लक्की वाण्डर्स खेल मैदान पर सी.ए.ए. के समर्थन में खिलाड़ियों

खेल Jan 11, 2020

लक्की वाण्डर्स खेल मैदान पर सी.ए.ए. के समर्थन में खिलाड़ियों, जिम्नेशियम व व्यायामशाला के प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक संपन्न हुई

  खबर नेशन / Khabar Nation 

इंदौर /नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में पूरे शहर में लगातार बैठकें व संगोष्ठियां चल रही है जिसमें लोग स्वप्रेरणा से बड़ी संख्या में उपस्थित हो रहे है और सी.ए.ए का समर्थन कर रहे है।

आज लक्की वाण्डर्स खेल मैदान पर खिलाड़ियों व व्यायामशाला के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ भाजपा वरिष्ठ नेता श्री कृष्णमुरारी मोघे, संभागीय संगठन मंत्री जयपालसिंह चावड़ा, नगर महामंत्री मुकेशसिंह राजावत, कार्यक्रम समन्वयक कमल बाघेला, राजेन्द्र सातालकर, जे.पी. मूलचंदानी, गंगा पाण्डे, नारायण पटेल, देवकीनंदन तिवारी, पराग लोढ़े, लोकेन्द्रसिंह राठौर, राजेन्द्र कैलोनिया, गुडडा शुक्ला, विनोद खंडेलवाल, मनोज सोमवंशी ने बैठक की।

बैठक में श्री कृष्णमुरारी मोघे ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून बनने और देश में लागू होने के बाद कानून के समर्थन में हमें तिरंगा यात्रा निकालना पड़ रही है। हम सब समझ सकते है कि जिस कानून के कारण देश में किसी का भी अहित नहीं हो रहा हो फिर भी बेवजह विरोधी राजनैतिक दलों के द्वारा भ्रम फैलाकर इस कानून के विरोध में माहौल बनाया गया हो, इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण और क्या हो सकता है।

आपने कहा कि देश की आजादी के बाद जब भारत का विभाजन हुआ तो मुस्लिम समुदाय के साथ जनसंख्या का लगभग 23 प्रतिशत हिन्दू, सिख, सिंधी, जैन, इसाई, पारसी(अल्पसंख्यक) पाकिस्तान में रह गये थे, वहीं हमारे यहां कुल जनसंख्या का 8 प्रतिशत मुस्लिम (अल्पसंख्यक) रह गया था। विडमना देखिये हमने अल्पसंख्यकों को संभाला और उन्हें बढ़ाकर 18 प्रतिशत किया, जबकि पाकिस्तान, बंगलादेश में अल्पसंख्यक 23 प्रतिशत से नाम मात्र 2 या 3 प्रतिशत रह गये। पाकिस्तान, बंगलादेश, अफगानिस्तान में अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न, शोषण और प्रताड़ित कर यातनाएं देकर या तो मार दिये गये या उन्हें देश छोड़ने के लिये विवश कर दिया गया। उन्हीं प्रताड़ित होकर आये, अल्पसंख्यक भारत में शरणार्थियों का जीवन जी रहे थे। उन्हें हमारे प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के द्वारा भाजपा के संकल्प पत्र में किये गये वादे अनुसार नागरिकता कानून 1955 में संशोधन कर नागरिकता संशोधन कानून 2019 बनाकर इन शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देने का काम किया जा रहा है। जो लोग इस कानून का विरोध कर रहे है वे वहां से प्रताड़ित होकर आये अल्पसंख्यकों का विरोध कर रहे है, लेकिन देश की जनता इन दुखी और तरह-तरह की बर्बतापूर्ण यातनाएं झेलकर आये लोगों के साथ है। नागरिकता संशोधन कानून बनाने के लिये हमारे प्रधानमंत्रीजी और गृहमंत्रीजी के समर्थन में खड़े है।

संभागीय संगठन मंत्री जयपालसिंह चावड़ा ने कहा कि देश की आजादी में जो योगदान देने वाले समाजजन थे, उनमें पाकिस्तान, बंगलादेश एवं अफगानिस्तान इन तीनों देशों में निवास करने वाले भी थे, लेकिन इन देशों में बसने वाले अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित कर भगाया जा रहा है। क्या उन्हें अपने साथ लाना और भारतीय नागरिकता देना हमारा काम है या नहीं। इन्हें नागरिकता देना हमारा मानवतावादी कदम है। ये हमसे बिछड़े हुए लोग ही है।

