कृषि मंत्री अपने जिले के धरनारत किसानों के बीच पहुंचे 14 दिन में


खबर नेशन / Khabar Nation
मुख्यमंत्री से चर्चा कर मांगों के निराकरण का भरोसा दिया, मंत्री के वायदे से संतुष्ट किसानों ने 14 दिन से चल रहा धरना समाप्त किया 


अंकुश विश्वकर्मा हरदा 

हरदा ।मध्यप्रदेश के किसानों को लेकर राज्य सरकार की चिंता एक बार फिर जाहिर हुई है । प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल अपने ही गृह जिले के धरनारत किसानों के बीच 14 दिन में पहुंच पाए और उनकी समस्याओं का अधूरा निराकरण कर पाए । सबसे अधिक हास्यास्पद बात तो यह रही कि धरनारत किसान भारतीय किसान संघ के थे । जिसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का अनुषांगिक संगठन माना जाता है । मंत्री कमल पटेल जिस राजनीतिक दल भाजपा का प्रतिनिधित्व करते हैं  वह भी संघ का अनुषांगिक संगठन माना जाता है ।   हरदा कृषि उपज मंडी में भारतीय किसान संघ के बैनर तले 14 दिन से जारी धरना आज कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल से चर्चा के बाद समाप्त हो गया। कमल पटेल, हरदा जिला कलेक्टर अनुराग वर्मा के साथ स्वंय धरना स्थल पहुंच गए और आंदोलनरत किसानों से चर्चा कर उनके निराकरण का भरोसा दिलाया। 
भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में 14 दिन से चल रहे इस धरने में शामिल किसान समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी या अंतर की राशि देने सहित जिले की सभी कृषि उपज मंडियों में ग्रेडर सिस्टम एफ ए क्यू मानक की जांच हेतु आधुनिक मशीन लगाने की मांग प्रमुखता से कर रहे हैं ताकि किसानों की उपज समर्थन मूल्य से नीचे  नहीं बिके। किसान अपनी 15 सूत्रीय मांगों को लेकर कृषि उपज मंडी हरदा में अनिश्चितकालीन धरना दे रहे थे जिसमें प्रत्येक दिन एक-एक तहसील के किसानों के द्वारा धरने में शामिल होकर प्रदर्शन किया जा रहा था गुरुवार को मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल एवं हरदा जिला कलेक्टर अनुराग वर्मा धरना स्थल पर किसानों के बीच पहुंचे एवं किसानों की समस्याओं को सुनकर विस्तार से चर्चा की। धरना स्थल पर पहुंचे कृषि मंत्री कमल पटेल को भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों के द्वारा 15 सूत्री मांगों का ज्ञापन भी सौंपा गया। धरने में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना संकट और मध्य प्रदेश में अत्यधिक गेहूं खरीदी एवं भंडारण होने के कारण मूंग खरीदी नहीं की जा सकी अगर वर्तमान स्थिति में सरकार मूंग खरीदी करती तो भंडारण की समस्या खड़ी होती इसलिए सरकार मूंग खरीदी नहीं कर सकी इस पर किसान संघ द्वारा कहा गया कि अगर सरकार मूंग खरीदी नहीं कर सकती तो अंतर की राशि ही किसानों को दें जिस पर मंत्री  द्वारा आश्वासन दिया गया है कि हम इसकी तैयारी करेंगे साथ ही संगठन ने मुख्य रूप से मांग की कि जिस प्रकार से  बीस वर्ष पहले हरदा मंडी से प्लेट कांटे की शुरुआत हुई और पूरे प्रदेश में इलेक्ट्रॉनिक प्लेट कांटे लगाए गए ठीक उसी प्रकार हरदा जिले की चारों मंडियों में किसान की उपज समर्थन मूल्य से नीचे ना बीके  इसके लिए उसके एफ ए क्यू मानक की प्रमाणिकता हेतु आधुनिक मशीनों ग्रेडर सिस्टम लगाया जाए ताकि किसानों की उपज की जांच की जा सके और उन्हें समर्थन मूल्य का लाभ मिल सके एवं जिले में रासायनिक खाद यूरिया डीएपी की पर्याप्त उपलब्धता कराई जाए एवं उसका वितरण शुरू कराया जाए इस पर तत्काल प्रभाव से कृषि मंत्री  ने आश्वासन दिया है कि वह शीघ्र ही मुख्यमंत्री  से बात करके और हरदा सहित मध्य प्रदेश की सभी मंडियों में ग्रेड सिस्टम की स्थापना कराएंगे किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर 15 अगस्त के ठीक बाद हरदा कलेक्टर की अध्यक्षता में सभी विभाग प्रमुखों के साथ भारतीय किसान संघ की एक बड़ी बैठक की जाएगी इसके निर्देश भी कृषि मंत्री के द्वारा दिए गए इसके पश्चात विगत 14 दिनों से किसानों के द्वारा दिया जा रहा है यह धरना आंदोलन कृषि मंत्री के आश्वासन के बाद कुछ समय के लिए स्थगित किया गया आज के इस धरना आंदोलन में मुख्य रूप से प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हरदा जिले के प्रभारी योगेंद्र सिंह  भामू, प्रांतीय महामंत्री चंद्रकांत गौर ,प्रांतीय मंत्री नरेंद्र दोगने ,जिला अध्यक्ष आनंदराम किरार ,जिला मंत्री भगवानदास गौर, हरिशंकर सारण ,विनोद पाटिल ,राजेंद्र बांके, रामकृष्ण मुकाती, राजनारायण गौर, हरिओम गौर, विजय मलगाया ,जगदीश पटेल , लोकेश गौर, बालकृष्ण मलगाय, संतोष गौर ,रामेश्वर  कपड़िया ,राधेश्याम पाटिल ,दीपचंद नाबाद, संजय खोदरे आदि धरने में शामिल हुए

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