शिवराज ये तो तुम्हारी आँखों में धूल झोंकना हुआ

यूं ही Aug 08, 2018

 

खबर नेशन / Khabar Nation

भारतीय जनता पार्टी अपने अभ्यास वर्ग में प्रशिक्षक कार्यकर्ताओं को एक कहानी सुनाकर ईमानदार बने रहने की सीख बरसों से देते आ रहे हैं। कल आए नगरीय निकायों के चुनाव परिणाम से यह कहानी बरबस याद आ गई।
कार्यकर्ताओं को हमेशा एक राज्य के राजा की घोषणा वाली कहानी सुनाई जाती हैं । जिसमें राजा अपनी प्रजा की ईमानदारी नापने फरमान जारी कर देता हैं कि शहर के बीचों बीच बनें कुण्ड में जनता कल एक लोटा दूध डालेगी। दूसरे दिन जनता उस कुण्ड में एक लोटा पानी डाल देती हैं कि बाकी लोग तो दूध डालेंगे । राजा तय समय के बाद कुण्ड देख माथा पीट लेता है कि सभी ने कुण्ड में सिर्फ पानी डाला रहता है।
कुछ ऐसा ही हाल मध्यप्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान का नजर आ रहा है । शिवराज जन आशीर्वाद यात्रा पर हैं। प्रदेश के हर कोने में हो आएं हैं । हर जगह जनता की जबरदस्त भीड़ से भाजपा उत्साह से लबरेज है।
जन आशीर्वाद यात्रा शुरू हुए सवा माह बीत चुका है। इसी के साथ ही अखबारों में सर्वे का दौर भी शुरु हो गया है। मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा पढे जाने वाले अखबार में जनता जनार्दन ने शिवराज को नम्बर वन रहने का रूझान दर्शाया है।ठीक इसी दिन प्रदेश के 14 जिलों के नगरीय निकायों के चुनाव परिणाम में नौ जगह पर कांग्रेस ने परचम लहराया है
जब से सरकार को एंटीइनकंम्बेंसी का अहसास हुआ है तबसे शिवराज सरकारी खजाना खोल इमदाद लुटा रहे हैं।
हाल ही में जो चुनाव परिणाम आए हैं उन जगह पर भी शिवराज का जोरदार स्वागत हुआ है। 
इसके बाबजूद भाजपा के पार्षदों की हार समझ से परे नजर आए हालांकि इन चुनावों को इतना महत्वपूर्ण नहीं समझा जाता है लेकिन हर उपचुनाव आने वाले  चुनाव के परिणाम की ओर इशारा करते नजर आते हे ।
जब प्रदेश के हर छोटे बडे चुनाव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी पूरी ताकत झोंकते नजर आए हैं। ऐसे में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह का नगरीय निकाय चुनाव हारने पर यह तर्क दिया जाना कि इनसे विधानसभा और लोकसभा चुनावों की तुलना करना ठीक नहीं है। हास्यास्पद तर्क नजर आता है।

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