आपने कहा कि हमारे देश की मिट्टी व पानी में यह संस्कार है कि हम सभी को शरण देते है। हमारे नेता श्री नरेन्द्रजी मोदी जब प्रधानमंत्री बने तब उन्हें कहा था कि हम सरकार चलाने के लिये नहीं आये है हम देश चलायेंगे। देश का विकास और देशवासियों को सभी सुविधाएं मिले यहीं हमारा उददेश्य होगा। हम सभी ने विगत साढे पांच वर्षो में जो काम मोदीजी के द्वारा किये है वे सभी देखे है। देशहित में इतने बड़े निर्णय आज तक किसी ने नहीं लिये जो 70 वर्षो में नहीं हुआ वह सब मोदीजी ने करके दिखाया। देश के नागरिकों के द्वारा देखे गये सपनों को मोदीजी पूरा कर रहे है। देश के लिये जो भी आवश्यक होगा उसे हर हाल में मोदीजी पूरा करेंगे। देश प्रगति और विकास की और चल पड़ा है हम सभी को भी मोदीजी के साथ खड़े होकर चलना है। पूरी दुनिया मोदीजी को मान चुकी है, मोदीजी ने भी दुनिया में देश का मान बढ़ाया है। आप सभी यह माने कि मैं भी एक देशभक्त हूं। राष्ट्रहित के सभी मुददों पर हम सब एक है। नागरिकता संशोधन कानून का भी हम सब समर्थन करते है हम सभी का यही भाव है।

बैठक में मुकेशसिंह राजावत, राजेन्द्र सातालकर, नारायण पटेल, गंगा पाण्डे एवं खेल संस्था प्रमुखों ने भी अपने विचार रखे। उपस्थित खिलाड़ियों और अखाड़ों के पहलवानों ने इस कानून का समर्थन करते हुए 12 जनवरी को तिरंगा यात्रा में शामिल होने का भरोसा दिया।

    बैठक का संचालन जे.पी. मूलचंदानी ने किया एवं आभार राजेन्द्र सातालकर ने माना।

 

गुरुनानक कॉलोनी में नागरिकता संसोधन कानून के समर्थन में सिख, सिंधी व अन्य समाज के प्रतिनिधियों की वृहद बैठक संपन्न......

भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यालय मंत्री ऋषिसिंह खनूजा ने बताया कि आज नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में गुरुनानक कॉलोनी स्थित गुरुद्वारे के पास धर्मशाला में सिख, सिंधी एवं अन्य समाजों के प्रतिनिधियों की एक बड़ी बैठक भाजपा नगर अध्यक्ष गोपीकृष्ण नेमा की उपस्थिति में संपन्न हुई।

बैठक में उपस्थित समाजजनों से श्री गोपीकृष्ण नेमा कहा कि आज देश दोराहे पर आकर खड़ा है। एक तरफ देश की उन्नति और विकास के लिए हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्रजी मोदी सबका साथ- सबका विकास और सबका विश्वास को लेकर कार्य कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के द्वारा अपने चुनावी घोषणा पत्र में जनता से किए गए वादों को एक एक कर पूरा किया जा रहा है। घोषणा पत्र में पाकिस्तान, अफगानिस्तान एवं बांग्लादेश से धर्म के आधार पर प्रताड़ित होकर आए अल्पसंख्यको को भारत की नागरिकता देने का वादा पूरा करते हुए, केंद्र सरकार के द्वारा लोकसभा एवं राज्यसभा में बिल पास कराकर नागरिकता संशोधन कानून बनाया गया। इस कानून से उन सभी शरणार्थियों को भारत की नागरिकता मिलेगी। इस कानून से देश में निवासरत किसी भी व्यक्ति की नागरिकता समाप्त नहीं होगी। यह कानून देश के 130 करोड़ लोगों के लिए नहीं है। यह तो जो देश के बाहर से धर्म के आधार पर प्रताड़ित होकर आए हमारे उन  हिन्दू, सिख, सिंधी, जैन, पारसी आदि समाज के बंधुओं को नागरिकता देने के लिए बनाया है। फिर भी न जाने क्यों कांग्रेस पार्टी और अन्य विरोधी राजनीतिक पार्टियों के द्वारा वर्ग विशेष लोगों के बीच में भ्रम, डर पैदा करके भड़काया जा रहा है। देश में अराजकता का माहौल खड़ा किया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रव्यापी आंदोलन चलाकर इस कानून की संपूर्ण जानकारी और इसके समर्थन में खड़ा करने के लिए कार्यकर्ता और समर्थकों के द्वारा घर घर संपर्क किया जा रहा है। आप सब को भी देश हित में, राष्ट्रहित में इस कानून के समर्थन में मोदीजी के साथ चलना है।

बैठक में प्रमुख रूप से गोपीकृष्ण नेमा, अभिषेक बबलू शर्मा, हरप्रीतसिंह बक्शी, ऋषिसिंह खनूजा, बलवंत चावला, विजय मालानी, महेश कुकरेजा, देवकीनंदन तिवारी, विनोद खंडेलवाल सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।

