भोपाल से चुनाव लड़ना दिग्विजय के लिये खतरा
खबरनेशन/Khabarnation
भोपाल के संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव के लिये कांग्रेस का उम्मीदवार बनने के लिये अपनी रजामंदी देकर मध्यप्रदेश से राज्य सभा के सदस्य और प्रदेश के पूर्व मुुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक तरह से खतरा मोल ले लिया है।
इस तरह से कहने के पीछे सब से बडा कारण यह है कि कांग्रेस भोपाल से पिछली बार 1984 में उस वक्त चुनाव जीती थी जब प्रदेश में 40 लोक सभा की सीटें हुआ करती थी और 40 पर ही कांग्रेस विजयी हो गई थी।
तब से ले कर अब तक कांग्रेस को भोपाल में हार का मुंह ही देखना पड़ रहा है और ऐसे में दिग्विजय के लिये जीत हासिल करना कुछ आसान काम नहीं होगा।
इस के बावजूद भी वो चुनाव के मैदान में उतर पड़े हैं और यह तो किसी को पता नहीं हो सकता कि वो क्या सोच कर चुनाव के लिये तैयार हो गये हैं।
एक ने यह कहा कि दिग्विजय चुनाव इस कारण से जीत जायेंगे क्यों कि वो ऐसे उम्मीदवार हैं जिन को जिताने के लिये भाजपा वाले पूरी मेहनत करेंगे और कांग्रेस वाले उन को हराने का पूरा प्रयास करेंगे।
इस के बारे में पूछे जाने पर एक कांग्रेसी नेता ने कहा कि यह वाक्य पुरानी कांग्रेस के लिये ठीक हो सकता है पर आज की कांग्रेस ऐसी नहीं है। इस कांग्रेसी का कहना था कि पूरा दल एक हो कर दिग्वजय को जिताने का पूरा प्रयास करेगा।
एक और कांग्रेसी ने कहा कि इस वाक्य में कुछ दम नहीं है और आगे कहा कि अगर दिग्विजय ही चुनाव हार गये तो आने वाल 30 साल में भी कांग्रेस भोपाल से कभी नहीं जीत सकेगी। हर जगह चुनाव एक मजेदार खेल ही होता है और जब तक परिणाम आ नहीं जाते तरह तरह की बातें बहुत आराम से की जाती हैं।
अभी कुछ लोग तो यह कह रहे है कि दिग्विजय चुनाव जीत जायेंगे और कुछ का मानना है कि वो हार जायेंगे। जो भी हो हम सब को तो 23 मई तक इंतजार करना ही होगा क्योंकि इस दिन ही अंतिम परिणाम आने वाले है।