चंदेरी मे डेड बॉडी फ्रीजर का हुआ लोकार्पण मनाया मुक्ति सस्थां का स्थापना दिवस


निर्मल विश्वकर्मा/खबर नेशन Khabar Nation

 चन्देरी -ललितपुर उत्तर प्रदेश मैं संचालित मुक्ति संस्था के बैनर तले मुक्ति संस्था की ही नवीन शाखा  चंदेरी मे  संस्था  का स्थापना दिवस एवं डेड बॉडी फ्रीज़र का  भव्य लोकार्पण आम जनमानस के सहयोग से किया गया  इस अवसर पर  मुक्ति संस्था ललितपुर  के सभी सम्माननीय सदस्य ,  मुक्ति संस्था चन्देरी  के सदस्य  तथा  चंदेरी शहर की विभिन्न समाजसेवी सस्थायें लायन्स क्लब ,दिगम्बर जैन महिला परिषद ,अन्य समाज सेवी सस्थाओ के साथ चंदेरी का हर वह गणमान्य नागरिक उपस्थित था  जो अपने मन में  कहीं न कहीं समाज सेवा का भाव रखता है।

यूं तो देश प्रदेश में ऐसी कई समाजसेवी संस्थाएं कार्यरत हैं जिनका उद्देश्य शिक्षा स्वास्थ्य एवं अन्य सामाजिक गतिविधियों के चलते समाज सुधार करना होता है। जो केवल जीवित व्यक्ति को ही अपनी सेवाएं प्रदान कर लाभ पहुंचा पाती हैं किन्तु किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर लावारिस, सड़े गले, मृत शरीर को उसके अंतिम पड़ाव तक  पहुंचाने का जिम्मा ललितपुर उत्तर प्रदेश  की एकमात्र समाज सेवी संस्था जो मुक्ति संस्था के नाम से संचालित है ने ले रखा है। जो ना केवल ललितपुर के शहरी क्षेत्र मैं अपनी सेवाएं प्रदान करती है बल्कि ललितपुर जिले की समस्त तहसीलों, जनपद  सहित अन्य दूरदराज के क्षेत्रों में अपनी सेवाएं प्रदान करती है जहां सड़कों पर, फुटपाथ पर ,रेलवे ट्रैक पर दुर्घटना या अन्य किसी कारण से  आसमयिक हुई  मृत्यु से लावारिस पड़ी लाश अपने अंतिम संस्कार के लिए तरसती है ऐसी स्थिति में मुक्ति संस्था उन लावारिस पड़ी लाशों की बारिश बनती है और उनके धर्मानुरूप उसका अंतिम संस्कार करती है।

*मुक्ति संस्था के 10 साल बेमिसाल

10 अगस्त 2010 को मुक्ति संस्था के संस्थापक ललितपुर उत्तर प्रदेश निवासी अजीत कुमार जैन ने मुक्ति संस्था की नींव रखी और उनके मन में यह विचार उस समय आया जब  श्मशान घाट कि कचरे में किसी लावारिस व्यक्ति के अधजले हाथ को देखा और उनका मन बड़ा दुखी हुआ इस संपूर्ण घटनाक्रम से उन्होंने यह निश्चय किया कि ललितपुर जिले में अब कोई लावारिस मृत शरीर इस प्रकार क्षत-विक्षत नहीं होगा और ना ही कोई लावारिस शव अंतिम संस्कार के लिए तरसेगा इस अनोखी पहल में उनके मित्र एवं सहयोगीयों ने भी अपनी सहभागिता दर्ज करते हुए एक संस्था का निर्माण किया जो मुक्ति संस्था के नाम से विगत 10 वर्षों से ललितपुर क्षेत्र में संचालित है।

मुक्ति संस्था के सदस्यों द्वारा विगत  10 वर्षों में लगभग 500 से अधिक लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार , 200 लोगों को रक्तदान ,लगभग 6000 पौधों का वृक्षारोपण एवं निशुल्क रैन बसेरा,कोरोना महामारी में गरीब असहाय लोगों को भोजन व्यवस्था ,इनकी उपलब्धियों में शामिल है इसी का परिणाम है कि मुक्ति संस्था के कार्यों की महक जिला एवं प्रदेश तक सीमित नहीं रही बल्कि प्रदेश के बाहर तक पहुंच गई है विगत कुछ दिवस पूर्व ही मुक्ति संस्था ने अपनी सेवाओं में एक अनूठा अध्याय भी जोड़ा  था  जिसमें संस्था द्वारा  व्यक्ति की अन्तिम  यात्रा दूर दराज बने शमशान घाट तक सुगम तरीके से पहुंच सके इसके लिये संस्था द्वाराआम जनमानस के सहयोग से  मुक्ति रथ की व्यवस्था तथा आम जनमानस के ही सहयोग से  महरौनी, मडावरा, तालबेहट ,गुरसराय एवं मध्य प्रदेश की चंदेरी तहसील में डेड बॉडी फ्रीज़र भी उपलब्ध कराया है।

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