चुनावी चकल्लस में मध्यप्रदेश स्थापना दिवस भूली शिवराज सरकार
आचार संहिता या चुनाव में हालत पतली
खबर नेशन/ Khabar Nation
मध्यप्रदेश की सरकार इस बार के स्थापना दिवस को लेकर उदासीन रवैए में सामने आई है । सामान्य शुभकामनाएं और सरकारी भवनों पर लाइट लगाने के अलावा कोई भी बड़ा कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया है । गौरतलब है कि छोटी से छोटी सरकारी योजनाओं को लागू करने या भाजपा के राष्ट्रीय स्तर के किसी भी नेता को उपकृत करने के लिए मध्यप्रदेश में अच्छे खासे तामझाम के साथ शिवराज सरकार भव्य आयोजन करती आई है । पर इस बार किसी आयोजन का ना होना सरकार की नीति और नीयत पर सवाल खड़ा कर रही है ।
वल्लभ भवन के सूत्रों का कहना है कि मध्यप्रदेश में चुनाव आचार संहिता के चलते बड़े कार्यक्रम के आयोजनों से दूरी बनाकर रखी गई है । पूर्व में ऐसी परिस्थिति आने पर सरकार चुनाव आयोग से अनुमति लेकर कार्यक्रम करती रही है । असल वजह चुनावी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का ढिलाई ना बरते जाने को लेकर है। गौरतलब है कि आज शाम प्रदेश में होने जा रहे 28 विधानसभा उपचुनाव को लेकर प्रचार पर रोक लग जाएगी । 3 नवंबर को मतदान होना है। प्रचार समाप्ति के बाद रणनीति बनाना और उसे अंजाम देना जरूरी है । जिसको लेकर भी स्थापना दिवस के कार्यक्रमों को टाला गया है ।
सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि ये चुनाव काफ़ी कशमकश भरे नजर आ रहे हैं । ख़ासकर मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गये है । चुनाव परिणाम के नतीजे शिवराज सरकार का भविष्य तय करेंगे।