तो प्रधानमंत्री झूठ बोल गये थे क्या...?

मुख्यमंत्री के गृह जिले सीहोर के किसान की पीड़ा
 

शेरपुर में घोषित प्रधानमंत्री फसल बीमा की असलियत
 

खबरनेशन / Khabarnation
 

“तो क्या भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदी झूठ बोल गये थे हमारे गॉव आकर”, यह कथन हैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले झागरिया ब्लॉक में आने वाले सोहन छापड़ी के किसान भेरू सिंह का। उक्त किसान की तल्ख टिप्पणी उनके खेत से 10 किलोमीटर दूर शेरपूर के उस सभा स्थल की कलई खोल रही हैं जहॉ 2 साल पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आकर फसल बीमा योजना की शुरूआत की थी। 14 सितंबर 2017 से उक्त किसान का फसल बीमा प्रकरण सरकार, बैंक और बीमा कम्पनी के बीच हिचकोले खा रहा हैं। नाराज किसान ने दसियों चक्करों से परेशान होकर अदालत में केस दर्ज करा दिया हैं। 

  

गौरतलब हैं कि 2 साल पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सीहोर जिले के शेरपुर ग्राम में आये थे और फसल बीमा योजना की शुरूआत कर गये थे। दावे के साथ कहा गया था कि प्राकृतिक आपदा, ओला-पाला, बारिश से फसल नुकसान होने पर 48 घंटे के भीतर कुल नुकसान का 25 प्रतिशत राशि राहत बतौर तत्काल दी जावेगी। इसी दौरान खेत को इकाई मानने की घोषणा भी की थी। 14 सितंबर 2017 को क्लेम का प्रकरण जमा कर दिया गया हैं। जिसके दिन पहले हुई बारिश के कारण सोयाबीन की फसल 100 प्रतिशत नष्ट हो गई थी।

2 दिन तक लगातार बारिश के बाद जब किसान ने तहसील मुख्यालय पर तैनात अनुविभागीय अधिकारी को इसकी जानकारी दी तो उक्त अधिकारी ने उन्हें बैंक से सम्परेक करने के निर्देश दिया। जब बैंक में संपर्क किया तो बैंक अधिकारियों ने अनुविभागीय अधिकारी के पास भेज दिया। जब उक्त किसान ने जिला मुख्यालय पर कलेक्टर से संपर्क किया तो कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद बैंक अधिकारियों ने बड़ी मुश्किल दर्शाते हुए बीमा क्लेम फॉर्म भरवाया गया जो बीमा कम्पनी तक पहुंच चुका हैं। आज दिनांक तक उक्त किसान की जमीन पर न तो नुकसान सर्वे हुआ हैं और न ही बीमा क्लेम का 25 प्रतिशत प्राप्त हुआ हैं जिसके चलते उक्त किसान के खेत खाली पड़े हुए हैं और किसान गेहूँ की फसल नहीं बो पाया हैं। किसान की 70 एकड़ जमीन आज भी बिना बोये पड़ी हुई हैं।

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