अब पुलिसकर्मियों में भड़क रहा असंतोष
शिव सरकार को वोट न देने का फैसला, कर रहे सोशल मीडिया पर वायरल
खबर नेशन / Khabarnation
मध्यप्रदेश के पुलिसकर्मियों और उनके नाते रिश्तेदारों से सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल करने की पुरजोर अपील की जा रही हैं। धमकी वोट न देने की है और अपनी माँगों को तत्काल स्वीकृत किए जाने का आग्रह से भरा है।
उक्त मैसेज को हम ज्यों का त्यों प्रस्तुत कर रहे हैं। सवाल मध्यप्रदेश पुलिस के लिए भी है कि उसे इस बात की जानकारी हैं भी या नहीं। लेकिन पुलिसकर्मियों के मैसेज का जो अंदाज है वह कतई उचित नहीं माना जा सकता पर पुलिसकर्मियों की जो माँग है उसे भी अनुचित नहीं कहा जा सकता है।
प्रति ,
शिवराज सिंह चौहान मुख्य मंत्री म०प्र० शासन ।
विषय- वोट न देने विषयक ।
आपके नौटंकी के कारण हम सभी पुलिस वालो ने फैसला कर लिया है कि आपको 2018 के विधानसभा चुनाव में वोट नहीं देंगे , क्योंकि आपने हमें क्या दिया है, आपके निरंकुश शासन ने हम पुलिस वालो को जिस तरह से प्रताड़ित करके रखे है आपको इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा, हम लोग आंदोलन नहीं कर सकते हैं इसका नाजायज फायदा तुम मत उठाओ , इस प्रकार की बंधन तुम्हारे विनाश का समय है तुम हर हाल में मानकर चलो की तुम्हारा घमण्ड चूर करेंगे। इस मैसेज को खूब वायरल करना ताकि हर पुलिस वाले के घर तक पहुँच जाये जिसके भी घर के लोग पुलिस में नौकरी कर रहे होंगे वो लोग जरुर ही पुलिस की दर्द को जानता होगा, जब दुनिया सो रही होती है तब हम पुलिस वाले अपने बीबी बच्चों को छोड़कर दूसरो के बीबी बच्चों की रात दिन गश्त करके सुरक्षा देते हैं हम पुलिस वाले रात भर जागकर जनता की जान माल की रक्षा करते हैं जिनके नात रिश्तेदार पुलिस में होगे वो लोग जरुर जानते है कि पुलिस को इतना कम वेतन में इतना ज्यादा ड्यूटी करनी पड़ती है अनुशासन के नाम पर शोषण किया जाता है एक दिन गैरहाजिर होने पर पूरे छः महीने में मिलने वाला हाफ वेतन पूरा काट दिया जाता है। पुलिस को कहा ड्यूटी नहीं करनी पड़ती है प्रधानमंत्री की सुरक्षा से लेकर एक विधायक तक की सुरक्षा जान जोखिम में डालकर देनी पड़ती है । किसी सडें लाश को समेटना हो , या कोई फांसी में झूल गया हो उसे रात भर ताकना हो , शासकीय संपत्ति की सुरक्षा करने की बात हो, आगजनी हो, बाड़ हो, कोई कट गया हो कोई मर गया हो , कोई जल गया हो , कोई जहर खा लिया हो, कोई भाग गया हो उसे ढूंढने की बात हो, अपनी जान जोखिम में डालकर खतरनाक गुंडो अपराधी को पकडना हो , अरे शिवराज सिंह उन पुलिस वालो से उनकी दर्द पूंछो ,तब समझ में आयेगा ,तुम्हें तुम्हें क्या तुम तो निर्दयी हो , तुम्हें क्या दर्द होगा। , शिवराज यदि आपको अभी भी समझ आ गया हो तो हम पुलिस वालो का ग्रेडपे सिपाही ₹ 2400 , हवलदार ₹ 2800, ए एस आई ₹ 3200 करो एवं अन्य सभी भत्ते जो भी मिल रहे हैं उनका आज के समय में महंगाई के हिसाब से उचित करो , जैसे वर्दी एलाउंस ₹ 10500/- सायकल एवं सायकल एलाउंस बंद कर ,अब मोटरसाइकिल चालू करो और मोटरसाइकिल एलाउंस चालू करो , पुराने जमाने की पुलिस नहीं है एवं हाफ वेतन के नाम पर छलाबा नहीं चलेगा कि पूरे छः माह नौकरी कराओ भूल बस यदि एक दिन मुंशी या अधिकारी से अनबन के कारण अनुपस्थिति डालकर पूरे छः माह का वेतन काट लिया जाता है ये कहां का न्याय है। तुम्हारी चालाकी अब नहीं चलेगी पुलिस के दम पर तुम्हारा शासन चल रहा है जिस दिन हम लोगो का मूड खराब हुआ तो समझ लेना सरकार तो तुम्हारी जायेगी , लेकिन जो बर्बादी छोड़कर तुम जाओगे वो राज्य की जनता के लिए अच्छा नहीं होगा। जरा शर्म करो की जब तुम विधायकों की वेतन भत्ते बड़ाना होता है तो तुम लोग पक्ष विपक्ष एक साथ बैठ कर फटाफट बडा देते हो, जब हम गरीब न तो शिक्षकों पटवारी डाक्टर नगरपालिका आदि विभागों जैसे धरना देते न आंदोलन करते फिर तुमको हमारी आवाज सुनाई नहीं देती , हमारी मौन होने की अवस्था को तुम बेबस मान लिए हो , शायद ये तुम्हारी सबसे बडी भूल है। अंत में निवेदन है कि माननीय शिवराज जी पुलिस बहुत ज्यादा सहन कर चुकी है क्रपया अब सहन शक्ति की परीक्षा लेना उचित नहीं है उपरोक्त विषय को तत्काल बिना देर किये लागू करो। हर पुलिस वाला एवं उसके परिवार नात रिश्तेदारों एवं राज्य की जनता से निवेदन है कि इसे पुलिस के हित में खूब शेयर करें ताकि शिवराज के कानों जाये। धन्यवाद।।