समाजवादी विचार यात्रा मदुरई होकर त्रिचि पहुंची

मुख्य न्यायाधीश असहाय तो देश के नागरिकों का क्या होगा?

निर्माण मज़दूरों की पेंशन 2800 से बढ़ाकर 5000 की जाए।

30 जनवरी को गांधी स्मृति, दिल्ली से निकली भारत जोड़ो - संविधान बचाओ समाजवादी विचार यात्रा, 34वें दिन मदुरई होते हुए त्रिची पहुंची। मदुरई में डॉ. गेब्रिएल (राष्ट्रीय संयोजक, जनांदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय), रामलिंगम (अध्यक्ष, सिवराकोटा किसान संघ), रंगराज (जिला अध्यक्ष, निर्माण मज़दूर पंचायत संगप), के एल जॉन मोसेस (तमिल नाडू मुख्य सचिव, जनता दल सेक्युलर), सुदनदरन (तमिलनाडू संयोजक, जनांदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय), जी. बानूमथी (तमिल नाडू अध्यक्ष, डोमेस्टिक वर्कर्स यूनियन), अधिवक्ता सी एम राजशेखर (मुख्य सचिव, एल जे डी तमिल नाडू) शशिकला (अध्यक्ष, मदुरई वीमेन राइट्स मूवमेंट), जया (मदुरई सचिव, तमिलनाडू मैन्युअल वर्कर्स यूनियन) ने यात्रियों का स्वागत किया।

मदुरई में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए डॉ. सुनीलम ने कहा कि कल ही सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, बोबडे जी ने दिल्ली में हुई हिंसा के संदर्भ में कहा कि हम घटनाओं को होने के नहीं रोक सकते, यह दुखद है कि  देश के  सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं। दिल्ली का उच्च न्यायालय 45 नागरिकों के मारे जाने के बाद 6 हफ्ते बाद की तारीख दे रहा है। सर्वोच्य न्यायालय जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह के 200 दिन होने के बाद भी सुनवाई नहीं कर रहा है।

डॉ. सुनीलम ने कहा कि विधायिका, कार्यपालिका से नाउम्मीद नागरिक न्यायपालिका से ही न्याय की उम्मीद करते हैं। लेकिन वह भी देशवासियों को निराश कर रही है। गोदी मीडिया पूर्वाग्रह से ग्रस्त हैं यह संकटपूर्ण स्थिति है।

24 फरबरी को जिस दिन गुजरात में ट्रम्प आये थे उसी दिन, खम्बात गुजरात में अल्पसंख्यकों के 80 घर जलाए गए। दिल्ली में हिंसा हुई। देश में हुई हिंसा का अमरीका के राष्ट्रपति के दौरे से क्या संबंध है इसकी जांच होनी चाहिए । डॉ. सुनीलम ने गृहमंत्री अमित शाह को कमजोर गृह मंत्री बतलाते हुए इस्तीफा देने की मांग की।

डॉ. गाब्रिएल जी ने तमिलनाडू की समस्याओं के बारे में बताते हुए कहा कि इस राज्य में घर ज़मीन से जुड़ी काफी समस्याएं है। चेन्नई में तेजी से बन रहे ऊंचे मकान, बस्तियों में रह रहे गरीबों के लिए विस्थापन का खतरा पैदा कर रही है। यह चेन्नई में एक बहुत बड़ी समस्या है।

रामलिंगम जी ने बताया कि कुछ सालों से सरकार सिवराकोटा और आस-पास के गांवों को बंजर ज़मीन बताकर स्पेशल इकोनॉमिक जोन घोषित करना चाहती है जबकि सच्चाई यह है कि वहां की ज़मीन बेहद उपजाऊ है। इसका प्रमाण देने के लिए वो अपने साथ दर्जनों तरह के बीज लेकर आये थे।

प्रेस को संबोधित करते हुए रंगराज जी ने असंगठित मज़दूरों के लिये काम कर रहे  वेलफेयर बोर्ड में की जा रही अड़ंगेबाजी की बात की क्योंकि केंद्र सरकार ने श्रम कानूनों को दरकिनार कर दिया है और उसे 4 लेबर कोड में बदल दिया है। उन्होंने कहा कि तमिल नाडू सरकार को निर्माण मज़दूरों की पेंशन 2800 से बढ़ाकर 5000 करनी चाहिए।

