गोपाल भार्गव ने किया चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन
गोपाल भार्गव झाबुआ उपचुनाव को भारत-पाकिस्तान मुद्दे की ओर मोड़कर पूववर्ती भाजपा सरकार की असफलताओं पर पर्दा डालने व चुनाव को मुद्दों से भटकाने का प्रयास कर रहे हैं: नरेन्द्र सलूजा
भोपाल- प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने प्रदेश की विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव द्वारा झाबुआ उपचुनाव को ‘हिन्दुस्तान-पाकिस्तान’ का चुनाव बताये जाने वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के पिछले 15 वर्षों के शासनकाल में झाबुआ विकास की दौड़ में बुरी तरह पिछड़ा गया था। स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल जैसी मूलभूत आवश्यकताओं पर भाजपा की पूववर्ती सरकार ने जरा भी ध्यान नहीं दिया। शायद यही कारण है कि झाबुआ से सटे हुये आदिवासी जिले अलीराजपुर को आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा प्रकाशित ग्लोबल पाॅवर्टी इंडेक्स 2018 में भारत का सबसे गरीब जिला घोषित करते हुए इसकी तुलना दक्षिण आफ्रीका के सिएरा लियोन से की गई थी और स्वर्णिम मध्यप्रदेश के झूठे वायदे करने वाली पूर्ववर्ती सरकार की पोल खोल दी थी।
सलूजा ने कहा कि वहीं दूसरी ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आदिवासियों के हित में कई क्रांतिकारी व ऐतिहासिक फैसले लिये हैं जो कि पूर्ववर्ती सरकार में कभी नहीं लिये गये थे। चाहे वो आदिवासियों द्वारा साहूकारों से लिये गये ऋण को माफ करना हो या साहूकारों के पास आदिवासियों द्वारा गिरबी रखे गये, जमीन, जेवर व अन्य सामग्री लौटाने की बात हो, आदिवासी क्षेत्रों में बच्चों के लिए नये खेल परिसर, एकलव्य स्कूल खोलने की बात हो, या उनको क्रेडिट कार्ड देने की बात हो, मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ने अपने आदिवासी हितैषी निर्णयों से यह साबित कर दिया है कि मध्यप्रदेश की कांगे्रस सरकार आदिवासी हितैषी सरकार है और उनके हर दुख-सुख में उनके साथ दृढ़ता से खड़ी हुई है।
सलूजा ने कहा कि झाबुआ के मतदाता इस बात को भली-भांति समझ चुके हैं कि बीते 15 वर्षों तक सत्ता में रहने के बाद भी भाजपा ने यहां कोई विकास कार्य नहीं किया सिर्फ झूठे वायदे करके और लच्छेदार भाषणों से मतदाताओं को बरगलाया है। मतदाता क्षेत्र का विकास चाहते हैं, रोजगार चाहते हैं, उद्योग चाहते हैं, स्वास्थ्य और शिक्षा की सुविधा चाहते हैं और वह सिर्फ प्रदेश की कमलनाथ सरकार ही उन्हें दे सकती है। इस विधानसभा उपचुनाव में झाबुआ के मतदाता कांगे्रस प्रत्याशी को अपना वोट देकर ऐतिहासिक जीत दिलायेंगे।
सलूजा ने कहा कि गोपाल भार्गव इस तरह के बयान देकर चुनाव को मुद्दों से भटकाने का प्रयास कर रहे हैं। वे अपने भाषण में आदिवासी वर्ग के उत्थान व उनके हित की बात न कर भारत-पाकिस्तान की चर्चा इसलिए कर रहे हैं कि वे भी इस सच्चाई को जानते हैं कि उनकी 15 वर्षीय सरकार में आदिवासी वर्ग के उत्थान व भलाई के लिए कुछ नहीं किया गया।