बैठक की संपूर्ण व्यवस्था ऋषिसिंह खनूजा ने की थी।

भाजपा कार्यालय पर चिकित्सा प्रकोष्ठ की सी.ए.ए के समर्थन में बैठक संपन्न

नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन करने के लिये लगातार जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है एवं इस अभियान से आमजन को जोड़कर इस कानून की विस्तृत जानकारी भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों के द्वारा दी जा रही है। आज भाजपा कार्यालय पर चिकित्सा प्रकोष्ठ की महत्वपूर्ण बैठक में प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक डॉ. महेश गुप्ता ने कहा कि सी.ए.ए. के समर्थन अभियान को सभी चिकित्सक अपने यहां क्लीनिक पर इलाज कराने आ रहे मरीजों को भी इस कानून की जानकारी देकर चलायें। जब जनता जागरूक हो जायेगी तो स्वतः ही लोगों के भ्रम में नहीं आयेगी। विरोधियों के द्वारा इस कानून के खिलाफ चलाये जा रहे झूठ को भी जनता नकार देगी।

हम सभी चिकित्सक अपने समर्थकों के साथ परिवार सहित 12 जनवरी को दशहरा मैदान में सी.ए.ए. के समर्थन में उपस्थित होकर देशहित में अपनी भूमिका अदा करें।

इस अवसर पर डॉ. अपूर्व श्रीवास्तव, डॉ. बालाराम गुप्ता, डॉ. अविनाश पटवारी, डॉ. राजीव पाल, डॉ. आर.एन.मिश्रा सहित सभी अपेक्षितक चिकित्सक उपस्थित थे।

 

भाजपा कार्यालय पर अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, मोर्चा प्रदेश प्रभारी व रेल्वे बोर्ड के पेंसेजर सर्विस कमेटी(पीएससी) चेयरमेन श्री रमेशचन्द्र रत्न ने पत्रकार-वार्ता में पत्रकार बंधुओं से चर्चा की।

आपने चर्चा करते हुए कहा कि जिस तरीके से अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों को कांग्रेस और लेफ्ट के नेताओं के द्वारा भ्रमित किया जा रहा है कि सी.ए.ए. से आपका अहित होगा। मैं लेफ्ट के उन नेताओं से पूछना चाहता हूं कि आपको संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर तो फूटी आंख नहीं सुहाते थे। अब आप अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों को यह बात क्यों नहीं बताते हो। जेएनयू में जय भीम के नारे ये ही लेफ्ट और कांग्रेस के नेता लगवा रहे है। जब बाबा साहब चुनाव लड़े तो उन्हें हराने के लिये कांग्रेस और लेफ्ट के नेताओं ने कोई कसर नहीं छोड़ी। किस मुंह से ये बाबा साहब का नाम लेते है। लेकिन आज समय बदल चुका है अब अनुसूचित जाति वर्ग के सभी लोग समझ चुके है कि किस तरह कांग्रेस और लेफ्ट वोट की राजनीति करते है। इन्होंने इस पिछडे वर्ग के उत्थान के लिये कुछ किया तो नहीं बल्कि जब आज देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्रजी मोदी सभी वर्गो के लिये विकास और उन्नति के कार्य कर रहे है तो इन्हें अच्छा नहीं लग रहा है।

पत्रकार बंधुओं के प्रश्न का उत्तर देते हुए आपने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून का यह विरोध इसके पूर्व देश में मोदी सरकार के द्वारा देशहित में लिये गये बड़े-बडे निर्णयों की खीज है। धारा 370 हो, तीन तलाक हो, या राम मंदिर मसला निपटा हो इन्हें विरोध करने का अवसर ही नहीं मिला। जब ये सभी अच्छी तरह जानते है, समझते है कि नागरिकता संशोधन कानून देश में रहने वाले 130 करोड़ लोगों के लिये नहीं है, इससे देश में निवासरत किसी भी व्यक्ति का कोई भी अहित नहीं होना है। यह कानून तो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बंगलादेश से धर्म के आधार पर पीड़ित और प्रताड़ित होकर आये अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों के साथ अन्य अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का कानून है।

आपने और भी इस कानून से संबंधित सवालों और रेल्वे से संबंधित सवालों के संतोषजनक जवाब भी दिये।

पत्रकार वार्ता में श्री रमेशचन्द्र रत्न के साथ मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सूरज कैरो, अनिल वर्मा, मोर्चा के नगर अध्यक्ष राजेश शिरोड़कर, गुलाब ठाकुर, देवकीनंदन तिवारी, भूपेन्द्र केसरी तथा पीएससी रेल्वे बोर्ड के सदस्य भी उपस्थित थे।

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