हर वर्ष एक लाख श्रमिक स्वरोजगार में स्थापित किये जायेंगे

राजनीति Mar 10, 2018

मजदूरों के पसीने का सम्मान करने वाली देश की पहली सरकार
 

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा कि अपने श्रम सीकरों से मजदूर राष्ट्र का निर्माण करते हैं। मजदूरी के रूप में अल्प राशि पाकर मजदूर अपने परिवार का गुजारा करते हैं। मध्यप्रदेश सरकार ने मजदूरों के पसीने का मूल्य चुकाने का निश्चय किया हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की हैं कि श्रमिकों और उनके परिवार के कल्याण के लिए आरंभ योजनाओं का लाभ उन्हें पहली अपै्रल से सुनिश्चित हो जायेगा। इसके लिये पंजीयन कराना अनिवार्य होगा।
 

उन्होंने कहा कि प्रदेश की गर्भवती महिला मजदूर को पौष्टिक आहार के लिए 4 हजार रू. एवं प्रसव होने पर 12 हजार रू. उसके खाते के जमा कर दिये जायेंगे। योजनाओं का लाभ उठाने के लिए 1 अप्रैल से पंजीयन किया जायेगा। मुखिया श्रमिक के साथ अनहोनी दुघर्टना में मृत्यु होने पर परिवार को  4 लाख रू. और सामान्य मृत्यु पर दो लाख रू. सहायता दी जायेगी। अंतिम संस्कार के लिये स्थानीय निकाय नगरीय संस्था पंचायत 5 हजार रू. देगी। रोग व्याधि पर मुफ्त इलाज मिलेगा, हर श्रमिक परिवार को तीन वर्षों में अपना पक्का मकान का बंदोबस्त किया जायेगा। बच्चों को पहली से पीएचडी तक फीस सरकार भरेगी। श्रमिकों के बच्चों की शिक्षा के लिए श्रमोदय विद्यालय भी खोले जायेंगे। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए विशेष कोचिंग की मुफ्त व्यवस्था की जायेगी।
 

चौहान ने कहा कि साइकिल रिक्शा, ई-रिक्शा, हाथठेला, ई-लोडर को इनका मालिक बनाने के लिए पहल की जायेगी। ब्याज अनुदान के साथ 30 हजार रू. तक की सब्सीडी दी जायेगी। हर वर्ष प्रदेश के एक लाख मजदूरों को स्वरोजगार में स्थापित किया जायेगा। जिन्हे उद्यम लगाने में रूचि हैं उन्हें प्रशिक्षण देकर हुनरमंद बनाया जायेगा। मजदूरों के घर को रोशन करने के लिए 200 रू. मासिक फ्लेट रेट पर बिजली मिलेगी, जो काम पर जाने के लिए साईकिल खरीदना चाहेंगे, उन्हें 4 हजार रू. का कर्ज उपलब्ध कराया जायेगा। भारतीय जनता पार्टी का असंगठित क्षेत्र के मजदूरों से सिर्फ मजदूरी का नहीं, प्रेम और सहानुभूति का रिश्ता परवान चढ़ेगा। (खबरनेशन / Khabarnation)
 

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