मुख्यमंत्री कमलनाथ की मुंह दिखाई

जब किसान की फसलें बाढ़ से खराब हो रही थीं तब
मुख्यमंत्री ऐशो-आराम कर रहे थे-विश्वास सारंग
खबर ऩेशन /Khabar Nation
भोपाल ।
पूर्व सहकारिता मंत्री व नरेला विधायक विश्वास सारंग ने कहा कि जब किसान बाढ़ से पीड़ित था, तब प्रदेश के मुख्यमंत्री और मंत्री ऐशो आराम में डूबे थे और जब रोम जल रहा था तो नीरो बंशी बजा रहा था कि कहावत को चरितार्थ कर रहे थे। अब जब पूरी सरकार की थू-थू हो रही है तो मुख्यमंत्री कमलनाथ मंदसौर जा कर मुंह दिखाई की रस्म पूरी कर रहे हैं।
     विश्वास सारंग ने कहा कि जब भी प्रदेश में कोई समस्या होती है और प्रदेश की जनता परेशान होती है तो यह सरकार दिखाई नहीं देती है न सरकार के मुख्यमंत्री और मंत्रियों को जनता से कोई सरोकार रहता है। चाहे गर्मियों में भीषण पेयजल संकट का मामला हो या फिर बरसात में बाढ़ का प्रदेश सरकार प्रदेश की जनता को भगवान भरोसे छोड़ देती है।
     श्री सारंग ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार को जनता की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है वह तो सिर्फ तबादला उद्योग और रेत खदान उद्योग चलाने में मस्त है। उन्होंने कहा कि रोज तबादलों की लिस्ट निकल रही हैं। एक अधिकारी का दो-दो, तीन-तीन जगह एक साथ तबादला हो रहा है फिर भारी लेन-देन के बाद निरस्त हो रहा है। तबादला उद्योग के कारण पूरे प्रदेष में प्रशासनिक अराजकता फैली हुई है।
      विश्वास सारंग ने कहा कि इसी प्रकार पूरे प्रदेश में संत्री से लेकर मंत्री तक अवैध उत्खनन में लगे हुए हैं। यही कारण है कि जब कांग्रेसी नेता की अवैध खदान पर मंत्री कब्जा करते हैं तो फिर कांग्रेसी नेता मंत्रियों के फोटो रेत में दफन कर रहे हैं। अब तो राजस्व विभाग, पुलिस विभाग और खनन विभाग से जुड़े अफसर भी अवैध खनन में जुड़ गये हैं। यही कारण है कहीं कलेक्टर एसडीएम को बंधक बना रहा है तो कहीं मंत्री थानेदार और एसपी पर अवैध उत्खनन का आरोप लगा रहे हैं।
      श्री सारंग ने कहा कि प्रदेश में किसानों की फसलें पूरी तरह से खराब हो चुकी हैं लेकिन न तो किसानों को अभी तक कोई राहत दी गयी है और न ही किसी भी तरह का उनके नुकसान का केाई आकलन हुआ है। वैसे भी किसानों का कर्ज माफ न होने से बैंकों द्वारा उन्हें परेशान किया जा रहा है। किसान बैंकों के डिफाल्टर हो गये हैं। अब उन्हें बैंक भी कर्ज नहीं दे रहे हैं। जैसे- तैसे किसान ने खरीब की बोनी की थी। अब फसल खराब हो जाने से किसान पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है।
       विश्वास सारंग ने कहा कि जब किसानों की समस्याओं को लेकर भाजपा ने आंदोलन किया और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने मंदसौर में जा कर 24 घंटे का धरना-प्रदर्शन किया तब जा कर मुख्यमंत्री की नींद खुली है और अब वे मंदसौर जा कर मुंह दिखायी की रस्म पूरी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री किसानों के हितैषी होते तो उसी दिन मंदसौर पहुंच गये होते जिस दिन किसान की फसल खराब हुई थीं।

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