश सरकार की नीयत नहीं है। इसलिए सरकार के मंत्री और कांग्रेसी नेता जानबूझकर उकसाने वाले बयान दे रहे हैं, ताकि उनकी हड़ताल की आड़ लेकर किसानों के साथ की जा रही इस नाइंसाफी पर पर्दा डाला जा सके। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष डाॅ. अरविंद सिंह भदौरिया ने मंत्री जीतू पटवारी द्वारा दिये गए बयान के बाद प्रदेश की पटवारियों के दोबारा हड़ताल पर चले जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार की किसानों के प्रति कभी भी सद्भावना नहीं रही। यही वजह है कि उन्हें कर्जमाफी के नाम पर छला गया और तरह-तरह के बहाने बनाकर कर्जमाफी में देरी की जा रही है। यही नहीं, बल्कि कांग्रेस की यह सरकार प्रदेश के किसानों की तबाही देखकर भी पसीज नहीं रही है। इस सरकार ने दिखावे के लिए बाढ़ और बारिश से हुए किसानों के नुकसान के सर्वे के आदेश तो दे दिए, लेकिन सरकार की किसानों को मुआवजा दिए जाने की कोई मंशा नहीं है। इससे बचने के लिए पहले प्रदेश सरकार के एक जिम्मेदारी मंत्री और फिर एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने ऐसे बयान दिए, जिससे प्रदेश के पटवारियों को भड़काया जा सके और वे हड़ताल पर चले जाएं। उन्होंने कहा कि रविवार सुबह हुए समझौते के बाद पटवारियों ने हड़ताल खत्म कर दी थी और काम पर लौटने की बात कही थी, जिससे सरकार फिर चिंतित हो गई थी। इसके बाद मंत्री जीतू पटवारी ने इंदौर में जानबूझकर ऐसा बयान दिया जिससे पटवारी फिर आक्रोशित हो गए और हड़ताल पर चले गए।
डाॅ. भदौरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ इस तरह की हथकंडेबाजी छोड़ें और प्रदेश सरकार के मुखिया होने के नाते अपने दायित्व को समझते हुए पीड़ित किसानों के लिए शीघ्रातिशीघ्र मुआवजे की व्यवस्था करें।

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