जॉन मोसेस जी ने कहा कि जनता दल सेक्युलर इस यात्रा का स्वागत करता है क्योंकि यह यात्रा संविधान के मूल्यों को बचाने निकली है। उन्होंने कहा कि यात्रा को मदुरई के असंगठित मज़दूर संगठनों और बाकी संगठनों का पूरा सहयोग प्राप्त है।

चंद्रशेखर ने यात्रियों को यात्रा के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह यात्रा जिन मुद्दों को लेकर निकली है, उनकी बेहद ज़रूरत है और यह यात्रा ज़रूर सफल होगी।

सुशीला ताई मोराले ने कहा कि दिल्ली में इतना सब कुछ होने के बाद भी मोदी सरकार सुधरने का नाम नहीं ले रही है। सरकार ने जो भी नीतियां पिछले 6 वर्षों में बनाई है उनसे देश को बर्बादी के अलावा कुछ नहीं मिला है ।

अधिवक्ता आराधना भार्गव ने यात्रा के अनुभव बताते हुए कहा कि जहां भी वे गए, उन्होंने पाया कि सरकार कल्याणकारी योजनाओं के बजट में कटौती कर रही है। कहीं सरकारी स्कूल बंद कर रही है तो कहीं सरकारी अस्पताल, सरकार देश अडानी अम्बानी को सौंपना चाहती है लेकिन देश को मेहनतकश किसानो मजदूरों ने बनाया है।

शाम को यात्री त्रिचि पहुंचे जहां तमिल सिल्वी, एल जे डी से ए. वैयापुरी (राज्य मुख्य सचिव), के सी अरमुगम (राज्य उपाध्यक्ष), बी. हेमनाथन (राज्य मुख्य सचिव), एन. अरिवड़गन (त्रिचि जिला अध्यक्ष) और जनता दल सेक्युलर के आर. निर्मल कुमार (जिला मुख्य सचिव), एस. इलंगोवन (उपाध्यक्ष, युवा शाखा) ने यात्रियों का स्वागत किया।

यात्रियों ने गांधीजी और वी ओ चिदंबरम की मूर्तियों पर मालार्पण किया और गांधी अस्थि मंडपम में बापू को श्रद्धांजलि दी।

यात्रियों ने त्रिची में शाहीन बाग के आंदोलनकारियों को संबोधित भी किया।

यात्रा के बारे में बताते हुए यात्रा संयोजक अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि गांधीजी की 150वीं जयंती और समाजवादी आंदोलन के 85 वर्ष पूरा होने के अवसर पर स्वतंत्रता आन्दोलन, समाजवादी आन्दोलन के मूल्यों की पुनर्स्थापना तथा संवैधानिक मूल्यों की स्थापना हेतु यह यात्रा निकाली है। अब तक यात्रा में 9 राज्यों में 114 कार्यक्रम हो चुके हैं। पहले चरण की यात्रा 16 राज्यों में होकर 23 मार्च को हैदराबाद में पूरी होगी जहां डॉ. लोहिया के जन्मदिवस और शहीद भगत सिंह जी के शहादत दिवस के अवसर पर समाजवादी समागम आयोजित किया जाएगा।

इनके अलावा यात्रीगण मनिदास (पॉन्डिचेरी), रोहन गुप्ता (झारखण्ड), बाले भाई (मध्य प्रदेश), महाराष्ट्र से संगीता, विनायक, दुर्योधन, अनिल शामिल हुए।

यात्रा का आयोजन समाजवादी समागम द्वारा किया गया है, जिसका उद्देश्य स्वतंत्रता आन्दोलन, समाजवादी आन्दोलन एवं संवैधानिक मूल्यों की पुर्नस्थापना के साथ-साथ देशभर के समाजवादी, गांधीवादी, सर्वोदयी, वामपंथी, अंबेडकरवादी विचारधारा से जुड़े जन आंदोलनकारियों, मानव अधिकारवादियों, पर्यावरणवादियों एवं सभी लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता में विश्वास रखने वाले संगठनों और व्यक्तियों को स्थानीय स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से एकजुट करना है।

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