कमलनाथ सरकार ने 6 महीनों में जनता को ठगा: डॉ. नरोत्तम

राजनीति Jun 16, 2019

प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह विफल

खबर नेशन/Khabar Nation   

भोपाल। 6 महीनों में कमलनाथ सरकार ने प्रदेश की जनता को छटी का दूध याद दिला दिया है। न बेरोजगार युवाओं को 4 हजार रू. भत्ता मिला है और न किसानों का कर्ज माफ हुआ है। प्रदेश में बिजली और कानून व्यवस्था पूरी तरह फैल हो गई है। कमलनाथ सरकार ने अपने 6 महीनों में सिर्फ जनता को ठगने का काम किया है। यह सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह विफल साबित हुई है। यह बात पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ सरकार के 6 महीने पूरे होने पर प्रतिक्रिया में कही। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बैसाखियों के सहारे खड़ी लगड़ी सरकार का कोई भविष्य नहीं है कि यह कब तक चले। 

किसानों को भी टोपी पहनाने से भी नहीं चूकी सरकार

नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जय किसान ऋण माफी योजना के बड़े-बड़े विज्ञापन देकर यह स्वीकार कर लिया है कि इन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से 10 दिन में सारे किसानों का कर्ज माफ करने का झूठ बुलवाया था। अपने घोषणा पत्र में कांग्रेस ने कहा था कि हर किसान का 2 लाख रू. तक का कर्जमाफ करेंगे, लेकिन आज तक किसी भी किसान का 2 लाख रू. तक का कर्ज माफ नहीं हुआ। सरकार ने सिर्फ 5 हजार, 10 हजार और 15 हजार तक के ऋण माफ कर झूठी वाहवाही लूटने का काम किया है। कमलनाथ सरकार किसानों को भी टोपी पहनाने से भी नहीं चूकि है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से लाभान्वित होने वाले 80 हजार किसानों में से सिर्फ 43 हजार किसानों की सूची ही केन्द्र सरकार को भेजी है। सरकार के इस रवैये से योजना से 50 प्रतिशत किसान लाभ से वंचित रह जायेंगे। डॉ. मिश्रा ने गत दिनों किसान द्वारा की गयी आत्महत्या की घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि सरकार की नीतियों से और झूठी कर्जमाफी से प्रदेश का किसान परेशान है और आत्महत्या करने के लिए मजबूर हुआ है।

बिगड़ते कानून व्यवस्था के लिए कमलनाथ और उनकी सरकार दोषी

डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जब से प्रदेश सरकार बनी है प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है। लॉएन आर्डर बिगड़ चुका है। अधिकारियों के लगातार हो रहे तबादलों से अविश्वास का भाव पैदा हुआ है। पुलिस अधिकारियों को स्वयं यह पता नहीं होता कि सुबह जिस जगह उनका तबादला हुआ है वे शाम तक उस जगह बने रहेंगे या नहीं। मंत्री से लेकिर संत्री हर वर्ग में अनिश्चितता का माहौल है। प्रदेश की बिगड़ती व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनकी सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ स्वयं अपनी पीठ थपथपाकर झूठ वाहवाही लूटने का प्रयास कर रहे हैं। जबकि हकीकत में प्रदेश की जनता बिजली और पानी तक के लिए परेशान है।

वादा खिलाफी कमलनाथ सरकार के डीएनए में शामिल

उन्होंने कहा कि वादा खिलाफी कमलनाथ सरकार के डीएनए में शामिल है। कांग्रेस ने अपने घोषणा में लिखा था कि बेरोजगार युवाओं को 4 हजार रू. का भत्ता दिया जायेगा लेकिन आज तक एक भी युवा को बेरोजगारी भत्ता नहीं मिला है उल्टा सरकार ने होनहार युवाओं के साथ बैंड बजाने और ढोर चराने का प्रस्ताव रख दिया और यही कारण है कि लोकसभा में कांग्रेस का बैंड बज गया। प्रदेश में एक भी गौशाला का निर्माण नहीं हो पाया है। घोषणा पत्र में बेटियों को स्कूटी देने की बात की थी लेकिन अब तो लेपटॉप पर भी संकट खड़ा हो गया है। डॉ. मिश्रा ने कहा कि सतना में दो मासूम बच्चों का अपहरण कर हत्या कर दी जाती है, जिसके बाद से लगातार अपहरण, लूट और नाबालिकों के साथ दुष्कृत्य की घटनाएं घट रही है। इसका एकमात्र कारण बिगड़ती कानून व्यवस्था है।

ध्यान भटकाने के लिए अजीबो गरीब बयान दे रहे मंत्री

डॉ. मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में चारो और व्याप्त समस्याओं और निरंकुशता से ध्यान भटकाने के लिए प्रदेश सरकार के मंत्री अजीबो गरीब बयान दे रहे है। अपनी विफलता को छिपाने के लिए सरकार भाजपा पर आरोप लगाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की हड़ताल की बात हो या नाबालिकों के साथ दुष्कृत्य, प्रदेश का बिजली संकट हो या बिगड़ती कानून व्यवस्था प्रदेश सरकार अपनी हर विफलता को भाजपा की साजिश बताकर पल्ला झाड़ रही है।

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