विधानसभा वेल में उतरी ममता बनर्जी मारपीट से रोका

 आरोप - रुपया लेकर नौकरी में नियुक्तियां चल रही है

 

खबर नेशन / Khabar Nation

 

कोलकाताः विधानसभा में हाथापायी। कटमनी को लेकर नौकरी में नियुक्त किया गया है. विधायक प्रतिमा रजक के प्रश्‍न को लेकर विधानसभा में हंगामा शुरू हो गया. परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी की ओर रोष में कांग्रेस विधायक कमलेश चट्टोपाध्याय आगे बढ़े. तनावग्रस्त विधानसभा में परिस्थिति को संभालने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बीच बचाव में उतरना पड़ा. विधानसभा के इतिहास में पहली बार वेल में उतर हाथापायी को उन्होंने खुद रोका. शुक्रवार को अधिवेशन चलने के दौरान उत्तर बंगाल परिवहन संस्था में हुई नियुक्ति को लेकर प्रश्‍न उठाये गये कि रुपये के बदले एनबीएसटीसी में स्थायी सरकारी नौकरी मिली है या नहीं इस पर प्रतिमा रजक ने सवाल उठाये. विधानसभा में खड़े होकर उन्होेंने आरोप लगाया. रुपया लेकर नौकरी में नियुक्तियां चल रही है. मिथून नामक एक व्यक्ति भारी मात्रा में कटमनी के बदले नौकरी दिला रहे हैं यह कह कर नौकरी दिला रहा है. प्रतिमा रजक के इस वयान को लेकर विधानसभा के भीतर हंगामा शुरू हो गया.  इस बयान के लिए प्रतिमा रजक को अध्यक्ष विमान बंद्योपाध्याय ने सकर्त किया. सरकार की अवमानना करने का अधिकार नहीं है यह कर प्रतिमा रजक को सतर्क किया गया. पर उससे अशांति में कोई कमी नहीं आयी. प्रतिमा रजक के बयान के बाद ही विधानसभा में खड़ा होकर उल्टे  परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी ने धमकी दी. खड़े होकर शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि उन्हें सिद्ध करना होगा. नहीं तो विधानसभा के समक्ष क्षमा मांगनी होगी. यही नहीं. इसके बाद विधानसभा में कांग्रेस के बेंच की ओर लक्ष्य कर शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि अगली बार जीत नहीं सकेंगे. साफ हो जायेंगी. मुर्शिदाबाद खाली कर दूंगा.  विधानसभा में परिवहन मंत्री के इस हूंकार के बाद ही विवाद चरम पर चला गया. कांग्रेस विधायक वेल में उतर पड़े. शुभेंदु अधिकारी की ओर तरेरते हुए भरतपुर के कांग्रेस विधायक  आगे बढ़े. उसी दौरान उनसे धक्का लगने के कारण सूती से कांग्रेस विधायक हुमायूं कबीर गिर गये. इसके बाद ही  तृणमूल विधायक अमल अचार्य के साथ कमलेश की हाथापायी शुरु हो गयी. हालात को काबू में करने के लिए मुख्यमंत्री वेल में उतरी. वेल में उतर कर उन्होंने हालात को काबू में किया. विधानसभा के हाथ में पहली बार विवाद सुलझाने के लिए मुख्यमंत्री को वेल में उतरना पड़ा. उन्होंने  पार्टी विधायकों को  शांत रहने की सलाह दी. विवाद को शांत करने के बाद कक्ष से वे निकल गयी. इधर इस घटना के परिपेक्ष में विरोधियों को अध्यक्ष विमान बनर्जी ने आगाह किया. कांग्रेस व माकपा को लक्ष्य कर उन्होंने कहा कि विधानसभा के भीतर यह स्थिति किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं की जा सकती. मैं अब्दूल मन्ना और सूजन चक्रवर्ती से कहूंगा कि कोई  विधायक इस प्रकार दूसरी विधायक की ओर मारने के लिए आ रहा यह उचित नहीं. इसके साथ ही मंत्रियों को भी विरोधियों के प्रश्‍न का जवाब देने के दिशा में और संयम बरतने की सलाह दी. प्रतिमा रजक  के विधानसभा में मांफी मांगने की शुभेंदु अधिकारी ने धमकी दी है. वह 

विधानसभा के रिकार्ड में नहीं रखा जायेगा.

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